Jharkhand : डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने 30 हजार फीट उंचाई पर हवाई जहाज में बचाई बच्चे की जान, गवर्नर ने किया सम्मानित
झारखंड के गवर्नर सीपी राधाकृष्णन के प्रिंसिपल सेकरटेरी IAS अफसर डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने आसमान में उड़ रहे हवाई जहाज में हजारीबाग के एक बच्चे की जान बचाई है। गवर्नर सीपी राधाकृष्णन को जब इसकी जानकारी हुई, तो उन्होंने अपने प्रिंसिपल सेकरेटरी को सम्मानित किया।
नई दिल्ली। झारखंड के गवर्नर सीपी राधाकृष्णन के प्रिंसिपल सेकरटेरी IAS अफसर डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने आसमान में उड़ रहे हवाई जहाज में हजारीबाग के एक बच्चे की जान बचाई है। गवर्नर सीपी राधाकृष्णन को जब इसकी जानकारी हुई, तो उन्होंने अपने प्रिंसिपल सेकरेटरी को सम्मानित किया।
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राजभवन ने गवर्नर के साथ डॉ नितिन मदन कुलकर्णी की फोटो ट्वीट कर यह जानकारी दी। गवर्नर ने डॉ कुलकर्णी को शॉल ओढ़ाकर और गुलदस्ता देकर सम्मानित किया। इसका फोटो भी ट्वीट किया। ट्वीट में लिखा, ‘आपके इस नेक कार्य पर मुझे गर्व है। यह मानव सेवा को प्रदर्शित करता है। आपकी तत्परता से एक बच्चे की जान बचाने में जो मदद मिली, वह अत्यंत प्रशंसनीय है। आपके द्वारा किये गये कार्य मानवता की सेवा की दिशा मेंअन्य के लिए अनुकरणीय है। बताया गया है कि डॉ कुलकर्णी ने प्राथमिक उपचार कर बच्चेकी जान बचा ली. जिस वक्त बच्चे की तबीयत बिगड़ी, उस समय इंडिगो की फ्लाइट 6ई5043 जमीन से 30 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर रहा था।
यह है मामला
30 सितंबर को रांची से दिल्ली जानेवाली इंडिगो की फ्लाइट में एक छह माह के बच्चे की तबीयत अचानक बिगड़ गई। बच्चे के माता-पिता बेहद परेशान हो उठे। फ्लाइट में घोषणा की गई कि एक बच्चे की तबीयत बिगड़ गई है। अगर विमान में कोई डॉक्टर मौजूद हैं, तो बच्चेकी मदद करें। डॉ कुलकर्णी तत्काल अपनी सीट से उठे और उस बच्चे के पास पहुंचे। उन्होंने बच्चे के माता-पिता से बातचीत की। बच्चे के बारे में कुछ जानकारी ली। इसके बाद उसकी जांच की। बच्चे की मां से पूछा कि क्या उसे कुछ दवाइयां देतीं हैं। बच्चेकी मां ने उन्हें सारी जानकारी दी। इसके बाद परिवार के पास जो दवाई उपलब्ध थी, बच्चे को खिलाई गई। उन्होंने विमान में मौजूद ऑक्सीजन की मदद से बच्चे का इलाज किया। थोड़ी देर में बच्चे को आराम मिला। उसके माता-पिता के साथ-साथ विमान में मौजूद सभी लोगों ने राहत की सांस ली।
हजारीबाग से दिल्ली इलाज के लिए जा रहा था बच्चा
इंडिगो के विमान में बीमार बच्चे को सांस लेने में तकलीफ थी। वह इलाज के लिए हजारीबाग से दिल्ली जा रहा था। रास्ते में ही उसकी तबीयत बिगड़ गई थी। प्राथमिक उपचार के बाद बच्चा नॉर्मल हो गया। नितिन मदन कुलकर्णी ने एमबीबीएस की पढ़ाई की है। डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल हुए. जमशेदपुर में जब वह डीसी थे, तब कई बार एमजीएम मेडिकल कॉलेज में जब वहां डॉक्टर नहीं होते, तो वह पेसेंट का इलाज करने लगते थे। वह झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग में सचिव रह चुके हैं। अभी गवर्नर के प्रधान सचिव हैं।