Dhanbad Muthoot Finance Robbery: लूटपाट की कोशिश का वीडियो फुटेज आया सामने
कोयला राजधानी धनबाद के बैंक मोड़ स्थित मुथूट फिनकॉर्प डकैती की कोशिश में पकड़े गये क्रिमिनल आसिफ पूछताछ में पुलिस को गुमराह कर रहा है। पुलिस को प्रारंभिक पूछताछ में आसिफ ने बेउर जेल में बंद राजीव को मास्टरमाइंड बताया था
- पूछताछ में पुलिस को बरगला रहे हैं दोनों क्रिमिनल
धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद के बैंक मोड़ स्थित मुथूट फिनकॉर्प डकैती की कोशिश में पकड़े गये क्रिमिनल आसिफ पूछताछ में पुलिस को गुमराह कर रहा है। पुलिस को प्रारंभिक पूछताछ में आसिफ ने बेउर जेल में बंद राजीव को मास्टरमाइंड बताया था।
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आसिफ ने धनबाद पुलिस टीम की पूछताछ ने बताया था किराजीव के कहने पर ही मुथूट में डकैती करने पहुंचे थे। जब मैनेजर लॉकर की चाबी नहीं दे रहा था तो राजीव को ही कॉल लगाई गई थी। वीडियो कॉल पर राजीव ने ही मुथूट के मैनेजर को धमकाया था। उसने पुलिस को बताया था कि राजीव के कहने पर ही धनसार के गुंजन ज्वेलर्स में डकैती हुई थी। धनबाद के एसएसपी संजीव कुमार ने बेऊर जेलर को फोन कर बात किया तो कुछ और ही बातें सामने आई। जेलर ने राजीव के वीडियो कॉल करने के बात से साफ इन्कार किया है।
बेऊर जेल प्रशासन ने दावा किया है कि जब मुथूट फिनकॉर्प में डकैती हो रही थी। उस वक्त राजीव कुमार सिंह बेऊर जेल में नहीं था। उसी दिन 11:59 में राजस्थान के अलवर जेल से बेऊर जेल पहुंचा था। जेल के सीसीटीवी फुटेज में टाइम के साथ उसका पूरा रिकॉर्ड दर्ज है। राजीव कुमार सिंह तीन अगस्त को ही बेऊर जेल से एक मामले में राजस्थान के अलवर जेल शिफ्ट हुआ था।ऐसी स्थिति में जब मुथूट फिनकॉर्प में 10 बजे के करीब डकैत घुसे तो बेऊर जेल से राजीव सिंह कैसे बैंक मैनेजर को धमका सकता है। जेलर ने घटना के दिन राजीव कुमार सिंह के बेऊर जेल में प्रवेश करने का सीसीटीवी फुटेज भी भेजा है। जिस वक्त धनबाद में डकैती हो रही थी उस वक्त राजीव बेऊर जेल में नहीं था। राजीव छह सितंबर को दिन 11:59 में अलवर जेल से बेऊर जेल पहुंचा था। जबकि धनबाद में डकैती का प्रयास दिन के 10:00 बजे के लगभग होने की बात कही जा रही है।
पूछताछ में बिहार के कई क्रिमिनलों के नाम आये सामने
मुथूट फिनकार्प डाका कांड में गिरफ्तार दोनों क्रिमिनलोंराहुल और आरिफ ने पुलिस पूछताछ में बिहार के कई क्रिमिनलों के बारे में पुलिस को जानकारी दी है। धनबाद पुलिस ने बिहार पुलिस से इन क्रिमिनलों के बारे में जानकारी मांगी है। इस कांड का मास्टर माइंड राजीव व सुबोध बेउर जेल पटना में बंद है। दोनों क्रिमिनल जेल के भीतर से ही अपराध का संचालन कर रहे हैं। पुलिस पूछताछ के दौरान आसिफ ने इस घटना में एक दर्जन क्रिमिनलों के शामिल होने का खुलासा किया है। सरायढेला थाना में पुलिस को