झारखंड: पेडिंग केस के डिस्पोजल में रांची, धनबाद का प्रदर्शन सबसे खराब, दुमका व हजारीबाग टॉप
झारखंड में पेंडिंग कुल 3800 कांडों में से 380 कांडों का यानी 10 परसेंट कांडों का डिस्पोजल पिछले 15 दिनों के भीतर कर लिया गया है। कांड डिस्पोजल में दिये गये टारगेट को पूरा करने में रांची व धनबाद का प्रदर्शन सबसे खराब रहा। वहीं हजारीबाग व दुमका ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है।
रांची। झारखंड में पेंडिंग कुल 3800 कांडों में से 380 कांडों का यानी 10 परसेंट कांडों का डिस्पोजल पिछले 15 दिनों के भीतर कर लिया गया है। कांड डिस्पोजल में दिये गये टारगेट को पूरा करने में रांची व धनबाद का प्रदर्शन सबसे खराब रहा। वहीं हजारीबाग व दुमका ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है।
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झारखंड में पेंडिंग केसों को लेकर एडीजी ऑपरेशन संजय आनंदराव लाठकर की अध्यक्षता में गठित हाइ लेवल कमेटी की पहली रिव्यू मीटिंग सोमवार को पुलिस हेडक्वार्टर में हुई। इस बैठक में सभी जिलों के एसपी, रेंज डीआइजी व आइजी वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े। , पुलिस हेडक्वार्टर में एडीजी ऑपरेशन के अलावा आइजी सीआइडी असीम विक्रांत मिंज व डीआइजी सीआइडी डा. एम. तमिलवाणन मौजूद थे।
15 दिनों के लिए अलग से केस डिस्पोजल का दिया गया टास्क
बैठक में अगले 15 दिनों के लिए भी अलग से केस ड्स्पोजल का टास्क दिया गया है। सर्वाधिक केस डिस्पोजल का टारगेट रांची जिलाको दिया गया है। पूरे स्टेट में पेंडिंग 3800 केसों में से लगभग 50 परसेंट पेंडिंग मामले रांची में हैं। इसलिए रांची को 500 केस डिस्पोजल का टारगेट दिया गया है। वहीं, धनबाद, बोकारो व जमशेदपुर को 100-100 मामलों के डिस्पोजल का टारगेट दिया गया है।
रांची SSP अपने दोनों SP के साथ प्रतिदिन रात में IO के साथ करेंगे दो घंटे की बैठक
एडीजी ऑपरेशन की हाइ लेवल कमेटी ने रांची के एसएसपी को निर्देश दिया है कि कांडों केडिस्पोजल के लिए वे कांड के IOके साथ प्रतिदिन रात में अपने दोनों एसपी के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दें। कांडों का डिस्पोजल कराएं। रांची में एक-एक IOके पास 15-15 कांडों का केस पेंडिंग है। एडीजी ने केसों के इन्विस्टीगेशन में तेजी लाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिया है।
आइटी एक्ट के मामले देखेंगें एसपी सीआइडी
एडीजी ने सीआइडी के साइबर क्राइम एसपी कार्तिक एस. को निर्देश दिया है कि रांची में आइटी एक्ट से संबंधित सर्वाधिक मामले पेंडिंग हैं। अधिकतर मामलों में सीडीआर तक नहीं निकला है। इसलिए सीआइडी के एसपी साइबर क्राइम इस मामले की रिव्यू अपने लेवल से करेंगे। कोई भी समस्या सामने आने पर उसका निदान ढूढेंगे, ताकि IO को मदद मिल सके।
झारखंड से बाहर जाने वाले मामले को भी गंभीरता से करें डिस्पोजल
एडीजी ने बैठक में सभी जिलों को निर्देश दिया कि वैसे कांड जिसमें IO को स्टेट से बाहर जाना है, उन्हें शीघ्र सभी प्रक्रिया पूरी कर बाहर भेजें। जिन कांडों में अरेस्टिंग पेंड्ंग है, उसमें प्रक्रिया पूरी करें। हर हाल में कांड डिस्पोजल में तेजी लाएं।