हजारीबाग: मेडिकल कॉलेज की छात्रा पूजा भारती ने की थी सुसाइड: डीआइजी
हजारीबाग डीआइजी एवी होमकर ने कहा है कि गोड्डा की रहने वाली मेडिकल छात्रा पूजा भारती ने सुसाइ़ड की थी। डीआइजी एवी होमकर ने प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी है। मौके पर हजारीबाग व रामगढ़ एसपी भी मौजूद थे
हजारीबाग। हजारीबाग डीआइजी एवी होमकर ने कहा है कि गोड्डा की रहने वाली मेडिकल छात्रा पूजा भारती ने सुसाइ़ड की थी। डीआइजी एवी होमकर ने प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी है। मौके पर हजारीबाग व रामगढ़ एसपी भी मौजूद थे।
अलग-अलग रस्सी का खुद किया इस्तेमाल
डीआईजी ने बताया कि हजीराबाग मेडिकल कॉलेज की छात्रा के बॉडीर पर कोई चोट के निशान नहीं मिले थे। पुलिस हर पहलू की जांच के बाद यह निष्कर्ष पर पहुंची है। पूजा भारती हजारीबाग मेडिकल कॉलेज की छात्रा थी।डीआइजी ने कहा कि अब तक की जांच में यह बात सामने आई है। फिलहाल आगे की जांच भी जारी है। हाथ पैर बंधे होने के सवाल पर भी डीआइजी ने बताया है कि छात्रा ने स्वयं अलग-अलग रस्सी का इस्तेमाल कर खुद को बांधा था। लेकिन इसके आगे भी जांच अभी जारी है।
कई अनसुलझे सवाल
पूजा भारती मौत मामले में पुलिस सुसाइड का दावा कर रही है लेकिन अभी कई सवाल अनसुझे हैं। पूजा हजारीबाग से पतरातू कैसे पहुंची, किस वाहन का इस्तेमाल किया, रस्सी कहां से लायी, कोई उसे हाथ-पैर बांधते देखा नहीं। पुलिस जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे एक वैन व पूजा की एंड्राइड मोबाइल फोन भी नहीं मिल पाया है। बताया जा रहा है कि पुलिस के जांच में यह बात सामने आयी है कि छात्रा डिप्रेशन में थी।उसने सुसाइड करने से पहले आत्महत्या करने के सभी तरीके का गहन चिंतन किया था। छात्रा ने अपने हॉस्टल से निकलने से पहले सर्च की थी कहां-कहां पर पानी है।पुलिस इन सभी पहलू की जांच कर रही है।
पतरातू डैम में मिली थी पूजा कि हाथ पैर बंधी बॉडी
पूजा भारती की बॉडी पतरातू डैम से 12 जनवरी की सुबह बरामद हुई थी। उसकी हाथ-पैर बंधी हुई थी। बॉडी मिलने के बाद डीआइजी व एसपी समेत अन्य पुलिस अफसर मौके पर पहुंचकर जांच की। डीजीपी व आइजी भी हजारीबाग हजारीबाग मेडिकल कॉलेज से निकलने से लेकर उसके घर गोड्डा तक पुलिस ने हर पहलू से जांच की। बॉडी मिलने के एक दिन पहले पूजा की एग्जाम थी। पुलिस ने जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज खंगाला।
पुलिस की 17 अलग-अलग टीम कर रही थी काम
रामगढ़ व हजारीबाग जिले के पुलिस की 17 अलग-अलग टीम रामगढ़, हजारीबाग, रांची व गोड्डा जाकर घटना की गुत्थी सुलझाने में लगी थी।पुलिस की टीम पतरातू डैम के आसपास से लेकर रांची से लेकर पतरातू डैम के आसपास के प्रमुख होटलों व चौक-चौराहों के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाली। घटना के दिन दोपहर से लेकर देर रात तक किसी भी सीसीटीवी फुटेज में छात्रा नहीं दिखी। पतरातू डैम के पानी में जिस स्थान पर छात्रा का शव मिला है, उसके पास के एक होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे में केवल एक वैन के दो-तीन बार आने-जाने के फुटेज मिले थे।
हजारीबाग, रामगढ़, रांची व गोड्डा में की गयी जांच
पुलिस की एसआइटी में शामिल अफसरों की टीम लोहिया नगर, गोड्डा पहुंची। यहां मृत छात्रा के माता-पिता रहते हैं। पूजा की मां अर्चना देवी ने इस दौरान अफसरों को बताया कि पूजा डेली सुबह, दोपहर और रात में वीडियो कॉल करती थी।घटना के दिन भी उसने सुबह साढ़े आठ बजे वीडियो कॉल किया था। उसने कहा था, तीन बजे तक एग्जाम चलेगी, इसके बाद फिर कॉल करेगी। जब तीन बजे पूजा का फोन नहीं आया तो उन्होंने खुद कॉल किया, परंतु मोबाइल स्वीच ऑफ मिला। इसके बाद उन्होंने पूजा की दोस्त ज्योति वर्मा से संपर्क किया, उसने बताया कि पूजा का कमरा बंद है। जब वार्डन ने दरवाजा खोला तो पूजा कमरे में नहीं दिखी। इसके अगले दिन उसका बॉडी बरामद हुआ।लॉकडाउन के दौरान आठ महीने तक पूजा गोड्डा में थी। दिसंबर में मेडिकल कॉलेज जाना पड़ा, क्योंकि एग्जाम होनी थी। वर्ष 2019 में पूजा का नामांकन हुआ था। पिछले 12 दिसंबर को फस्र्ट सेमेस्टर की एग्जाम देने के लिए बहन गोड्डा से हजारीबाग गई थी।
कॉलेज मैनजमेंट की लापरवाही से गई पूजा की जान : पिता
छात्रा के पिता अवध बिहारी पूर्वे और माता अर्चना देवी ने आरोप लगाया था कि कॉलेज मैनेजमेंट की लापरवाही से उनकी बेटी की जान गई है। मेडिकल कॉलेज की वार्डन राखी देवी और प्रोफेसर मोइली को सुबह दस बजे उनकी बेटी ने सुप्रभात कहा था। शाम तक बेटी कॉलेज में नहीं थी। कॉलेज मैनेजमेंट ने दिन भर उसकी खोज खबर नहीं ली। बताया जाता है कि पूजा काफेसबुक अकाउंट भी डिलीट किया हुआ है।