जम्मू-कश्मीर: वैष्णो देवी मंदिर कैंपस में लगी भीषण आग, काफी प्रयास के बाद 45 मिनट में पाया गया काबू
विश्व प्रसिद्ध माता वैष्णो देवी के कैश काउंटर में मंगलवार शाम को आग लग गई। आग पूरे कैश काउंटर को अपनी चपेट में ले लिया। आग पर काबू पाने के बाद के दृश्यों से पता चलता है कि यह लगभग पूरी तरह से जल चुका था। आग शाम लगभग 4.15 बजे लगी और शाम पांच बजे तक इस पर काबू पा लिया गया।
- कैश काउंटर के समीप प्राकृतिक गुफा से 100 मीटर दूरी लगी थी आग
- फायर ब्रिगेड और श्राइन बोर्ड के स्टाफ की मदद से आग पर काबू पाया गया
जम्मू। विश्व प्रसिद्ध माता वैष्णो देवी के कैश काउंटर में मंगलवार शाम को आग लग गई। आग पूरे कैश काउंटर को अपनी चपेट में ले लिया। आग पर काबू पाने के बाद के दृश्यों से पता चलता है कि यह लगभग पूरी तरह से जल चुका था। आग शाम लगभग 4.15 बजे लगी और शाम पांच बजे तक इस पर काबू पा लिया गया। सेंट्रल मिनिस्टर जितेंद्र सिंह ने कहा कि कुछ वक्त पहले वैष्णो देवी में आग लग गई थी, लेकिन फिलहाल उस पर काबू पा लिया गया है। उन्होंने कहा कि अगले कुछ घंटों तक हमें बारीकी से नजर रखनी होगी।
फायर ब्रिगेड के जवान और श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के स्टाफ काफी संघर्ष के बाद आग पर काबू पा लिया है।माता वैष्णो देवी भवन स्थित कालिका भवन के पास काउंटर नंबर दो के नजदीक आग लगने की वजह शॉट सर्किट बतायी जा रही है। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने कहा कि शुरुआती अलार्म वहां तैनात सीआरपीएफ कर्मियों ने बजाया था। भवन कैंपस में ही फायर ब्रिगेड की पोस्ट भी है, इसलिए तुरंत वहां से आग लगने की घटना का पता चलते ही फायर ब्रिगेड के एक दर्जन जवान आग बुझाने में जुट गये। उनके साथ श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के स्टाफ समेत भवन में तैनात अन्य सुरक्षाबलों भी सहयोग कर रहे थे।
जहां आग लगी थी उस स्थान से प्राकृतिक गुफा की दूरी तकरीबन सौ मीटर है। आग की लपटें भैरो घाटी तक दिख रही थी। कहा जा रहा है कि वीआईपी गेट के पास काउंटिंग रूम में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। इस अग्निकांड में कितना नुकसान हुआ है, इस बारे में अभी कोई सूचना नहीं मिल पाई है।
उल्लेखनीय है कि 30 अप्रैल को भी माता वैष्णो देवी मार्ग पर स्थित चरण पादुका मंदिर क्षेत्र में शंभू मार्केट में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई थी। इसे बुझाने में फायर ब्रिगेड के जवानों को दो घंटों से अधिक का समय लगा था। तब तक 15 दुकानें जल चुकी थी। चरण पादुका क्षेत्र में पहले भी दो बार भयंक अग्निकांड हो चुके हैं। वर्ष 2009 में इसी क्षेत्र के पीपी मार्केट में भयंकर आग लग थी। इस अग्निकांड में 55 दुकानें जल गई थी। वर्ष 2012 में पीपी मार्केट में फिर आगजनी की घटना हुई। इसमें करीब 25 दुकानें जलकर राख हो गई थी।