धनबाद: न्यू टाउन हॉल में विश्व आदिवासी दिवस पर कार्यक्रम संम्पन्न
विश्व आदिवासी दिवस के शुभ अवसर पर सोमवार को न्यू टाउन हॉल में किसानों के बीच किसान क्रेडिट कार्ड, मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत पशुधन वितरण कार्यक्रम एवं लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों के वितरण हेतु जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिले के सभी ब्लॉक में भी प्रखंड स्तरीय कार्यक्रम आयोजित हुए।
- आदिवासी संस्कृति एवं भाषा का संरक्षण करना हमारी जिम्मेदारी: डीसी
- लाभुकों के बीच किसान क्रेडिट कार्ड, पशुधन सहित अन्य परिसंपत्तियों का वितरण
धनबाद। विश्व आदिवासी दिवस के शुभ अवसर पर सोमवार को न्यू टाउन हॉल में किसानों के बीच किसान क्रेडिट कार्ड, मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत पशुधन वितरण कार्यक्रम एवं लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों के वितरण हेतु जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिले के सभी ब्लॉक में भी प्रखंड स्तरीय कार्यक्रम आयोजित हुए।
कार्यक्रम में जिला कृषि पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला गव्य विकास पदाधिकारी एवं पशुपालन पदाधिकारी द्वारा उनके विभागों के माध्यम से संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी कार्यक्रम में उपस्थित किसानों को दी गई।कार्यक्रम में डीसी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा विश्व आदिवासी दिवस के साथ-साथ इस वर्ष से विश्व आदिवासी दशक मनाने का संकल्प लिया गया है। इस दशक में हमें आदिवासी समाज के संस्कृति कल्याण एवं विकास की रूपरेखा तय करने हेतु विभिन्न योजनाओं पर कार्य करना है।
उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार पूरे विश्व में 7000 भाषाएं बड़ी संख्या में बोली जाती रही है। जिसमें से 40% भाषाएं विलुप्त होने के कगार पर हैं या विलुप्त हो गई है। भाषा की वजह से संस्कृति एवं परंपराएं विलुप्त हो रही हैं। हम सभी को आदिवासी संस्कृति के संरक्षण हेतु भाषाओं का भी संरक्षण करना है।उन्होंने बताया कि जिले में 97000 से अधिक प्रधानमंत्री किसान योजना के लाभार्थी है। जिसमें लगभग 68000 किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ पहुंचाया गया है। शेष किसानों को लाभ पहुंचाना हमारा लक्ष्य है। अब तक 11500 किसान क्रेडिट कार्ड के नए आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। जिनके स्वीकृति की प्रक्रिया जारी है।
उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड का मुख्य उद्देश्य है कि खेती संबंधी कार्यों हेतु किसानों को कम दर पर ऋण प्रदान किया जाता है। सही समय पर ऋण चुकाने से सरकार सब्सिडी भी प्रदान करती है। किसान क्रेडिट कार्ड के कारण किसानों का शोषण भी कम हुआ है।उन्होंने बताया कि पूर्व में किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ सिर्फ खेती करने वाले किसानों को दिया जाता था। वर्तमान में गाय पालकों, मछली पालने वालों, मुर्गी, बत्तख, बकरी इत्यादि पशु पालने वालों को भी इसका लाभ लाभ प्रदान किया जा रहा है।डीसी ने विश्व आदिवासी दिवस के शुभ अवसर पर जिला प्रशासन की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी।
कार्यक्रम में रांची में आयोजित हो रहे राज्यस्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। उपायुक्त ने सभी उपस्थित किसानों से सीएम द्वारा बताये गये योजनाओं तथा उनके मार्गदर्शन के आलोक में आगे बढ़ चढ़कर कार्य करने तथा अपने समाज को विकसित करने का संकल्प लेने की अपील की।कार्यक्रम में किसानों के बीच किसान क्रेडिट कार्ड, मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत बत्तख एवं गाय, नाव, मोटर बोट, केज हाउस सहित अन्य परिसंपत्तियों का वितरण किया गया।
कार्यक्रम में धनबाद एमएलए राज सिन्हा, झरिया एमएलए पूर्णिमा नीरज सिंह, डीसी, एडीएम, एसी, डीएसओ, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी तथा जिला के सभी प्रखंडों से आए हुए कृषक मित्र तथा किसान उपस्थित रहे।