धनबाद: रंजीत साव की मर्डर के लिए रमेश पांडेय ने अमन सिंह को दी थी सुपारी, क्रिमिनलों ने किया खुलासा
कोयला राजधानी धनबाद के झरिया ऊपर कुल्ही 29 अप्रैल को हुई टायर शो रूम संचालक रंजीत साव मर्डर केस मे नया खुलासा हुआ है। मामले में पुलिस रिमांड पर लिये गये क्रिमिनलों एना इस्लामपुर निवासी सद्दाम अंसारी व जोड़ापोखर के भोलू यादव ने पुलिस को दिये गये स्वीकारोक्ति बयान में कहा है कि रंजीत साव मर्डर का किंगपिन रमेश पांडेय हैं।
- झरिया पुलिस की रिमांड पर आये क्रिमिनलों ने पुलिस पूछताछ में कहा- रमेश पांडेय किंगपिन
धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद के झरिया ऊपर कुल्ही 29 अप्रैल को हुई टायर शो रूम संचालक रंजीत साव मर्डर केस मे नया खुलास हुआा है। मामले में पुलिस रिमांड पर लिये गये क्रिमिनलों ना इस्लामपुर निवासी सद्दाम अंसारी व जोड़ापोखर के भोलू यादव ने ने पुलिस को दिये गये स्वीकारोक्ति बयान में कहा है कि रंजीत साव मर्डर का किंगपिन रमेश पांडेय हैं।
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क्रिमिनलों ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि रंजीत साव की र्डर के लिए रमेश पांडेय ने जेल में बंद अमन सिंह को सुपारी दी थी। क्रिमिनलों बयान के आधार पर पर रंजीत साव केस में पुलिस रमेश पांडेय पर शिकंजा कसेगी। मामले में अग्रिम कार्रवाई को लिए पुलिस को सीनीयर अफसरों के आदेश का इंतजार है। रमेश ने हाल ही अभी बीजेपी की सदस्यता ली है। पहले वह विहिप व भाजमो के पदाधिकारी थे। उल्लेखनीय है कि विगत 29 अप्रैल की शाम को उपर कुल्ही टायर शोरूम में तीन क्रिमिनलों ने रंजीत को गोली मारकर मर्डर कर दी थी।
झरिया पुलिस ने मामले में पीडीएस अनाज तस्कर बिरजू पंसारी, हुमायूं खान सहित अन्य को अरेस्ट पूछताछ की। इसके बाद 15 मई को सभी को रंजीत साव मर्डर केस में जेल भेज दिया गया। बिरजू पंसारी पहले भी पीडीएस अनाज तस्करी में जेल जा चुका है। इस समय बिरजू पंसारी व भोला यादव एक साथ थे। इसके बाद पुलिस ने रंजीच मर्डर केस में मास्टर माइंड की खोज में कोर्ट के आदेश पर जेल में बंद सद्दाम अंसारी व भोलू यादव को रिमांड पर लिया। दोनों क्रिमिनलोंसे गोपनीय तरीके से पूछताछ की गयी। पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने वारदात की पूरी कहानी बतायी।
पुलिस सोर्सेज के अनुसार पुलिस पूछताछ में उक्त दोनों ने बताया कि रमेश पांडेय ने रंजीत की मर्डर के लिए उस समय धनबाद जेल में बंद नीरज सिंह मर्डर केस के शूटर अमन सिंह को सुपारी दी थी। इसके बाद अमन सिंह ने उक्त क्रिमिनलों को अंजाम देने के लिए कहा। इसके बाद क्रिमिनल रंजीत की मर्डर से एक माह पहले से ही उसकी मूवमेंट पर नजर रखने लगे थे। वह कब कहां जाता है, क्या करता है, किसके साथ रहता है, अकेले कब रहता है, इन सारी जानकारी जुटाने के बाद 29 अप्रैल को वारदात को अंजाम दिया गया।