Jharkhand : IAS विनय चौबे पर एसीबी का शिकंजा कसा — चौथी FIR दर्ज, रिश्तेदारों तक फैला अवैध संपत्ति का जाल
Jharkhand में निलंबित IAS विनय कुमार चौबे पर ACB ने आय से अधिक संपत्ति मामले में चौथी FIR दर्ज की। रिश्तेदार व सहयोगी भी आरोपी, करोड़ों की अवैध कमाई का आरोप।
- निलंबित IAS विनय चौबे पर लगातार बढ़ रही मुसीबतें
रांची। झारखंड में निलंबित IAS अधिकारी विनय कुमार चौबे की मुश्किलें अब चरम पर पहुंचती दिख रही हैं। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में चौबे के खिलाफ चौथी FIR दर्ज की है। नई FIR में उनके परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों और करीबी दोस्त को भी आरोपी बनाया गया है।
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एसीबी का आरोप है कि विनय चौबे ने सुनियोजित तरीके से करोड़ों रुपये की अवैध संपत्ति अर्जित की और उसे रिश्तेदारों व सहयोगियों के खातों के जरिए छिपाने की कोशिश की।
ACB की चौथी FIR — रिश्तेदारों से लेकर सहयोगियों तक सात लोग नामजद
24 नवंबर को ACB रांची थाने में दर्ज कांड संख्या 20/2025 के अनुसार, FIR में कुल सात लोगों को नामजद आरोपित बनाया गया है। एफआइआर में , AS विनय कुमार चौबे, पत्नी स्वप्ना संचिता, ससुर सत्येंद्र नाथ त्रिवेदी, साला शिपिज त्रिवेदी, साली प्रियंका त्रिवेदी, सहयोगी व करीबी मित्र विनय कुमार सिंह, विनय सिंह की पत्नी स्निग्धा सिंह नामजद बनाये गये हैं। ACB के अनुसार, इन सभी के खातों का उपयोग अवैध कमाई को छिपाने, निवेश करने और अन्य वित्तीय लेनदेन के लिए किया गया।
ACB जांच में बड़ा खुलासा — 2.20 करोड़ की आय, 3.47 करोड़ का खर्च!
प्रारंभिक जांच (PE) के बाद ACB ने पाया कि: कुल ज्ञात आय: 2.20 करोड़ रुपये, वास्तविक व्यय/ट्रांजैक्शन: 3.47 करोड़ रुपये, अवैध संपत्ति अर्जित: लगभग 1.27 करोड़ रुपये, यानी 53% अधिक आय। ACB सूत्रों के अनुसार, चौबे ने नकद लेन-देन, RTGS, शेल कंपनियों में भुगतान, जमीन व फ्लैट खरीद, रिश्तेदारों के खातों का दुरुपयोग के जरिए काले धन को खपाया और छुपाया।
शेल कंपनियों का जाल — सहयोगी विनय सिंह बने ‘ऑपरेटर’
जांच में यह भी सामने आया कि:
अवैध कमाई छिपाने के लिए शेल कंपनियां बनाई गईं।
चौबे के करीबी विनय सिंह इन कंपनियों में मुख्य भूमिका निभा रहे थे।
उनके खातों में कई संदिग्ध लेनदेन पाय गये।
विनय सिंह ने अपनी कंपनी में चौबे की पत्नी को कर्मचारी दिखाकर भुगतान भी किया, जो मनी लॉन्ड्रिंग का हिस्सा बताया जा रहा है।
जहां पोस्टिंग… वहीं घोटाला — ACB की टिप्पणी
ACB के अनुसार विनय चौबे के खिलाफ जहां-जहां जांच हुई, वहां:
हजारीबाग में खासमहाल भूमि घोटाला
रांची आबकारी विभाग में शराब घोटाला
वन भूमि घोटाला
और अब आय से अधिक संपत्ति
जैसे कई मामले सामने आए।
एसीबी अब चौबे और नामजद सभी आरोपियों के खातों, डिजिटल डेटा, दस्तावेजों और मोबाइल टावर लोकेशन की ट्रेसिंग में जुटी है।
वन भूमि घोटाला: रिमांड पर हजारीबाग ले जाया गया IAS चौबे
शराब और जमीन घोटाले में जेल में बंद विनय चौबे को एसीबी हजारीबाग की टीम ने वन भूमि घोटाले की पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया है। वह कांड संख्या 11/25 से जुड़े मामले में आरोपी हैं। आरोप है कि चौबे ने: वन भूमि का अवैध ट्रांसफर, गलत तरीके से निबंधन, जुड़े हुए वित्तीय लेनदेन जैसे गंभीर अपराध किए हैं।
अब आगे क्या?
ACB ने संकेत दिया है कि: सभी आरोपितों की गिरफ्तारी, सभी बैंक खातों की जब्ती, ,वैध संपत्ति की सीज़र कार्रवाई, और शेल कंपनियों की पूरी फॉरेंसिक जांच, आने वाले दिनों में की जायेगी। विनय चौबे पहले से ही तीन घोटालों — शराब घोटाला, खासमहाल भूमि घोटाला, वन भूमि घोटाला — में फ़ंसे हैं, और अब चौथी FIR ने मुसीबत और बढ़ा दी है।
Jharkhand News: निलंबित आईएएस विनय कुमार चौबे पर एसीबी का शिकंजा, चौथी एफआईआर दर्ज
झारखंड में निलंबित आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे की मुश्किलें बढ़ गई हैं। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने उनके खिलाफ चौथी प्राथमिकी दर्ज की है। यह मामला उनके कार्यकाल के दौरान हुई कथित अनियमितताओं से जुड़ा है। एसीबी इस मामले की गहन जांच कर रही है।






