Dhanbad: नियमों की धज्जियां उड़ा कोल माइनिंग व डंपिग कर रही है AT देवप्रभा, विधानसभा समिति ने कार्रवाई का दिया निर्देश
धनबाद में एटी देवप्रभा कंपनी पर सरकारी व फॉरेस्ट लैंड पर अवैध कोयला खनन के आरोप, विधानसभा समिति ने खनन रोकने का आदेश दिया।

- धनबाद में एटी देवप्रभा कंपनी पर सरकारी और फॉरेस्ट लैंड पर इलिगल माइनिंग और ओबी डंपिंग के गंभीर आरोप
- विधानसभा समिति ने जांच के बाद माइनिंह रोकने के आदेश दिए
रांची/धनबाद। झारखंड विधानसभा की विशेष समिति ने धनबाद जिले में कोल माइनिंग और ओवर बर्डेन (ओबी) डंपिंग के गंभीर उल्लंघन के मामले में सख्त रुख अपनाया है। समिति ने बीसीसीएल की माइंस डेवलपर ऑपरेटर (एमडीओ) कंपनी एटी देवप्रभा के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई का निर्देश दिया है।
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17 अक्टूबर को विधानसभा की ओर से धनबाद के उपायुक्त (DC) को भेजे गए पत्र में कंपनी के खनन और डंपिंग कार्य को अस्थायी रूप से रोकने और संबंधित भूमि की मापी कराकर रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया है।
क्या हैं आरोप?
एटी देवप्रभा पर आरोप है कि उसने:
सरकारी और फॉरेस्ट लैंड पर अवैध खनन किया।
फॉरेस्ट क्षेत्र में ओबी डंपिंग से पेड़-पौधों को नष्ट कर दिया।
रैयतों की अनुमति के बिना खनन कार्य जारी रखा।
मुआवजा देने से भी इनकार किया गया।
ग्रामीणों की शिकायत के बाद मामला विधानसभा तक पहुंचा, जहां इस पर विस्तृत जांच का निर्णय लिया गया।
विधानसभा समिति की जांच
विधानसभा की ओर से विधायक मथुरा प्रसाद महतो की अध्यक्षता में एक विशेष समिति गठित की गयी। इस समिति में अरुप चटर्जी, राज सिन्हा, उमाकांत रजक, चंद्र महतो, सुदीप गुधिया और धनंजय सोरेन शामिल थे।समिति ने 19-20 सितंबर को बलियापुर और झरिया अंचल के कई इलाकों — सुरुंगा, पहाड़ीगोडा, जीनागोड़ा, नुनुडीह, महुलबनी, भौंरा, गौखूंटी, परसियाबाद और केशलपुर — में स्थल निरीक्षण किया।इस दौरान धनबाद जिला प्रशासन, बीसीसीएल और एटी देवप्रभा के अधिकारी भी मौजूद थे।
जांच में क्या पाया गया?
समिति ने जांच के बाद यह पाया कि: एटी देवप्रभा कंपनी पर लगे आरोप सही हैं। कंपनी ने बीसीसीएल क्षेत्र संख्या-10 (जीनागोड़ा एनटीएसटी) में मनमाने तरीके से खनन किया। ओबी डंपिंग से रैयती व सरकारी भूमि प्रभावित हुई है। बलियापुर के सुरूंगा क्षेत्र में सरकारी जमीन पर डंपिंग जारी है। समिति ने यह भी कहा कि जब तक जांच पूरी नहीं होती, ब्लास्टिंग और उत्खनन कार्य पूरी तरह बंद रखा जाए।
कार्रवाई का आदेश
समिति की रिपोर्ट विधानसभा को सौंपी जा चुकी है। विधानसभा के संयुक्त सचिव ने 16 अक्टूबर को धनबाद डीसी को पत्र लिखते हुए निर्देश दिया कि:एटी देवप्रभा का खनन व डंपिंग कार्य तत्काल रोका जाए। अमीन नियुक्त कर जमीन की मापी कराई जाए। जांच रिपोर्ट के बाद आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाए।
विधानसभा की विशेष समिति बीसीसीएल में कोल माइनिंग करने वाली आउटसोर्सिंग कंपनी एटी देवप्रभा पर राजस्व भूमि अतिक्रमण एवं रैयती जमीन पर ओबी डंप करने के मामले का स्पॉट वेरिफिकेशन करने के लिए18 सितंबर से लेकर 21 सितंबर तक धनबाद में थी। समिति के संयोजक विधायक मथुरा महतो जबकि सदस्य के रूप में अरूप चटर्जी,राज सिन्हा, उमाकांत रजक, चंद्र देव महतो, संदीप गुड़िया, धनंजय सोरेन हैं।समिति बीसीसीएल, डीजीएमएस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इसके बाद बीसीसीएल के एरिया 10 एवं 1 समेत अन्य इलाकों का निरीक्षण कर ग्रामीणों की शिकायतें सुनी थी।