BMS में पोस्ट को लेकर विदाद बढ़ा, RSS चीफ तक पहुंची कंपलेन
भारतीय मजदूर संघ से एफीलेटेड अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ ने केंद्रीय निर्देश पर पांच सीनयीर पदाधिकारी को पद मुक्त किया जाने के बाद संगठन में विवाद बढ़ गया है। अनुशासन की धज्जिया उड़ रही है। वििवाद पर संघ के बाहर भी आ गया है।
धनबाद। भारतीय मजदूर संघ से एफीलेटेड अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ ने केंद्रीय निर्देश पर पांच सीनयीर पदाधिकारी को पद मुक्त किया जाने के बाद संगठन में विवाद बढ़ गया है। अनुशासन की धज्जिया उड़ रही है। वििवाद पर संघ के बाहर भी आ गया है।
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संघ के महामंत्री सुधीर घुर्डे लिखित आदेश जारी करते हुए संघ के चार उपाध्यक्ष व एक मंत्री का पद से बाहर किए जाने का पत्र सार्वजनिक रूप से जारी करने पर कड़ी आपति जताते हुए कहा केंद्रीय नेतृत्व का जो हवाला दिया जा रहा है, वह गलत है। संगठन में इस तरह का कोई नियम नहीं है। मुन्नीलाल यादव ने बीएमएस की कंपलेन आरएसएस चीफ से की है। उन्होंने कहा है कि कि इससे संगठन पर असर पड़ेगा। कुछ लोग मनमाने ढंग से संगठन को चलाने का काम करने में लगे है। कोयला प्रभारी के लक्ष्मा रेड्डी ने जो कार्य एसईसीएल में गेस्ट हाउस लेने व बोनस बैठक में शामिल होने के लिए किया है। इसकी जांच होनी चाहिए। महामंत्री के कार्यकलाप भी ठीक नहीं हैा। इधर इस पत्र के बाद संगठन पर सवाल उठने लगे है।
उम्र 60 साल पार करने पर हुए हैं पदमुक्त
उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ महामंत्री घुर्डे ने उक्त पांचों सभी पदाधिकारी को उनकी उम्र 60 साल पार पर पदमुक्त कर दिया है। इसमें बीसीसीएल से गोराचंद्र चटर्जी, इमाउल हक, एसईसीएल से मुन्नी लाल यादव आदि का नाम शामिल है। घुर्डे ने कहा कि जो भी कार्रवाई हो रही वह भारतीय मजदूर संघ के दिशा निर्देश पर हो रही है। वहीं मुन्नीलाल यादव ने कहा जिन पर आरोप है उनपर कार्रवाई नहीं होती है। इस मामले को जहां तक पहुंचाने की जरूरत होगी करेंगे। संगठन में विवाद पैदा किया जा रहा है। इस मामले के अब ओर भी कार्रवाई हो सकती है
संघ के महामंत्री सुधीर घुर्डे लिखित आदेश जारी करते हुए संघ के चार उपाध्यक्ष व एक मंत्री का पद से बाहर कर दिया है। इसमें बीसीसीएल व कोल इंडिया कमेटी में प्रतिनिधि करने वालों में उपाध्यक्ष गोराचंद्र चटर्जी, इनामुल हक, मुन्नीलाल यादव, शिवदयाल बिंसदरे, मंत्री एम रमाकांत का नाम शामिल है। महामंत्री घुर्डे ने बताया कि उक्त सभी पदाधिकारी नौकरी से रिटायर हो गये हैं। उनकी उम्र 60 साल पार कर गई है। बीएमएस के नियम के तहत 60 साल की आयु वर्ग के लोगों को किसी भी पद पर नहीं रखना है। वे संगठन में काम करते रहेंगे। कंपनी स्तरीय कमेटी में भी उन्हें जगह नहीं मिलेगी। घुर्डे ने कहा कि हर स्तर पर अब समीक्षा होगी। संगठन व कंपनी स्तरीय कमेटी में जगह नहीं दी जाएगी। गोराचंद्र चटर्जी चांच विक्टोरिया में संगठन का कामकाज देखते थे। चटर्जी संयुक्त सलाहकार समिति के सदस्य के साथ सीएमपीएफ प्रभारी भी रह चुके थे। उनकी जगह पर शिवदयाल बिंसदरे को सीएमपीएफ का प्रभारी बनाया गया है। घुर्डे ने कहा कि शिवदयाल बिंसदरे संगठन के किसी भी पद पर नहीं रहेंगे, लेकिन सीएमपीएफ के प्रभारी बने रहेंगे।