Dhanbad: संजीव सिंह को तिहाड़ जेल भेजने की प्लानिंग, कोर्ट में आवेदन दे जताया अंदेशा
कोयला राजधानी धनबाद के एक्स डिप्टी मेयर नीरज सिंह सहित चार लोगों की मर्डर की साजिश रचने के आरोप में जेल में बंद झरिया के एक्स एमएलए संजीव सिंह को तिहाड़ जेल भेजने की प्लान बनाई जा रही है। यह अंदेशा संजीव सिंह ने खुद गुरुवार को कोर्ट में अपने एडवोकेट के माध्यम से आवेदन देकर जताया है।
धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद के एक्स डिप्टी मेयर नीरज सिंह सहित चार लोगों की मर्डर की साजिश रचने के आरोप में जेल में बंद झरिया के एक्स एमएलए संजीव सिंह को तिहाड़ जेल भेजने की प्लान बनाई जा रही है। यह अंदेशा संजीव सिंह ने खुद गुरुवार को कोर्ट में अपने एडवोकेट के माध्यम से आवेदन देकर जताया है।
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एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट के जज अखिलेश कुमार की कोर्ट में संजीव सिंह की ओर से उनके एडवोकेट जावेद ने आवेदन दिया है। आवेदन में कहा गया है कि जेल आईजी उमाशंकर सिंह नीरज सिंह मर्डर केस के वादी के परिजन से सांठगांठ कर संजीव सिंह को दिल्ली एम्स नहीं ले जाने दे रहे हैं। सरकार के दबाव में आकर जेल आईजी 10 अक्तूबर को डिजास्टर मैनेजमेंट गृह कारा विभाग के संयुक्त सचिव सरिता दास को पत्र लिखकर कहा है कि विचाराधीन बंदी संजीव सिंह को दिल्ली भेजने के आदेश की प्रतीक्षा में तिहाड़ जेल में रखने की अनुमति दी जाए।
संजीव सिंह की ओर से आवेदन में यह भी कहा गया है कि राज्य सरकार तथा उसके पदाधिकारी कोर्ट के आदेश का पालन करने के लिए बाध्य हैं, परंतु सरकार के अधिकारी कोर्ट के अधिकार को लगातार चुनौती दे रहे हैं। आवेदन में जेल आईजी एवं धनबाद जेल सुपरिटेंडेंट के खिलाफ कोर्ट का अवमानना एवं आदेश का पालन न करने पर कार्रवाई करने तथा दोनों अफसरों पर कोर्ट के आदेश की अवमानना की कार्रवाई चलाने के लिए हाईकोर्ट भेजने की प्रार्थना की गई। आवेदन में यह भी कहा गया है कि 16 अगस्त 2023 को हाई कोर्ट की ओर से संजीव सिंह की वाइफ रागिनी सिंह के आवेदन पर आदेश पारित करते हुए संजीव सिंह को अविलंब दिल्ली स्थित एम्स भेजने का आदेश दिया गया था। हाईकोर्ट के आदेश के साढ़े तीन माह बीत जाने के बाद भी स्थिति वही की वही है। संजीव सिंह अभी तक रांची रिम्स में पड़े हुए हैं। संजीव सिंह की ओर से दाखिला आवेदन पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने धनबाद जेल सुपरिटेंडेंट से स्पष्टीकरण की मांग की है।
वर्ष 2017 की 11 अप्रैल से जेल में हैं संजीव
