Jharkhand: ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर बीरेंद्र राम पांच दिनों की ED रिमांड पर, कोर्ट ने दी इजाजत
झारखंड के ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर बीरेंद्र राम को ईडी की टीम ने गुरुवार को PMLA कोर्ट में पेश किया। ईडी ने कोर्ट से बीरेंद्र राम से पूछताछ के लिए 10 दिनों की रिमांड मांगी। कोर्ट ने ईडी को बीरेन्द्र राम को पांच दिनों तक रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की इजाज़त दी है।
रांची। झारखंड के ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर बीरेंद्र राम को ईडी की टीम ने गुरुवार को PMLA कोर्ट में पेश किया। ईडी ने कोर्ट से बीरेंद्र राम से पूछताछ के लिए 10 दिनों की रिमांड मांगी। कोर्ट ने ईडी को बीरेन्द्र राम को पांच दिनों तक रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की इजाज़त दी है।
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स्पेशल जज प्रभात कुमार शर्मा की कोर्ट ने आदेश दिया है कि रिमांड अवधि के दौरान बीरेंद्र राम के परिजन और उनके वकील उनसे प्रतिदिन मुलाकात कर सकते हैं। ईडी की टीम ने लंबी पूछताछ के बाद बुधवार को देर रात बीरेंद्र राम अरेस्ट कर लिया था। ईडी के जोनल ऑफिस में भी उससे पूछताछ की गई। ईडी के ज्वाइंट डायरेक्टर सहित कई अफसरों ने उससे पूछताछ की।ईडी ने पूछताछ के बाद उसे बुधवार की दोपहर PMLA के विशेष कोर्ट में प्रस्तुत करने के साथ ही 10 दिनों के लिए रिमांड पर लेकर पूछताछ की इजाजत मांगी। कोर्ट ने पांच दिनों तक पूछताछ की अनुमति ईडी को दी है। रिमांड की अवधि शुक्रवार 24 फरवरी, 2023 से शुरू होगी। इसके कारण कोर्ट ने बीरेंद्र राम को गुरुवार की शाम होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल भेज दिया।
बीरेंद्र राम के पास से मिला पेन ड्राइव
ईडी की पूछताछ में बीरेंद्र राम ने कई वीआईपी के साथ अपने संबंधों का भी खुलासा किया है। बताया जाता है कि बीरेंद्र राम के पास से एक पेन ड्राइव मिला है। पेन ड्राइवमें काफी डेटा रखा गया है। पेन ड्राइव में ठेकेदारों से पैसे लेने और कई पॉलिटिकल लीडर व ब्यूरोक्रैट्स को पैसे पहुंचाने के सबूत हैं। बीरेंद्र राम के करीबी संबंधों के कारण आधा दर्जन से अधिक पॉलिटिकल लीडर व ब्यूरोक्रैट्स ईडी के रडार पर आ गये हैं। जानकारी के अनुसार, ईडी बीते कुछ माह से बीरेंद्र राम को अपने सर्विलांस पर रखे हुई थी। सर्विलांस के दौरान भी कई नेताओं तक पैसे पहुंचाने की जानकारी ईडी को मिली है।
पांच दिनों के रिमांड में ED जानकारी हासिल करेगी, किसको कितना जाता था हिस्सा
बताया जाता है कि ईडी की अब तक कि जांच में यह बात सामने आई है कि बीरेंद्र राम को टेंडर राशि का तीन परसेंट कमीशन के तौर पर उन कंपनियों से प्राप्त करता था, जिन्हें टेंडर दिये गये थे। कोर्ट में दिये गये रिमांड नोट में ईडी ने कहा है कि उसके बयान के साथ-साथ अन्य गवाहों से यह पता चला है कि उसने टेंडर के प्रबंधन और निजी संस्थाओं को कार्यों के आवंटन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। कमीशन का प्रतिशत एक सिस्टम बना कर सबको वितरित किया गया था। उच्च पदस्थ नौकरशाहों और राजनेताओं सहित सरकार के उच्च पद तक यह कमीशन जाता था।
विदेशी पानी पीते थे चीफ इंजीनियर
ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर बीरेद्र राम कमीशन वन ब्लैक मनी से 150 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग का साम्राज्य खड़ा कर दिया। चीफ इंजीनियर साहब और उनका परिवार मेड इन फ्रांस का पानी पीता था। ईडी वीरेंद्र के रांची, जमशेदपुर, पटना, सिवान, दिल्ली, व सिरसा के ठिकानों पर दो दिनों तक रेड कर रही थी। ED सूत्रों के मुताबिक वीरेंद्र ने काली कमाई से 160 करोड़ का अपना साम्राज्य खड़ा किया। इंजीनियर साहब और उनके परिवार के लोगों को मेड इन फ्रांस का पानी पंसद है। सोर्सेज के अनुसार इंजीनियर साहब और उनका परिवार ढाई सौ रूपये लीटर कीमत वाले मेड इन फ्रांस ब्रांड का पानी पीने के लिए इस्तेमाल किया करते थे। इंजीनियर ने चार करोड़ों कैश देकर दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी में एक बंगला खरीदा था। उस मकान की शानो शौकत भी राजाओं वाली थी। हांलांकि दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी का मकान विरेन्द्र राम के पिता जी राम के नाम पर है, लेकिन ED इसे भी मनी लांड्रिंग का निवेश मान रही है।
लग्जरी लाइफ़स्टाइल के साथ लग्जरी गाड़ियों का भी शौकीन हैं बीरेंद्र राम
वीरेंद्र राम को लग्जरी लाइफ़स्टाइल के साथ लग्जरी गाड़ियों का भी शौक हैं। सरकार किसी भी पार्टी की झारखंड में रही हो वीरेंद्र की हनक सत्ता के गलियारों में जस की तस रही है। ईडी ने छापेमारी में एक डायरी और एक पेन ड्राइव भी बरामद किया है। इस डायरी और पेन ड्राइव में कोर्ड में नेताओं और ब्यूरोक्रेट से लेनदेन के हिसाब लिखे हैं। इसमें ठेकेदारों से पैसे लेने से लेकर नेताओं तक कट मनी पहुंचाने का जिक्र है। ईडी अब इस डायरी और पेन ड्राइव को डिकोड करने में लगी है।झारखंड एसीबी में विजेंद्र राम के ऊपर आय से अधिक संपत्ति मामले में जांच चल रही है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान वीरेंद्र राम के करीबी के जमशेदपुर आवास से ढाई करोड़ से अधिक कैस की बरामदगी हुई थी। ED द्वारा वीरेन्द्र राम की गिरफ्तारी के बाद से वैसे राजनेता और ब्यूरो क्रेटस खौफजदा हैं जिसका संबंध वीरेंद्र राम से रहे है। अब काली कमाई और मनी लाउंड्रिंग से जुड़े और भी चेहरे जल्द बेनकाब हो सकते हैं।
झारखंड में किसी इंजीनियर के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई
ईडी द्वारा 21 फरवरी, 2023 को इसके 24 ठिकानों पर रेड शुरू की गयी जो 22 फरवरी को खत्म हुई। इस दौरान बीरेंद्र राम के ठिकानों पर 30 लाख रुपये और 1.50 करोड़ रुपये के ज्वेलरी जब्त किये गये। इसके अलावा बीरेंद्र राम के 100 करोड़ रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्ति का भी पता चला है। राज्य में भ्रष्टाचार के मामले में किसी इंजीनियर के खिलाफ की जानेवाली यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।