दिये गये बयान में राघव एवं आसिफ ने पुलिस को बताया है कि उसके नेटवर्क में भीम नामक एक क्रिमिनल भी शामिल है। जमशेदपुर, राजस्थान के भिवंडी तथा गोड्डा में कई लूट की घटना को अंजाम दिया है। इसमें उनके सहयोगी शंकर उर्फ रमेश ठाकुर, भूली निवासी शुभम कुमार उर्फ रैबिट शिवम कुमार उर्फ छोटू उर्फ टोकियो , रवि रंजन उर्फ बादशाह, राहुल सिंह उर्फ राघव, रवि रंजन उर्फ रम्मी, शिवम कुमार,अमित सिंह उर्फ मैनेजर साहब, अमन सिंह उर्फ साहिल उर्फ कालिया, पप्पू सिंह, गुड्डू उर्फ प्रोफेसर, मांझी उर्फ छोटू सोनू सिंह उर्फ खगेंद्र नारायण सिंह उर्फ खटीक उर्फ संतोष सिंह, मुन्ना माइकल उर्फ राजा साहनी शामिल है।
आसिफ एवं राहुल ने यह भी बताया है कि समस्तीपुर लदौरा के शंकर उर्फ रमेश ठाकुर के साथ राजस्थान के भिवंडी में एक्सिस बैंक को तीन चार महीने पहले लूटने में वह शामिल था। इस घटना में उसे हिस्सा नहीं मिला था। शंकर ने बाद में देने का भरोसा उनलोगों को दिलाया था। बैंकमोड़ की घटना से 10दिन पूर्व ही शंकर आकर उनलोगों से मिला। आफर दिया कि धनबाद में क्राइम करना है। धनबाद की घटना के बाद ही पूर्व में लूटे गये संपत्ति का हिस्सा उनलोगों को मिलेगा। इसके वे लोग क्राइम करने के लिए तैयार हो गये।शंकर ने उन दोनों को 27-28 अगस्त धनबाद बुलाया था। समस्तीपुर से वे लोग मोर्य एक्सप्रेस से कुल्टी स्टेशन पर उतरकर मैथन डैम आए थे। वहीं भूली के शुभम कुमार उर्फ रैबिट से उसकी मुलाकात हुई थी। मैथन डैम के निकट उसे गोल्डन नामक एक युवक ने किराये पर मकान दिलाया था। शिवम कुमार उर्फ छोटू उर्फ टोकियो पहले से वहां मौजूद था। एक दिन बाद रमेश ठाकुर उर्फ शंकर उसके रूम में आया तथा रवि रंजन उर्फ उर्फ बादशाह भी उसके साथ था। वहीं बैठकर बैंकमोड़ में क्राइम करने की प्लानिंग बनी थी।
शुभम की ट्रेन में हुई थी क्रिमिनलों से दोस्ती...
मुथुट फिनकार्प में डकैती के दौरान शूटआउट में मारा गया शुभम सिंह उर्फ रैबिट वर्ष 2019 में उसने डीएवी कुसुंडा और वर्ष 2021 में उसी स्कूल से साइंस से 90 परसेंट नंबर लाकर पास किया था। इससे पूर्व वह तैयारी करने के लिए पटना आया - जाया करता था। पुलिस कहना है कि शुभम के इन हार्डकोर क्रिमिनलों से दोस्ती ट्रेन में ही हुई थी। प्रारंभ में वह छोटी - मोटी छिनतई करने लगा था। हालांकि बाद में वह इस गैंग का सक्रिय सदस्य बन गया।पिछले एक वर्ष में शुभम ने आसनसोल, जमशेदपुर, पटना, भागलपुर के कई बैंक व ज्वेलरी शॉप की रेकी की है। कुछ कांड में वह संलिप्त भी रहा है मगर कभी पकड़ा नहीं गया। पुलिस के अनुसार शुभम इन हार्डकोर क्रिमिनलों के साथ इस गैंग के लीडर राजेश सिंह उर्फ पीलू और सुबोध सिंह से बेउर जेल में मुलाकात करने गया था। वहीं इन्हें धनबाद में गोल्डलूटने का आदेश मिला। एक गैंग ने गुंजन ज्वैल्स में डकैती की और दूसरी गैंग ने मुथुट फिनकार्प में डकैती की योजना बनाई।