गिरिडीह: 19 नक्सलियों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलेगा, डीसी ने होम डिपार्टमेंट से मांगी अभियोजन की स्वीकृति

भाकपा माओवादी के एक करोड़ के इनामी नक्सली अनल दा उर्फ पतिराम मांझी समेत 18 नक्सलियों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलेगा। डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने अपर मुख्य सचिव गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग को पत्र भेज कर स्वीकृति मांगी है।

गिरिडीह। भाकपा माओवादी के एक करोड़ के इनामी नक्सली अनल दा उर्फ पतिराम मांझी समेत 18 नक्सलियों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलेगा। डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने अपर मुख्य सचिव गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग को पत्र भेज कर स्वीकृति मांगी है।
नक्सली अनल दा उर्फ पतिराम मांझी, प्रशांत मांझी उर्फ छोटका मुर्मू, सुधीर किस्कू उर्फ सुलेमान हांसदा, छोटूलाल हांसदा उर्फ छोटेलाल हांसदा, प्रभा दी उर्फ प्रभा सोरेन उर्फ रीना सोरेन, रंजीत टुडू, उज्ज्वल गंझू उर्फ सोहर, कृष्णा हांसदा उर्फ सौरभ, डानियल उर्फ दानियल एलियास हेम्ब्रम, टेकलाल किस्कू, हितेश उर्फ नंदलाल, जयराम किस्कू उर्फ जयराम बेसरा, अजय महतो उर्फ अजय दा उर्फ टाइगर, रामदयाल महतो उर्फ बच्चन दा उर्फ प्रेमचंद महतो, साहेबराम मांझी उर्फ साहेबराम हांसदा, रणविजय दा उर्फ रणविजय महतो, कृष्णा दा उर्फ कृष्णा मांझी उर्फ अविनाश, प्रशांत दा उर्फ प्रशांत मांझी उर्फ छोटका मुर्मू के खिलाफ अभियोजन चलाने की स्वीकृति मांगी गयी है।
मंजिरा जंगल में टॉप माओदियों का हुआ था जमावड़ा
एसआइ पवन कुमार द्वारा कं कपलेन पर पीरटांड़ पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज किया गया था। एफआइआर में उल्लेख है कि वर्ष 2020 की 26 दिसंबर की रात लगभग 10.30 बजे एसपी को सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन के कई बड़े उग्रवादी अपने दस्ते के साथ लेवी वसूलने, लोक शांति भंग करने, सरकारी विकास कार्यों को अवरोध करने के लिए पीरटांड़ मंजिरा जंगल में जमा हुए हैं। एसपी अमित रेणु, एएसपी गुलशन तिर्की, डीएसपी संतोष मिश्र, सीआरपीएफ 154वीं बटालियन के कमांडेंट अच्युतानंद के अलावे सीआरपीएफ, सैट, जिला पुलिस बल के जवान सुबह करीब 6.10 बजे मंजिरा जंगल पहुंचे। पुलिस टीम दो भागों में बंट कर जंगल की घेराबंदी कर दी। 

नक्सली आर्म्स के साथ अलग-अलग दूरी बनाकर निकलने लगे। पुलिस को देखकर एक नक्सली फायरिंग करनेवाला था लेकिन एसपी और डीएसपी साथ, बॉडीगार्ड व सीआरपीएफ अफसरों और जवानों ने उसे आर्म्स के साथ दबोच लिया। दूसरी ओर से एक नक्सली दौड़ कर पोजिशन लेने लगा। एएसपी ऑपरेशन गुलशन तिर्की, सीआरपीएफ कमांडेट अच्युतानंद आदि ने उसे भी दबोच लिया. इसी दौराना दूसरा नक्सली भागने लगा लेकिन उसे भी पकड़ लिया। तीनों नक्सलियों ने अपना नाम प्रशांत मांझी उर्फ छोटका, सुधीर किस्कू उर्फ सुलेमान और छोटूलाल हांसदा बताया। प्रशांत और सुधीर किस्कू ने बताया कि दोनों संगठन में जोनल कमेटी के मेंबर हैं। दुमका क्षेत्र में संगठन का काम देखते हैं। तीनों ने पुलिस को बताया कि वे लोग अन्य नक्सलियों को भी पकड़वा सकते हैं। दुमका में भारी मात्रा में आर्म्स छिपा कर रखे गये है जिसे वे लोग बरामद करवा सकते हैं। तीनों की निशानदेही पर पुलिस ने तीन और नक्सलियों को दुमका एरिया से पकड़ा गया। भारी मात्रा में आर्म्स का जखीरा बरामद किया।
दंपत्ति का किया था मर्डर
मधुबन पुलिस स्टेशन एरिया में नक्सलियों ने डुमरी पुलिस स्टेशन एरिया बाराडीह गांव निवासी मेघलाल सोरेन के पिता किशुन सोरेन और मां सुहागिनी हेम्ब्रम पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर मर्डर कर दिया था।इस घटना को अंजाम देने में अजय दा उर्फ टाइगर, रामदयाल महतो, संतोष दा, साहेबराम मांझी, नुनुचंद दा, उत्पल दा, रणविजय दा, कार्तिक दा, बीरसेन दास, कृष्णा दा, अनल दा, प्रशांत दा, जयराम, करमचंद, विक्रम मरांडी, राजेश, रोहित, सुरेश आदि नक्सली शामिल थे।