ट्रेनों के टिकट रिजर्वेशन के रूल्स में बदलाव, अब दूसरा चार्ट ट्रेन के स्टेशन से छूटने से 30 मिनट पहले भी जारी किया जायेगा
इंडियन रेलवे ने पैसेंजर्स की सुविधाओं को ध्यान रखते हुए टिकट रिजर्वेशन के रूल्स में बड़ा बदलाव किया है। अब ट्रेनों में टिकट रिजर्वेशन का दूसरा चार्ट ट्रेन के स्टेशन से छूटने से 30 मिन) पहले भी जारी किया जायेगा। जबकि रेलवे आरक्षण का पहला चार्ट ट्रेन के स्टेशन से छूटने से चार घंटे पहले जारी करता है।
नई दिल्ली। इंडियन रेलवे ने पैसेंजर्स की सुविधाओं को ध्यान रखते हुए टिकट रिजर्वेशन के रूल्स में बड़ा बदलाव किया है। अब ट्रेनों में टिकट रिजर्वेशन का दूसरा चार्ट ट्रेन के स्टेशन से छूटने से 30 मिन) पहले भी जारी किया जायेगा। जबकि रेलवे आरक्षण का पहला चार्ट ट्रेन के स्टेशन से छूटने से चार घंटे पहले जारी करता है।
जोनल रेलवे के आग्रह पर रेलवे का उक्त फैसला किया है। दूसरा चार्ट जारी करने का मकसद पहले वाले रिजर्वेशन चार्ट में खाली सीटों पर ऑनलाइन अथवा टिकट काउंटर से टिकट बुक बंद करना है। इससे जहां वेटिंग लिस्ट वाले पैसेंजर्स को लास्ट टाइम तक अवसर मिलेगा। वहीं ट्रेन में टीटीई की मनमानी भी खत्म होगी। ट्रेनों के संचालन में अभी कई और बदलाव की संभावना जतायी जा रही है।
कोरोना काल में अभी चल रही है मामत्र पौने पांच सौ ट्रेनें
कोरोना काल में रेलवे की स्पेशल ट्रेनों के खुलने के दो घंटे पहले ही सेकेंड रिजर्वेशन चार्ट जारी करने का अस्थाई निर्णय लिया था। इंडियन रेलवे ने 11 मई को स्पेशल ट्रेनों लिए सेकेंड चार्ट जारी करने के रूल्स यह बदलाव किया था। जबकि श्रमिक ट्रेनों का संचालन एक मई को शुरू किया गया था। यह व्यवस्था तात्कालिक सावधानी व सतर्कता के मद्देनजर की गई थी। फिलहाल रेलवे की पटरियों पर केवल पौने पांच सौ ट्रेनें ही चलायी जा रही हैं। जबकि सामान्य समय में कुल 13 हजार से अधिक ट्रेनों का संचालन होता है। पैसेंजर ट्रेनों को चलाने को लेकर रेलवे कई तरह के प्रयोग कर रहा है। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में रेलवे पूरी तरह एक व्यावसायिक संगठन के तौर पर ट्रेनों का संचालन करेगा, जिसमें राजनीतिक हस्तक्षेप घटेगा।
एआइ के इशारे से चलेंगी ट्रेनें
दूसरी ओर ट्रेनों का संचालन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के आधार पर किया जायेगा। फेस्टिवल सीजन में शुरू की जाने वाली ट्रेनों का चयन इसी आधुनिक डिजिटल प्रणाली से किया जा रहा है। आगे भी इसी प्रणाली को अपनाया जायेगा। इसके तहत जैसे ही किसी निश्चित रूट की ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट एक खास नंबर से ऊपर जायेगा। उस रूट में नई ट्रेन जुड़ जायेगी ताकि पैसेंजर्स को उसमें रिजर्वेशन मिल सके।