धनबाद: रेलवे बोर्ड ने दी मंजूरी, 10 नवंबर से चलेगी गंगा-दामोदर एक्सप्रेस समेत नौ जोड़ी ट्रेनें
रेलवे ने कोयलंचल व आसपास से दिवाली और छठ के दौरान देस जानेवाले पैसेंजर्स को बड़ी खुशखबरी दी है। धनबाद से पटना जानेवाली गंगा-दामोदर एक्सप्रेस, रांची-पटना जनशताब्दी और सहरसा व पूर्णिया जानेवाली कोशी एक्सप्रेस समेत नौ जोड़ी ट्रेनें 10 नवंबर से चलेंगी।
- रांची-पटना जनशताब्दी और सहरसा व पूर्णिया जानेवाली कोशी एक्सप्रेस भी दौड़गी
- दरभंगा, सीतामढ़ी, क्यूपल जाने के लिए रेलवे ने शुरू की स्पेसशल ट्रेन, टिकट बुकिंग शुरु
- अलेप्पी एक्सप्रेस को सुपरफास्ट बनाकर 22 कोच के साथ चलाने की योजना
धनबाद। रेलवे ने कोयलंचल व आसपास से दिवाली और छठ के दौरान देस जानेवाले पैसेंजर्स को बड़ी खुशखबरी दी है। धनबाद से पटना जानेवाली गंगा-दामोदर एक्सप्रेस, रांची-पटना जनशताब्दी और सहरसा व पूर्णिया जानेवाली कोशी एक्सप्रेस समेत नौ जोड़ी ट्रेनें 10 नवंबर से चलेंगी।
रेलवे बोर्ड ने गुरुवार को उक्त नौ जोड़ी ट्रेनों को 10 नवंबर से चलाने की मंजूरी दे दी है। इन ट्रेनों को 30 नवंबर तक स्पेशल बनाकर चलाने की अनुमति मिली है। बाद में परिस्थितियों के अनुसार फेरे में विस्तार किया जा सकता है। उक्त नौ जोड़ी ट्रेनों के चलने से धनबाद के साथ-साथ गोमो, बोकारो और रांची के पैसेंजस को भी बड़ी राहत मिलेगी। विशेषकर बिहार के लिए काफी संख्या में लोग दीवाली व छठ के दौरान सफर करते हैं। रांची पटना जनशताब्दी के चलने से बोकारो के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
10 से चलने वाली नौ जोड़ी ट्रेनें
धनबाद पटना गंगा-दामोदर एक्सप्रेस
बरकाकाना-पटना पलामू एक्सप्रेस
सिंगरौली-पटना एक्सप्रेस
हटिया-इस्लामपुर एक्सप्रेस
हटिया-पूर्णिया कोर्ट कोशी एक्सप्रेस
राजेंद्र नगर-दुर्ग एक्सप्रेस
रांची-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस
पटना-टाटा एक्सप्रेस
धनबाद पटना एक्सप्रेस
दरभंगा, सीतामढ़ी, क्यूपल जाने के लिए रेलवे ने शुरू की स्पेसशल ट्रेन, टिकट बुकिंग शुरु
रेलेव ने झारखंड की राजधानी रांची से झाझा, क्यूल, दरभंगा, सीतामढ़ी और बैरागनियां तक जाने वाली हैदराबाद फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन नंबर नंबर 07005 शुरु की है। इस ट्रेन की सभी सीटें भर गई हैं। इस ट्रेन में अब 13 नवंबर, 20 नवंबर और 27 नवंबर को वेटिंग चल रही है। रेलवे ने हैदराबाद से दरभंगा के लिए एक नई फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन नंबर 07009 चलायेगी। यह ट्रेन रांची से रात 10:40 खुलेगी। रांची से 12 नवंबर को खुलने वाली इस ट्रेन में गुरुवार की शाम से टिकट मिलने शुरू हो सकता है। इस ट्रेन से जसीडीह, बरौनी और दरभंगा जाना है, वह आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर इस ट्रेन के लिए टिकटों की बुकिंग खुलते ही रिजर्वेशन करा सकते हैं। ट्रेन नंबर 07005 में 6 नवंबर के लिए 2s यानी बैठकर जाने वाला कोच रिग्रेट हो गया है। इसके टिकट अब नहीं मिल रहे हैं। इसी तरह स्लीपर में 6 और 13 नवंबर के लिए रिग्रेट है।जबकि 20 और 27 नवंबर के लिए 60 और 93 की वेटिंग है। थर्ड एसी कोच में 6,13, 20 और 27 नवंबर के लिए वेटिंग लिस्ट चल रही है। यही हाल सेकंड एसी का भी है। सेकंड एसी के लिए भी 6 नवंबर को 17, 13 नवंबर को 36, 20 नवंबर को 7 और 27 नवंबर को 12 वेटिंग है।
अलेप्पी एक्सप्रेस को सुपरफास्ट बनाकर 22 कोच के साथ चलाने की योजना
धनबाद-अलेप्पी एक्सप्रेस की सफलर के लिए यात्रियों को अभी और इंजार करना होगा। इस ट्रेन को सुपरफास्ट बनाने और 22 कोच के साथ चलाने की योजना है। धनबाद से चलने वाली अलेप्पी एक्सप्रेस 12 कोच के साथ ही चलती थी। शेष हिस्सा टाटानगर से खुलकर राउरकेला में जुड़ता था। अब टाटानगर से एर्नाकूलम और धनबाद से अलेप्पी एक्सप्रेस को फुल रैक यानी 22 कोच के साथ चलाने की मंजूरी मिल गई है। हलांकि जब तक धनबाद को पूरे 22 कोच के रैक नहीं मिल जाते तब तक ट्रेन नहीं चल सकेगी। रेलवे सोर्सेज का कहना है कि इस ट्रेन को अब नये टाइम टेबल में शामिल किया गया है।धनबाद से अलेप्पी वीक में तीन दिन ही चलेगी। इसके लिए छह रैक की आवश्यकता है। धनबाद के पास छह रैक तो हैं पर सभी 12 पैसेंजर कोच वाले हैं। 22 कोच वाले रैक मिलने पर ही यह ट्रेन पटरी पर दौड़ पायेगी।अलेप्पी एक्सप्रेस लगभग 58 घंटे में अपना सफर पूरा करती है। धनबाद से अलेप्पी के बीच इस ट्रेन के 93 स्टॉपेज हैं। सुपरफास्ट बनने के के बाद स्टॉपेज में भी बदलाव होगा। कम पैसेंजस और इनकम वाले स्टेशन पर इस ट्रेन का स्टॉपेज हटाया जा सकता है।
कोरोना काल में 22 मार्च से बंद है महत्वपूर्ण ट्रेने
धनबाद-अलेप्पी एक्सप्रेस ट्रेन से धनबाद, बोकारो, रांची समेत दूसरे जिलों से न सिर्फ दक्षिण भारत जानेवाले यात्री बल्कि काफी संख्या में पेसेंट भी सफर करते हैं। चेन्नई और वेल्लोर में इलाज के लिए पर डे चलने वाली यही एक ट्रेन है। कोरोना काल में लॉकडाउन में 22 मार्च से ही यह ट्रेन बंद हैं। पैसेंजर्स को आठ महीनेसे इस ट्रेन के खुलने का इंतजार है।इसीआर ने जिन नौ जोड़ी ट्रेनों को चलाने की मंजूरी दी है, उनमें अलेप्पी एक्सप्रेस शामिल नहीं है। इस कारण से दिवाली और छठ से पहले इस ट्रेन के चलने की संभावना कम ही है।