नई दिल्ली:जेपी नड्डा की टीम में बिहार BJP के पांच व झारखंड के तीन लीडरों को मिली जगह, एक खास वर्ग की पूरी तरह अनदेखी
बीजेपी नयी नेशनल कमेटी में बिहार से पांच व झारखंड के तीन नेताओं को जगह मिली है। पिछली कमेटी में भी बिहार के पांच लीडरों को ही जगह दी गई थी। झारखंड के एक लीडर को जगह मिली थी।
नई दिल्ली। बीजेपी नयी नेशनल कमेटी में बिहार से पांच व झारखंड के तीन नेताओं को जगह मिली है। पिछली कमेटी में भी बिहार के पांच लीडरों को ही जगह दी गई थी। झारखंड के एक लीडर को जगह मिली थी। लेकिन तब और अब में पद और कद का अंतर है।
बिहार से पिछली बार एक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और एक राष्ट्रीय मंत्री के अलावा दो प्रवक्ता और एक सह मीडिया प्रभारी थे। इस बार मात्र एक को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तो चार को प्रवक्ता बनाया गया है।
संगठन के लिहाज से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद के मामले में बिहार को पिछली बार की तरह इस बार भी जगह दी गई लेकिन राष्ट्रीय मंत्री का एक महत्वपूर्ण पद छिन गया, जो पिछली बार की तुलना में कमतर हो गया। पिछली कमेटी में बिहार से एक्स मिनिस्टर रेणु देवी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थीं। इस बार एक्स सेंट्रल मिनिस्टर राधामोहन सिंह को दी गई है। पिछली बार एमएलसी रजनीश कुमार को राष्ट्रीय मंत्री बनाया गया था। 13 राष्ट्रीय मंत्री में इस बार बिहार से एक भी नहीं हैं।
पिछली कमेटी की तरह ही इस बार भी एक्स सेंट्रल मिनिस्टर राजीव प्रताप रुडी और सैयद शाहनवाज हुसैन को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया है। एमएलसी संजय मयूख का प्रमोशन सह मीडिया प्रभारी के अलावा प्रवक्ता की भी जिम्मेवारी दी गई है। बिहार से यूथ लीडर व प्रोफेसर गुरुप्रकाश को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया है। गुरुप्रकाश बीजेपी एमएलसी संजय पासवान के बेटे हैं। इस तरह 23 प्रवक्ताओं में बिहार से ही चार प्रवक्ता हो गये हैं।
झारखंड के एक्स रघुवर दास और पिछले लोकसभा चुनाव में आरजेडी छोड़कर बीजेपी शामिल हुई कोडरमा एमपी अन्नपपूर्णा देवी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए गये हैं। इसके अलावा राज्यसभी एमपी समीर उरांव अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनित किये गये हैं।
बिहार, झारखंड, यूपी व हिंदीपट्टी के बीजेपी से जुड़े एक खास वर्ग के हाथ खाली
बीजेपी के नेशनल प्रसिडेंट जेपी नड्डा ने आज अपनी नई टीम का एलान किया है। इसमें विभिन्न राज्योंी के बीजेपी लीडरों को हिस्सेरदारी मिली है। पिछली कमेटी में बिहार के एमएलसी रजनीश कुमार मंत्री थे। इस बार उनको जगह नहीं मिली है। श्री कुमार के समाज से आने वाले किसी नेता को बीजेपी की सेंट्रल कमेटी में जगह नहीं मिली है। झारखंड, बिहार, यूपी समेत अन्य हिंदी पट्टी स्टेट में इस वर्ग की अच्छी खासी संख्या है। बिहार में इस वर्ग से आनेवाले कैलाशपति मिश्र जनसंघ के स्थापना काल से बीजेपी से जुड़े रहे हैं। एकीकृत बिहार में बीजेपी को खड़ा करने में उनकी अहम रोल रही है। बीजेपी अब इस वर्ग को पूरी तरह संगठन से किनारा लगा दिया है।नेशनल कमेटी में इस वर्ग के किसी को जगह नहीं मिलने से समाज के लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है।
स्टेट कमेटी में भी खास वर्ग की अनदेखी
झारखंड बीजेपी संगठन में भी उक्त खास वर्ग की अनदेखी हुई है। उपाध्यक्ष व महामंत्री पद नहीं मिली है। बिहार बीजेपी में भी पहले की तुलना में इस वर्ग के पदधारियों की संख्या काफी कम हैं। बिहार में पिछले दिनों सिटिंग एमएलसी का टिकट काट दिया दिया गया। लोकसभा चुनाव में झारखंड में कोडरमा से सिटिंग एमपी रहे एक्स स्टेट प्रसिडेंट रवींद्र राय का टिकट काट दिया गया। बिहार में भी बीजेपी ने मात्र बेगुसराय से गिरिराज सिंह को लोकसभा का टिकट दिया। अब बीजेपी की नेशनल कमेटी में इस वर्ग की संख्या जीरो कर दी गयी है।