धनबाद: गैंगस्टर अमन सिंह ने फिर आउटसोर्सिंग संचालक व डीओ मुंशी को किया फोन..., मांगी रंगदारी, दहशत
रांची होटवार जेल में बंद गैगस्टर व शूटर अमन सिंह व उसके के गुर्गे झरिया, धनबाद व कतरास के बिजनसमैन और कोयला के कारोबार से जुड़े बेड़ लोगों को लगातार रंगदारी के लिए फोन कर धमकी दे रहे हैं। अमन ने दो दिन पहले झरिया के एक आउटसोर्सिंग संचालक और लोदना एरिया के एक डीओ मुंशी को रंगदारी के लिए फोन किया।
धनबाद। रांची होटवार जेल में बंद गैगस्टर व शूटर अमन सिंह व उसके के गुर्गे झरिया, धनबाद व कतरास के बिजनसमैन और कोयला के कारोबार से जुड़े बेड़ लोगों को लगातार रंगदारी के लिए फोन कर धमकी दे रहे हैं। अमन ने दो दिन पहले झरिया के एक आउटसोर्सिंग संचालक और लोदना एरिया के एक डीओ मुंशी को रंगदारी के लिए फोन किया।
अमन के फोन से मुंशी धमकी से काफी भयभीत है। इधर-उधर भागे फिर रहा है।आरोप है कि जीनागोरा लोडिंग प्वाइंट में कोयला लेने आने वाले डीओ धारकों से हर ट्रक पांच से सात हजार तक रंगदारी वसूली जाती है।इसकी सूचना एक लीडर ने अमन तक पहुंचा दी। इसके बाद दोनों को रंगदारी के लिए धमकी मिली। अमन की ओर से हर बार की कोयला लोडिंग में पांच ट्रकों से ली गई रंगदारी के रुपये देने को कहा गया है। रंगदारी के रुपये एक आदमी तक पहुंचाने की बात कही गई है।
सोर्सेज का कहना है कि एक बार रंगदारी के रुपये संबंधित आदमी तक पहुंचा भी दिया गया है।दूसरे बार रंगदारी के रुपये देने में आनाकानी किये जाने के बाद मामले का खुलासा हुआ।बताया जाता है कि रंगदारी के रुपये के लिए अमन की ओर से दोनों को कई बार फोन किये गये हैं। पुलिस का कहना है की मामला संज्ञान में आया है। छानबीन की जा रही है। लेकिन किसी ने मामले में अभी तक लिखित शिकायत नहीं की है।
अमन ने लोदना क्षेत्र के एक आउटसोर्सिंग संचालक व डीओ धारक मुंशी को रोजाना पांच गाड़ी की 60 हजार रुपये रंगदारी कोल कर्मी सह जमसं नेता को पहुंचाने को कहा है। रंगदारी की रकम नहीं पहुंचाने पर क्षेत्र में बम मारकर धुआं-धुआं कर देने की धमकी दी है। अमन ने धमकी कई बार मोबाइल पर दी है। धमकी के बाद सभी के होश उड़े हैं। मामला जीनागोरा लोडिग प्वाइंट से जुड़ा है।
पुलिस पूछताछ में सुजीत बोला, 'दम है तो अपने नाम पर रंगदारी वसूले अमन
हिलटाप हाईराइट प्राइवेट लिमिटेड आउटसोर्सिंग कंपनी के मैनेजर से 50 लाख की रंगदारी मांगने के मामले में शुक्रवार को सरायढेला पुलिस ने गैंगस्टर सुजीत सिन्हा से धनबाद जेल में पूछताछ की। सुजीत सिन्हा ने कहा कि धनबाद में उसने अभी तक किसी से रंगदारी नहीं मांगी है न ही उसने धनबाद को अपना कार्य क्षेत्र बनाया है। उसके नाम का गलत इस्तेमाल कर रंगदारी मांगी जा रही थी। उसने अमन सिंह को साफ संदेश दिया है कि दम है तो अपने नाम पर रंगादीर वसूले। उसका नाम कहीं नहीं आना चाहिए।
हिलटाप आउटसोर्सिंग के मैनेजर कौशल पांडेय से रंगदारी मांगने से संबंधित केस के आईओ एसआइ सोनिका वर्मा है। सुजीत सिन्हा ने एसआइ से कहा कि रंगदारी के मसले पर अमन सिंह से आपने पूछताछ कर ली है। वह भी रंगदारी लेता है। लेकिन उसका कार्यक्षेत्र चतरा, लातेहार, पलामू और जमशेदपुर है। समझ नहीं आता है कि कौशल पांडेय ने उसके खिलाफ क्यों एफआइआर दर्ज कराई है। सुजीत सिन्हा बोला कि वो धनबाद में सुकून से रहने आया है। उस पर फिलहाल 60 केस है। दो केस में आजीवन कारावास की सजा हुई है। बाकी मुकदमे में चार-पांच वर्ष से अधिक की सजा नहीं है।
पुलिस वाले ने बनाया क्रिमिनल
सुजीत सिन्हा ने कहा कि वह आम आदमी था। शांति से जी रहा था। पुलिस वाले ने उसे क्रिमिनल बनाया। एक पुलिस अफ्सर ने उस पर मर्डर का झूठा केस कर दिया। आर्म्सरिकवरी दिखा दिया। केस डायरी में पुलिस अफसर ने लिखा था कि अपनी वाइफ के कहने पर मर्डर की थी। अभी तक सभीबातें याद है। इसलिए क्राइम की दुनिया में आने के बाद वह पुलिस को परेशान करता रहा है।
जेल से बाहर निकला तो चतरा में करेगा कोल बिजनस
महिला सब इंस्पेक्टर से सुजीत बोला कि अगर उसे बेल मिल गई तो चतरा में कोयला का कारोबार करेगा। वह कोयला के कारोबार से जुड़े कई लोगों को जानता है। इसलिए उसे इसका फायदा मिलेगा।