बिहार में कांग्रेस के नये प्रसिडेंट के नाम का एलान कभी भी, एमएलए राजेश कुमार टॉप पर
बिहार कांग्रेस के नये प्रसिडेंट का एलान कभी भी किया जा सकता है। इस पोस्ट के लिए बहार के दर्जन भर लीडर रेस में हैं। इनमें एमएलए राजेश कुमार अभी सबसे आगे चल रहे हैं। सबकुछ ठीक रहा तो उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेवारी सौंपी जा सकती है। हालांकि पार्टी में इस पद को लेकर असमंजस की जो स्थिति बनी हुई है, उसमें दावे के साथ कुछ नहीं कहा जा सकता है। अन्य दावेदार भी दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं।
- बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास के प्रोपोजल पर आलाकमान लगभग सहमत
पटना। बिहार कांग्रेस के नये प्रसिडेंट का एलान कभी भी किया जा सकता है। इस पोस्ट के लिए बहार के दर्जन भर लीडर रेस में हैं। इनमें एमएलए राजेश कुमार अभी सबसे आगे चल रहे हैं। सबकुछ ठीक रहा तो उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेवारी सौंपी जा सकती है। हालांकि पार्टी में इस पद को लेकर असमंजस की जो स्थिति बनी हुई है, उसमें दावे के साथ कुछ नहीं कहा जा सकता है। अन्य दावेदार भी दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं।
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बिहार कांग्रेस के वर्तमान प्रसिडेंट डा. मदन मोहन झा का कार्यकाल पूरा हो चुका है। वह पूरी तरह आलाकमान की मर्जी पर हैं। पद पर बने रहने पर हर्ष या हटाये जाने पर विवाद की स्थिति से मुक्त हैं। ऐसे में नये प्रसिडेंट की खोज चल रही है। प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास ने एमएएल राजेश कुमार के नाम का प्रोपोजल दिया था। अलकमान द्वारा प्रोपोजल स्वीकार न करने पर वे नाराज भी हो गये थे। अब खबर यह आ रही है कि आलाकमान के स्तर से राजेश राम के नाम पर गंभीरता से विचार चल रहा है।
पार्टी सोर्सेज के अनुसार राजेश कुमार को अलाकमान को बताना है कि अध्यक्ष बनने की हालत में वे संगठन को किस तरह मजबूत करेंगे। विभिन्न सामाजिक समूहों और कांग्रेस के मूल वोटरों को जोडऩे की क्या रणनीति होगी। अन्य दलों के साथ गठबंधन पर भी उनकी राय मांगी गई है। राजेश अपना ब्लू प्रिंट कांग्रेस महासचिव केसी बेणुगोपाल को देंगे। उन्हें हिसाब जोड़ कर यह भी बताना है कि पार्टी के संचालन के लिए जरूरी खर्च कहां से आयेगा। बिहार में कांग्रेस को वोटर की तरह खर्च जुटाना भी बड़ी समस्या है। बेणुगोपाल के संतुष्ट होने के बाद ही राजेश कुमार को मौका मिल सकता है।
जाने राजेश कुमार के बार में
राजेश राम औरंगाबाद जिला के कुटुम्बा के एमएलए हैं। यह उनका दूसरा टर्म है। वह कांग्रेसी परिवार से है। उनके पिता स्वर्गीय दिलकेश्वर राम कांग्रेस के बड़े नेताओं में से रहे हैं। बिहार में कांग्रेस गवर्नमेंट में वे कई टर्म मिनिस्टर रहे थे।
पार्टी को तेज-तर्रार और मालदार चेहरे की तलाश
कांग्रेस को प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए किसी तेज-तर्रार और मालदार चेहरे की तलाश है। हालांकि यह भी खबर आ रही है कि पार्टी प्रदेश नेतृत्व पर अंतिम फैसला जुलाई अगस्त के बीच लेगी। अभी पार्टी संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया से गुजर रही है। देशभर में सदस्यता अभियान चल रहा है। बिहार नेतृत्व को 30 लाख नयेसदस्य बनाने का जिम्मा था। संगठन चुनाव की जारी प्रक्रिया और सदस्यता अभियान के बीच अध्यक्ष बदलने से यह दोनों कार्य प्रभावित हो सकते हैं ऐसा केंद्रीय नेतृत्व का मानना है। दूसरी ओर केंद्रीय नेतृत्व पार्टी की देशव्यापी स्थिति में सुधार के लिए इन दिनों रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है। लिहाजा बिहार में संगठन के कामकाज उसके एजेंडे में आगे बढ़ गया है।
जुलाई-अगस्त में चुनाव संभावित
बताया जाता है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन के लिए जुलाई-अगस्त में चुनाव संभावित हैं। उस दौरान बिहार के कामकाज की समीक्षा भी होगी। बीते चुनाव परिणाम के साथ सदस्यता अभियान में बिहार कांग्रेस का प्रदर्शन कसौटी पर कसा जाएगा। इसी को आधार बनाकर जाति समीकरणों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के नये नेतृत्व पर फैसला होगा। तब तक मदन मोहन झा के नेतृत्व में बिहार कांग्रेस का कामकाज यूं ही कामचलाऊ पैटर्न पर चलता रहेगा।
बिहार कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष मदन मोहन झा ने अपना कार्यकाल पूरा कर लिया है। उनके कार्यकाल में एक लोकसभा, एक विधानसभा चुनाव के साथ विधानसभा की तीन सीटों के लिए उपचुनाव और विधान परिषद की 24 सीटों पर भी चुनाव हुए। इन चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। 2015 के विधानसभा चुनाव में जीती 27 सीटों से फिसलकर 2020 के चुनाव में कांग्रेस 19 सीटों पर आ गई। इसी प्रकार लोकसभा चुनाव में भी महज एक सीट किशनगंज में पार्टी जीत दर्ज करा सकी। विधानसभा की तीन सीटों पर हुए उपचुनाव में पार्टी का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। जबकि परिषद की 24 सीटों पर हुए चुनाव में पार्टी सिर्फ एक सीट ही जीत सकी। बिहार में कांग्रेस के लगातार निराशाजनक प्रदर्शन और अध्यक्ष के कार्यकाल की मियाद समाप्त होने को आधार बनाकर केंद्रीय नेतृत्व ने बीते दिनों प्रदेश अध्यक्ष झा से इस्तीफा ले लिया है।