Jharkhand: देवघर जिला का एक पुलिस इंस्पेक्टर क्रिमिनलों के निशाने पर, डिपार्टमेंट व एसोसिएशन भी कर रहा है अनदेखी

झारखंड के देवघर जिले का एक पुलिस इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह बाबानगरी के क्रिमिनलों के निशाने पर हैं। पुलिस इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह ने बतौर टाउन थाना प्रभारी अपने दो टर्म के कार्यकाल में दर्जनों क्रिमिनलों को सलाखों के पीछे भेजा था। पुलिस गैंगस्टर पर शिकंजा कसने में सफल  रही थी। बैंक गार्ड से विवाद में मामले में तीन जनवरी को इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह को सस्पेंड किया गया है।

Jharkhand: देवघर जिला का एक पुलिस इंस्पेक्टर क्रिमिनलों के निशाने पर, डिपार्टमेंट व एसोसिएशन भी कर रहा है अनदेखी
  • ढ़ाई माह से सस्पेंड हैं इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह
  • बैंक गार्ड से विवाद मामले में हुई थी कार्रवाई
  • क्रिमिनल दे रहे हैं फोन पर धमकी
  • बिना किसी जांच रिपोर्ट के किये गये है सस्पेंड

देवघर। झारखंड के देवघर जिले का एक पुलिस इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह बाबानगरी के क्रिमिनलों के निशाने पर हैं। पुलिस इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह ने बतौर टाउन थाना प्रभारी अपने दो टर्म के कार्यकाल में दर्जनों क्रिमिनलों को सलाखों के पीछे भेजा था। पुलिस गैंगस्टर पर शिकंजा कसने में सफल  रही थी। बैंक गार्ड से विवाद में मामले में तीन जनवरी को इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह को सस्पेंड किया गया है।

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एक ओर जिला पुलिस अफसरों की कमी से जूझ रही है, वहीं ढ़ाई माह से इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह सस्पेंड चल रहे हैं। जबकि इंस्पेक्टर के विरुद्ध डिपार्टमेंटल प्रोसिडिंग शुरु हो गयी है। बताया जाता है कि बैंक चेकिंग के दौरान गार्ड ने पुलिस इंस्पेक्टर सह टाउन थानेदार रतन कुमार सिंह कार्य में बाधा डाला था। चेकिंग करने से रोका और हमला किया था। गार्ड पर भी इंस्पेक्टर की वर्दी फाड़ने का आरोप है। दोनों ओर से एक दूसरे के खिलाफ मामले में टाउन पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करायी गयी है। मामले में बैंक गार्ड जेल भी गया था।  मामले में विवाद बढ़ने पर दुमका डीआईजी द्वारा इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। बैगर किसी जांच रिपोर्ट व शोकॉज के इंस्पेक्टर को सस्पेंड किया गया है। 


देवघर एसपी की जांच रिपोर्ट में इंस्पेक्टर व बैंक गार्ड के विवाद को मामूली बताया गया है। एसपी की जांच रिपोर्ट में थानेदार पर दोषारोपण नहीं किया गया है। बावजूद इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह ढाई माह से सस्पेंड चल रहे हैं। एसपी लेवल से इंस्पेक्टर को सस्पेंशन से मुक्त करने के लिए दो-दो बार डीआइजी को अनुशंसा भेजी गयी थी। डीआइजी ने कुछ बिंदुआ पर जबाव के नाम इंस्पेक्टर को निलंबन मुक्त नहीं किया है। आरोप है कि पुलिस इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह को विभाग व पुलिस एसोसिएशन भी अनदेखी कर रहा है। 
क्रिमिनलों के निशाने पर हैं इंस्पेक्टर
पुलिस इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह बाबा नगरी के क्रिमिनलों के निशाने पर हैं। सस्पेंड होने के बाद इंस्पेक्टर को अननोन नंबर से कॉल कर धमकी भी दी गयी है। विभाग की ओर से इंस्पेक्टर के खिलाफ की जा रही है कार्रवाई से उनके मनोबल पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। रतन कुमार ने आशीष मिश्रा व बाबा परिहस्त गैंग को नेस्तनाबूद कर दिया था। दोनों गैंग के अधिकांश क्रिमिनलों को जेल भेजा था। भारी मात्रा में आर्म्स की बरामदगी हुई थी। इस गैंग से जुड़े क्रिमिनलों ने जेल से ही इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह की मर्डर की योजना बनायी थी। मामले में पुलिस स्टेशन में स्टेशन डायरी भी दर्ज हैं। विभागीय उपेक्षा व क्रिमिनलों से खतरे को देखते हुए इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह ने जिला बल से अपना ट्रांसफर करने की गुहार लगायी है।