Jharkhand: एग्जीक्यूटिव इंजीनियर 60 हजार रुपये घूस लेते अरेस्ट, घर से मिले 16.89 लाख रुपये कैश

एसीबी की टीम ने ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता (एक्सक्यूटिव इंजीनियर) सनोत सोरेन को 60 हजार रुपये घूस लेते अरेस्ट किया है। एक्सक्यूटिव इंजीनियर की गिरफ्तारी के बाद एसीबी ने उनके कडरू ओवरब्रिज के समीप स्थित आवास की भी तलाशी ली। घर से एसीबी ने 16 लाख 89 हजार 500 रुपये कैश की भी बरामदगी की है।

Jharkhand: एग्जीक्यूटिव इंजीनियर 60 हजार रुपये घूस लेते अरेस्ट, घर से मिले 16.89 लाख रुपये कैश
एसीबी ऑफिस (फाइल फोटो)।
  • कंट्रेक्टर की कंपलेन पर हुई कार्रवाई

रांची। झारखंड में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई किया है। एसीबी की टीम ने ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता (एक्सक्यूटिव इंजीनियर) सनोत सोरेन को 60 हजार रुपये घूस लेते अरेस्ट किया है। एक्सक्यूटिव इंजीनियर की गिरफ्तारी के बाद एसीबी ने उनके कडरू ओवरब्रिज के समीप स्थित आवास की भी तलाशी ली। घर से एसीबी ने 16 लाख 89 हजार 500 रुपये कैश की भी बरामदगी की है।
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कंट्रेक्टर ने एसीबी में शिकायत की थी कि उन्होंने रांची के अनगड़ा स्थित जोन्हा ब्लॉक में टाटीसिल्वे स्कूल से गुटीदीह होकर लगभग डेढ़ किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य कराया था। उनका कार्य दिसंबर 2024 में पूर्ण कर लिया गया था। इसके बावजूद विभागीय जूनियर इंजीनियर ने समय पर मापन पुस्तिका नहीं भरा, जिसके कारण उनका बिल लंबित रह गया।
फरवरी 2025 में मापन पुस्तिका कार्यपालक अभियंता कार्यालय में प्रस्तुत की गई। इसमें लगभग 19 लाख रुपये का बिल जमा किया गया। इसके बाद भी अब तक भुगतान नहीं किया गया है। ग्रामीण कार्य विभाग (आरडब्ल्यूडी) रांची में कार्यपालक अभियंता के पद पर पदस्थापित सनोत सोरेन ने कहा कि जब तक कुल बिल की तीन प्रतिशत राशि यानी 60 हजार रुपये रिश्वत में नहीं मिलेंगे, तब तक वे मापी पुस्तिका पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे और भुगतान रुका रहेगा। उक्त ठेकेदार रिश्वत देकर काम नहीं कराना चाहते थे।
उन्होंने एसीबी में इसकी शिकायत की, जिसका एसीबी ने सत्यापन कराया तो मामला सही पाया। सत्यापन करने वाले अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर एसीबी पुलिस स्टेशनमें चार जून 2025 को कांड संख्या 10/2025 में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत एफआइआर दर्ज हुई। इसके बाद एसीबी ने एफआइआर दर्ज कर गुरुवार को ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यालय में जाल बिछाया जहां उन्हें घूस लेते रंगे हाथ दबोच लिया। कार्यपालक अभियंता को गिरफ्तार करने के बाद एसीबी उन्हें लेकर उनके घर पहुंची, जहां छानबीन में उनके घर से 16 लाख 89 हजार 500 रुपये रुपये कैश बरामदगी हुई। एसीबी के अधिकारी उक्त नकदी के स्रोत की जानकारी लिए, जिसे वे नहीं दे पाए। इसके बाद एसीबी ने उक्त राशि की जब्ती की। इस पूरे मामले की छानबीन जारी है।
एसीबी की स्पेशल कोर्ट में पेश किये जायेंगे कार्यपालक अभियंता
रिश्वत लेते गिरफ्तार ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता सनोत सोरेन को एसीबी शुक्रवार को रांची स्थित एसीबी की स्पेशल कोर्ट में पेश करेगी। यहां से कोर्ट के आदेश पर आगे की कार्रवाई होगी। कार्यपालक अभियंता सनोत सोरेन की गिरफ्तारी एसीबी रांची की इस वर्ष की यह आठवीं गिरफ्तारी है।
ईडी भी कर रही है कंपलेन की जांच
ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता सनोत सोरेन के भ्रष्टाचार की शिकायत राज्यपाल, मुख्य सचिव व ईडी से भी की गई थी। इस मामले की ईडी पहले से ही छानबीन कर रही है। कार्यपालक अभियंता पर नियमों की अनदेखी कर करोड़ों रुपये के संदिग्ध तरीके से भुगतान का भी आरोप है। उनपर वित्तीय वर्ष 2023-24 में सात करोड़ 51 लाख 67 हजार रुपये के राजस्व का नुकसान पहुंचाने का आरोप है। इस भुगतान के लिए कार्यपालक अभियंता ने विभागीय लेखा अधिकारी को शामिल भी नहीं किया था। इसे महालेखाकार ने पकड़ा था और इससे ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव को अवगत भी कराया था। विभागीय मंत्री के संज्ञान में भी पूरा मामला था। इसकी जांच होनी थी।