Dhanbad: धनबाद जिला के 33 पुलिस स्टेशन व ओपी में प्रभारी की पोस्टिग, एसएसपी ने जारी किया आदेश
पुलिस कप्तान हृदीप पी जनार्दनन ने जिले के खाली पड़े पुलिस स्टेशन व ओपी में थाना प्रभारी व ओपी प्रभारी की पोस्टिंग कर दी है। बाघमारा महिला थाना प्रभारी की भी पोस्टिंग कर दी गयी है। 33 पुलिस सब इंस्पेक्टरों को थाना व ओपी की कमान दी गयी है। इनमें लगभग 30 दूसरे जिले से बदलकर आये हैं।
धनबाद। पुलिस कप्तान हृदीप पी जनार्दनन ने जिले के खाली पड़े पुलिस स्टेशन व ओपी में थाना प्रभारी व ओपी प्रभारी की पोस्टिंग कर दी है। बाघमारा महिला थाना प्रभारी की भी पोस्टिंग कर दी गयी है। 33 पुलिस सब इंस्पेक्टरों को थाना व ओपी की कमान दी गयी है। इनमें लगभग 30 अफसर दूसरे जिले से बदलकर आये हैं। एक बार फिर एसएसपी ने जिले में पहली बार थानेदारों की पोस्टिंग में ऐसा आदेश जारी किया, जिस पर एक बार में किसी को यकीन ही नहीं हो सका।
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पुलिस कप्तान हृदीप पी जनार्दनन ने 33 पुलिस सब इंस्पेक्टरों के ट्रांसफर संबंधी आदेश जारी कर दिया है। पुलिस सब इंस्पेक्टर सुनील रवि को बरवाअड्डा पुलिस स्टेशन का थाना प्रभारी , पवन कुमार को बरोरा थाना प्रभारी, सुजीत सिंह को बाघमारा थाना प्रभारी व गौरव कुमार को राजगंज थाना प्रभारी बनाया गया है। सुमन कुमार तिसराथाना, धीरज कुमार महुदा थाना, गिरधर गोपाल हरिहरपुर थाना, आशीष भारती बलियापुर थाना व जय प्रकस मधुबन थाना प्रभारी बनाये गये हैं। वर्षा रानी मिंज को बाघामारा महिला थाना की कमान दी गयी है।
पुलिस सब इंस्पेक्टर आकृष्ट अमन को मैथन, नीतीश कुमार को गलफररबाड़ी, प्रभात रंजन राय को पंचेत,बालमुकुद सिंह को भांटडीह ओपी, महिला एसआइ अरुणिमा बागे को सोनारडीह ओपी प्रभारी बनाया गया है।
लोकसभा चुनाव से पूर्व स्टेट पुलिस में 346 पुलिस इंस्पेक्टर और 2703 सब इंस्पेक्टर्स के ट्रांसफर हुए हैं। हालांकि जितनी जल्दी धनबाद में पुलिस इंस्पेक्टरों को थाना सौंपे गये थे। वह अपने आप में चर्चा का विषय बना है। एसएसपी ने अब 33 पुलिस सब इंस्पेक्टरों को विभिन्न पुलिस स्टेशन व ओपी में बौतर प्रभारी पोस्टिंग किया है। इनमें जिले के टॉप व क्रीम पुलिस स्टेशन माने जानेवाले बरवाअड्डा,राजगंज, बाघमारा, मैथन, गलफ्रबाड़ी,बरोरा, पंचेत, कालूबथान पुलिस स्टेशन व ओपी प्रभारी भी शामिल हैं। विभाग में अचरज का विषय यह बना हुआ है कि जिन लोगों ने आज तक धनबाद में ठीक एसएसपी कोठी भी नहीं देखी, उन्हें इतनी जल्दी 'क्रीम थाना' समझे वाले इन थानों की थानेदारी कैसे मिल गई।
कर्मठ व ईमानदार अफसरों को मिला मौका
पोस्टिंग की टेलीफोनिक जानकारी मिलने पर जीटी रोड के थानेदारों को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उनको जिम्मेवारी मिल गयी है। विभाग के लोग कह रहे कि ऐसा तो लगभग एक डेढ़ दशक पूर्व तत्कालीन एसपी रहे आईपीएस कर्मठ व ईमानदार अफसरों के समय में ही देखने को मिला था। इसके बाद तो परंपरा यह बन गई कि जो एसपी आवास की परिक्रमा करता था, चार-पांच जगहों से पैरवी पत्र लाता था, उसे ही इन थानों में भेजा जाता था। वर्तमान एसएसपी के इस निर्णय की तारीफ करते उनके आलोचक भी नहीं थक रहे।
जो कॉन्फिडेंट थे, वह खड़े हैं कतार में
सिर्फ काम के आधार पर थानेदारी देने के ही एसएसपी के निर्णय की तारीफ नहीं हो रही, बल्कि यह भी चर्चा का विषय बना है कि जो अपनी राजनीतिक पकड़ व अन्य कारणों से बेहतर जगह प्रतिनियुक्ति को लेकर पहले से कॉन्फिडेंट थे, वह अभी एसएसपी के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में विभागीय पदाधिकारी और कर्मी ही उम्मीद जता रहे हैं कि जल्द जिले की पुलिसिंग में नये बदलाव और सुधार देखने को मिलेंगे।