धनबाद: भेलाटांड़ में युवक की मर्डर, 12 घंटे के अंदर मामले का खुलासा, आरोपी साला अरेस्ट
बरवाअड्डा पुलिस स्टेशन एरिया के भेलाटांड़ में बुधवार की रात विजय ठाकुर (28) की मर्डर कर दी गई। बरवाअड्डा पुलिस ने मामले में सक्रियता दिखाते हुए 12 घंटे के अंदर वारदात को अंजाम देने वाले उसके साला अभिषेक महतो को अरेस्ट कर लिया है।
धनबाद। बरवाअड्डा पुलिस स्टेशन एरिया के भेलाटांड़ में बुधवार की रात विजय ठाकुर (28) की मर्डर कर दी गई। बरवाअड्डा पुलिस ने मामले में सक्रियता दिखाते हुए 12 घंटे के अंदर वारदात को अंजाम देने वाले उसके साला अभिषेक महतो को अरेस्ट कर लिया है।
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पुलिस ने मर्डर के आरोपित साले की निशानदेही पर पुलिस ने मर्डर में प्रयुक्त खून से सना बांस भी बरामद कर लिया है। वारदात को अंजाम देने के बाद अभिषेक घर छोड़कर फरार था। उसका मोबाइल रात से स्विच ऑफ था। पुलिस को पूरा शक था कि मर्डर में उसी का हाथ है। पुलिस रात से ही उसे ढूंढ़ रही थी। पुलिस ने अभिषेक को पकड़ा तो पूरा मामला स्पष्ट हो गया।
बहन के लव मैरिज से नाराज था अभिषेक
अभिषेक की बहन भारती से पांच माह पूर्व ही विजय ठाकुर ने छुपकर लव मैरिज कर लिया था। दोनों की शादी से अभिषेक और उसके घरवाले काफी नाराज थे। यह मामला केस मुकदमा तक पहुंच गया था। अभिषेक ने जिस बांस से अपने बहनोई की हत्या की, पुलिस ने उसे बरामद कर लिया है। हालांकि अभी पुलिस अभिषेक की अरेस्टिंग का खुलासा नहीं कर रही है।विजय ठाकुर के पिता गिरिडीह के बेंगाबाद चपुआडीह निवासी रामचंद्र ठाकुर ने भी इस मामले में विजय के ससुरालवालों पर शक जाहिर किया था। विजय अपनी प्रेमिका भारती से शादी करने के बाद घरवालों की नाराजगी से बचने के लिए धनबाद में प्रभातम माॅल के पास वाइफ के साथ रह रहा था। विजय सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था। उसकी पत्नीा प्रभातम मॉल के ही एक स्टोर में काम करती है।
अपने जीजा को मर्डर करने वाले साले ने बताया- साइबर क्राइम और यौन शोषण में जेल जा चुका था विनय ठाकुर
पुलिस पूछताछ में अभिषेक महतो ने पुलिस को बताया कि विनय ठाकुर यौन शोषण के आरोप में भी कुछ माह जेल में रह चुका है। दरअसल शादी का झांसा देकर उसकी बहन का ही विनय ठाकुर ने यौन शोषण किया, जिसके बाद शादी से इन्कार कर दिया। मामले में उसकी बहन ने गिरिडीह में यौन शोषण की एफआइआर दर्ज कराई थी, जिसके बाद युवक काे जेल भेजा गया था। अभिषेक ने बताया कि इसके बाद बाहर आने पर पिछले साल दीपावली के बाद आरोपित ने उसकी बहन भारती को दोबारा अपने प्रेम जाल में फांस कर शादी कर ली थी। मर्डर के आरोपित अभिषेक महतो को बरवाअड्डा पुलिस स्टेशन की पुलिस ने शुक्रवार को जेल भेज दिया है।अभिषेक को जेल भेजने से पूर्व मुख्यालय डीएसपी अमर कुमार पांडेय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि आरोपित अभिषेक सिंफर में रंग रोगन का काम करता था। उसकी बहन भारती गिरिडीह के बेंगाबाद स्थित चपुआडीह निवासी विनय ठाकुर से प्रेम करती थी। दोनों एक दूसरे से शादी करने वाले थे, पर आखिर में विनय ठाकुर ने शादी से इन्कार कर दिया था। इसके बाद भारती ने उसके खिलाफ पुलिस स्टेशन में कंपलेन की थी। बाद में मामला सुलझा और विनय ठाकुर लड़की से शादी करने के लिए राजी हो गया। दीपावली के बाद दोनों ने कोर्ट में शादी कर ली। हालांकि इस शादी से दोनों के घर वाले नाखुश थे। खासकर भारती का भाई अभिषेक महतो काफी नाराज था।
डीएसपी ने बताया कि भारती की फोर्थ सेमेस्टर की एग्जाम थी। इसी वजह से भारती अपने पति विनय ठाकुर के साथ धनबाद में रह रही थी। दोनों धैया के राहरगोड़ा में किराए के एक मकान में रहते थे। खर्च निकालने के लिए भारती प्रभातम मॉल में काम भी करती थी। डीएसपी ने बताया कि घटना के दिन भारती ने अपने घर में चिकन बनाया था। विनय ठाकुर चिकन पहुंचाने के लिए ही भेलाटांड़ स्थित अपनी ससुराल गया था। पूछताछ में अभिषेक ने बताया है कि विनय ठाकुर उसके मां-बाप से बात करने लगा था। उनसे मिलने भी जाता था, पर यह उसे पसंद नहीं था। उसने उसे घर में घुसने से भी मना कर रखा था। बुधवार की रात विनय ठाकुर चिकन लेकर उसके घर गया तो वह (अभिषेक) भी घर में था। यह बात उसे हजम नहीं हुई। गुस्से में आकर उसने लौटते समय विनय ठाकुर के सिर पर बांस की फट्टी से जानलेवा हमला कर दिया। सिर से काफी खून बहन की वजह से विनय की मौत हो गई
खून से लथपथ मिली थी बॉडी
बरवाअड्डा पुलिस ने बुधवार की रात विजय का खून से लथपथ बॉडी भेलाटांड़ सरकारी स्कूल के पास से बरामद किया था। पुलिस छानबीन कर रही थी। भारती के चार चाचा को भी पुलिस कस्टडीमें लेकर पूछताछ कर चुकी है। विजय के सिर पर जोरदार हमला किया गया था, जिससे उसके सिर से काफी खून बह गया और उसने दम तोड़ दिया। लोकल लोगों ने खून से लथपथ बॉडीको देख बरवाअड्डा थाना की पुलिस को सूचना दी थी। मौके पर पहुंची पुलिस विजय को उठाकर एसएनएमएमसीएच धनबाद ले गई थी। वहां डॉक्टर्स ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया था।