इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने एमपी धीरज साहू के ठिकानों से 351 करोड़ जब्त किया, जारी किया बयान  

नकम टैक्स डिपार्टमेंट (आईटी) ने कांग्रेस के राज्यसभा एमपी धीरज साहू से जुड़ी कंपनियों के तीन स्टेट के ठिकानों पर नौ दिनों तक रेड कर 351 करोड़ कैस जब्त किये थे। रेड के दौरान 2.80 करोड़ की ज्वैलरी जब्त की गई थी।

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने एमपी धीरज साहू के ठिकानों से 351 करोड़ जब्त किया, जारी किया बयान  

रांची। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (आईटी) ने कांग्रेस के राज्यसभा एमपी धीरज साहू से जुड़ी कंपनियों के तीन स्टेट के ठिकानों पर नौ दिनों तक रेड कर 351 करोड़ कैस जब्त किये थे। रेड के दौरान 2.80 करोड़ की ज्वैलरी जब्त की गई थी।
यह भी पढ़ें:Madhya Pradesh : शादी का झांसा देकर सेक्स, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर एं 'ओए इंदौरी' पर दर्ज हुआ रेप का FIR

351 करोड़ रुपये कैश और 2.80 करोड़ रुपए मूल्य के ज्वेलरी मिले
सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (सीबीडीटी) यानी केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने बृहस्पतिवार (21 दिसंबर) को कहा है कि झारखंड, बंगाल और ओडिशा के ठिकानों पर सर्च के बाद 351 करोड़ रुपये कैश और 2.80 करोड़ रुपए मूल्य के ज्वेलरी मिले थे। हालांकि,(सीबीडीटी)  ने किसी का नाम नहीं लिया। बिना किसी का नाम
लिए एक बयान में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कहा कि ग्रुप का बिजनस झारखंड के रांची स्थित एक परिवार द्वारा नियंत्रित किया जाता है। इस परिवार का एक सदस्य ‘राजनीति से जुड़ा एक व्यक्ति’ है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, ऑफिसियल सोर्सेज ने इस बात की पुष्टि की कि यह कार्रवाई कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू के परिवार से जुड़े बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) के खिलाफ ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल के 10 जिलों में 30 से अधिक परिसरों में छह दिसंबर को शुरू किये गये सर्च ऑपरेशन सेजुड़ी थी। 10 दिन तक चली सर्च के दौरान रांची स्थित साहू के परिवार के घर पर भी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने रेड मारे। 
कई दस्तावेज और डिजिटल डेटा भी जब्त

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि देसी शराब के निर्माण और व्यवसाय से जुड़े इस व्यावसायिक समूह के ठिकानों पर रेड के क्रम में इनकम टैक्स डिपार्टमेंटको बड़ी संख्या में आपत्तिजनक साक्ष्य मिले हैं। रेड के क्रम में कई दस्तावेज और डिजिटल डेटा भी जब्त किए गए हैं। इन दस्तावेजों का प्रारंभिक विश्लेषण करने से देसी शराब की बेहिसाब बिक्री के रिकार्ड का पता चला है, जिसकी आय छिपाई गई है। इसके साथ ही कंपनी संचालकों को होने वाली अघोषित नकदी आय और बेहिसाब नकदी की आवाजाही का भी विवरण मिला है। समूह की व्यावसायिक गतिविधियों को देखने वाले मुख्य कर्मचारियों ने यह स्वीकार भी किया है और तलाशी अभियान के दौरान मिली और जब्त की गई नकदी इसे प्रमाणित भी करती है। इस समूह अपनी कई व्यावसायिक संस्थाओं के माध्यम से आय होती है। इसकी पुष्टि परिवार के एक सदस्य ने की जो व्यवसाय में सक्रिय रूप से शामिल है।

तथ्यों से मिले कई संकेत 
सर्च ऑरेशन के दौरान सामने आए तथ्यों से संकेत मिलता है कि शराब के कारोबार से होने वाली भारी आय को समूह ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से छिपाया है। सर्नच ऑपरेशन के दौरान 351 करोड़ रुपये से अधिक अघोषित कैश भी जब्त की गई है। भारी मात्रा में ज्वेलरी भी जब्त किये गये हैं। जिनकी कीमत लगभग 2.80 करोड़ रुपये से अधिक है। बरामद 351 करोड़ रुपये के कैश नोटों में का बड़ा हिस्सा लगभग 329 करोड़ रुपये जीर्ण-शीर्ण इमारतों के तहखाने जैसे कक्षों और छिपी हुई तिजोरियों से जब्त किए गए। ओडिशा के बलांगीर जिले के सुदापाड़ा, टिटलागढ़ और खेतराजपुर तथा संबलपुर में जिन घरों से मोटी रकम की बरामदगी हुई, वह छोटे शहरों में एकांत-निर्जन स्थान में हैं।

तीन स्टेट के10 जिलों में 30 ठिकानों पर की गई थी रेडइनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छह दिसंबर को उड़ीसा, झारखंड और कोलकाता में रेड किया था। रेड के लेकर अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बयान जारी किया है। आईटी डिपार्टमेंट ने बताया कि ये रेड शराब बिजनस करने वाले,हॉस्पिटल और एजुकेशन इंस्टीट्यूशन चलाने वाले लोगों पर की गई थी।इनकम टैक्स की रेड उड़ीसा, झारखंड और पश्चिम बंगाल के 10 जिलों में 30 ठिकानों पर की गई थी। ये पूरा बिजनस झारखंड के रांची में रहने वाले धीरज साहू की फैमिली से जुड़ा था। धीरज साहू कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा एमपी हैं। धीरज साहू के पिता बलदेव साहू ने दशकों पहले बिजनस की शुरुआत की थी।इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बताया कि रेड के दौरान ही कंपनी के सीनियर स्टाफ का बयान दर्ज किया गया। स्टाफ ने बताया कि ये पैसा शराब बिजनस से जुड़ा है। कैश में की गई डिलिंग से आया है। जसका हिसाब इनकम टैक्स को नहीं दिया गया था। रेड के दौरान कंपनी से कई दस्तावेज जब्त किये गये, जिनकी जांच हो रही है।