बीजेपी के एक्स एमएलए संजीव सिंह वर्ष 2017 की 11 अप्रैल जेल में बंद है। वर्तमान वह रांची रिम्स में इलाजरत हैं। उनके खिलाफ पुलिस ने 28 जून 2017 को चार्जशीट दायर किया था।धनबाद कोर्ट ने वर्ष 2019 की तीन जनवरी 19 को संजीव समेत छह के विरूद्ध आरोप का गठन कर दिया था। धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश की कोर्ट 20 सितंबर 2017 एवं 11 अक्टूबर 18 को संजीव की बेल पिटीशन खारिज कर दी थी। झारखंड हाई कोर्ट ने भी वर्ष 2019 की सात फरवरी को संजीव को बेल देने से इन्कार करते हुए बेल पिटीशन खारिज कर दी थी। 24 नबंर 2023 को भी संजीव की बेल पिटीशन स्पेशल कोर्ट ने खारिज कर दी थी। संजीव सिंह की बेल पिटीशन की अर्जी चार बार लोअर कोर्ट से और दो बार हाई कोर्ट से खारिज हो चुकी है। संजीव सिंह एक्स डिप्टी मेयर और अपने चचेरे भाई नीरज सिंह समेत चार लोगों की मर्डर केस में पिछले छह वर्षों से जेल में बंद हैं। फिलहाल वह रिम्स में इलाजरत हैं।
स्टील गेट में वर्ष 2021 की नीरज समेत चार लोगों की हुई थी मर्डर
धनबाद में सरायढेला स्टील गेट के समीप सरेशाम वर्ष 2017 की हुए 21 मार्च की शाम कोयलांचल के सबसे बड़े शूटआउट को अंजाम दिया गया था। धनबाद के एक्स डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों को गोलियों से भून दिया गया गया था। नीरज सिंह शाम सात बजे अपने फॉच्यूनर (जेएच10एआर-4500) से झरिया से सरायढ़ेला स्थित अपने आवास रघुकुल लौट रहे थे। वह ड्राईवर घोल्टू महतो के साथ आगे सीट पर बैठे थे। पीछे के सीट पर उनका सहायक सरायढ़ेला न्यू कॉलोनी निवासी अशोक यादव और प्राइवेट बॉडीगार्ड मुन्ना तिवारी बैठे थे। स्टील गेट के पास बने स्पीड ब्रेकर पर नीरज की गाड़ी की स्पीड कम होते ही दो बाईक पर सवार चार हमलावरों ने उनकी कार को चारों तरफ से घेर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। चारों तरफ से नाइन एमएम की पिस्टल और कारबाईन से 50 से अधिक राउंड फायरिंग की गई। गाड़ी में सवार अशोक यादव, मुन्ना तिवारी और ड्राईवर घलटू महतो और नीरज सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी।
मामले में अभिषेक सिंह उर्फ गुड्डू सिंह ने बीजेपी के तत्कालीन झरिया एमएलए संजीव सिंह, मनीष सिंह, पिंटू सिंह, महंथ पांडेय व गया सिंह के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी थी। पुलिस इस मामले 11 अप्रैल को नीरज के चचेरे भाई झरिया के तत्कालीन एमएलए संजीव सिंह, पिंटू सिंह, संजय सिंह. डबल्यू मिश्रा को जेल भेजा गया था। घनुडीह निवासी बिनोद सिंह को भी अरेस्ट कर जेल भेजा गया। इसके बाद यूपी पुलिस ने इस मर्डर में शामिल शूटरों को बारी-बारी से अरेस्ट कर धनबाद पुलिस को सौंपी थी। शूटरों में अमन सिंह, कुर्बान अली, शिबू उर्फ सागर सिंह, पंकज सिंह व सतीश सिंह शामिल है। मामले एक्स एमएलए संजीव सिंह, धनजी सिंह, संजय सिंह, पिंटू सिंह, डब्ल्यू गिरि, अमन सिंह, शिबू उर्फ सागर, सोनू उर्फ कुर्बान, सतीश उर्फ रोहित उर्फ चंदन ,पंकज सिंह, विनोद सिंह,रिंकू सिंह जेल में हैं। अमन सिंह को हजारीबाग जेल, शिबू उर्फ सागर को जमशेदपुर के घाघीडीह जेल, सोनू उर्फ कुर्बान को मेदिनीनगर जेल, सतीश उर्फ रोहित उर्फ चंदन को दुमका जेल एवं पंकज सिंह को हजारीबाग सेंट्रल जेल भेजा जा चुका है। संजीव सिंह को भी धनबााद जेल से दुमका जेल ट्रांसफर कर दिया गया था। कोर्ट के आदेश पर उन्हें फिर धनबाद जेल लाया गया।