विदेश भेजा जा रहा धनबाद का हार्डकोक, जर्मनी, ईरान, मलेशिया व जापान जैसे देशों में है मांग
कोरोना काल में धनबाद के धनबाद के हार्डकोक की मांग दुनिया में बढ़ गई है। पहली बार यहां का हार्डकोक विदेश निर्यात हो रहा है। मलेशिया, ईरान व जर्मनी जैसे देशों के साथ तीन वर्षों का एग्रीमेंट चुका है।अब तक दो खेप हार्डकोक विदेश जा चुका है।
धनबाद। कोरोना काल में धनबाद के धनबाद के हार्डकोक की मांग दुनिया में बढ़ गई है। पहली बार यहां का हार्डकोक विदेश निर्यात हो रहा है। मलेशिया, ईरान व जर्मनी जैसे देशों के साथ तीन वर्षों का एग्रीमेंट चुका है।अब तक दो खेप हार्डकोक विदेश जा चुका है।
आर्थिक उदारीकरण के कारण कोयला आयात की छूट मिलते ही अधिकांश हार्डकोक उद्योग तटीय इलाकों में शिफ्ट हो गये। ओड़िसा व गुजरात में खुले हार्डकोक भट्ठों को जहां बंदरगाहों से प्रचुर मात्रा में कोयला मंगाने और हार्डकोक बनाने की सहूलियत मिली। धनबाद के हार्डकोक प्लांटों की हालत खस्ता हो गई। कोल इंडिया ने वर्ष 2018 में लिंकेज खत्म कर दिये जाने से हालत यह हो गई कि 20 में दो ओवन चलाना भी प्लांटों के लिए परेशानी का सबब बन गया। कई प्लांट तो बंद हो गये।
इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स के प्रसिडेंट बीएन सिंह का कहना है कि कोरोना संकट के बाद संभव हो सका है कि अधिकांश हार्डकोक भट्ठों के सभी ओवेन जल रहे हैं। चीन व आस्ट्रेलिया के रिश्तों में दरार के का्रण आस्ट्रेलियन कोयला चीन नहीं जा रहा। ऐसे में निर्यात का कारोबार करने वाली कंपनी एसएम निर्यात ने धनबाद के हार्डकोक उद्योगों से एग्रीमेंट किया है। इसके तहत वह हल्दिया व पारादीप बंदरगाह से आस्ट्रेलियन कोयला धनबाद के हार्डकोक उद्योगों को उपलब्ध कराया जाता है। इससे तैयार हार्डकोक मलेशिया, जर्मनी, ईरान जैसे देशों को निर्यात किया जाता है। अब तक 30-30 हजार टन की दो खेप भेजी जा चुकी है। 30 हजार टन की एक और खेप हल्दिया पोर्ट से अगस्त में जापान भेजी जानी है।
रोजगार का भी सृजन
झारखंड इंडस्ट्रीज एंड ट्रेड एसोसिएशन के अध्यक्ष अमितेश सहाय के अनुसार धनबाद के 98 हार्डकोक में 50 इंडस्ट्री इन दिनों हार्डकोक के विदेश निर्यात से जुड़े हैं। इससे यहां के हार्डकोक उद्योगों में रोजगार का अच्छा सृजन हुआ है। प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर लगभग50 हजार लोगों को इससे लाभ हो रहा है। फिलहाल तीन वर्ष का एग्रीमेंट किया गया है। लोकल इंडस्ट्री ने भी इसमें रुचि दिखाई है जिससे हार्डकोक उद्योग को काफी बल मिला है।
आस्ट्रेलियन कोयले से बेहतर गुणवत्ता
इंडस्ट्रलिस्ट अमित डोकानिया के अनुसार आस्ट्रेलियन कोल में मात्र नौ फीसद राख की मात्रा होती है। इससे बेहतर गुणवत्ता का हार्डकोक तैयार होता है। फिलहाल एसएम निर्यात की ओर से ही कोयला भी उपलब्ध कराया जा रहा है। तैयार हार्डकोक खरीदकर उसका निर्यात किया जा रहा है। ऐसा पहली बार है जब धनबाद के हार्डकोक का विदेश निर्यात हो रहा है।