धनबाद: पुलिस की छवि बिगाड़ने वाले झरिया इंस्पेक्टर पर कसेगा शिकंजा, सीएम ने लिया संज्ञान, एसएसपी को दिया जांच का आदेश
पुलिस इंस्पेक्टर सह झरिया थानदार प्रमोद कुमार सिंह की करतूत से न सिर्फ पुलिस की छवि घूमिल हुई है बल्कि धनबाद पुलिस का बर्बर चेहरा सामने आ गया है। जहां मानवीय संवेदना की जरूरत थी वहां झरिया थानेदार पीके सिंह ने आउटसोर्सिंग कंपनी की लठैते बनकर फिल्मी अंदाज में अपनी ताकत दिखाई।
- भाई की मर्डर का न्याय मांगने पहुंचे युवक के साथ मारपीट व गाली-गलौज
- एसएसपी ने सिंदरी डीएसपी को दिया जांच का जिम्मा
धनबाद। पुलिस इंस्पेक्टर सह झरिया थानदार प्रमोद कुमार सिंह की करतूत से न सिर्फ पुलिस की छवि घूमिल हुई है बल्कि धनबाद पुलिस का बर्बर चेहरा सामने आ गया है। जहां मानवीय संवेदना की जरूरत थी वहां झरिया थानेदार पीके सिंह ने आउटसोर्सिंग कंपनी की लठैते बनकर फिल्मी अंदाज में अपनी ताकत दिखाई।
इंस्पेक्टर पीके सिंह मर्डर के बाद न्याय की मांग कर रहे मोहित श्रीवास्तव के परिजनों पर पीके सिंह ने लाठियां चटकाई। पीड़त के भाई, मां-बहन को गंदी-गंदी गालियां दी। पीके सिंह की अमनावीय हरकत व ज्यादती का मामला सीएम हेमंत सोरेन तक पहुं गया है। सीएम ने ट्वीट कर एसएसपी को कार्रवाई का निर्देश दिया है।
क्या है मामला
ईस्ट बसुरिया निवासी एना आरके ट्रांसपोर्ट आउटसोर्सिंग प्रोजेक्ट के हाजिरी बाबू मोहित कुमार (26) की बॉडी मंगलवार को गिरिडीह जिले के निमियाघाट में मिला था। उसकी मर्डर कर बॉडी फेंक दी गयी थी। परिजन न्याय मुआवजा की मांग को लेकर बुधवार बॉडी लेकर एना पहुंचकर प्रदर्शन करने लगे। आउटसोर्सिंग मैनेजमेंट का कहना है कि ये लोग हाथ में पत्थर लिये उग्र हो गये थे। स्टा व सिक्युरिटी गार्ड के साथ धक्कामुक्की शुरू कर दी। कोल प्रोडक्शन ठप करा दिया। आउटसोर्सिंग कंपनी के अफसर अभिषेक सिंह, बोर्रागढ़ ओपी प्रभारी सौरभ चौबे की कैंप में आंदोलनकारियों से वार्ता होने लगी। इसी बीच साढ़े बारह बजे झरिया थाना प्रभारी पीके सिंह दलबल के साथ आकर लाठीचार्ज कर दिया।
न्याय मांगने पर पुलिस ने की बर्बरता
मोहित श्रीवास्तव के भाई संजय श्रीवास्तव का कहना है कि हमलोग मुआवजा व भाई की मर्डर की जांच की मांग को लेकर शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे थे। इसी बीच झरिया पुलिस मौके पर पहुंचकर लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया। भद्दी-भद्दी गालियां दी।