झारखंड: गोड्डा एमपी निशिकांत दुबे के खिलाफ फर्जी डिग्री के आरोप में एफआइआर
बीजेपी के गोड्डा एमपी निशिकांत दुबे पर देवघर में एक और एफआइआर दर्ज की गयी है। यह एफआइआर देवघर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गयी है। विष्णुकांत झा ने पुलिस स्टेशन में आवेदन देकर एमपी निशिकांत के फर्जी डिग्री होने की कंपलेन की थी। इसी आधार पर यह मामला दर्ज किया गया है।
- देवघर टाउन पुलिस स्टेशन में दर्ज की गयी एफआइआर
- एमपी व उनकी वाइफ के खिलाफ अब तक चार FIR
रांची। बीजेपी के गोड्डा एमपी निशिकांत दुबे पर देवघर में एक और एफआइआर दर्ज की गयी है। यह एफआइआर देवघर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गयी है। विष्णुकांत झा ने पुलिस स्टेशन में आवेदन देकर एमपी निशिकांत के फर्जी डिग्री होने की कंपलेन की थी। इसी आधार पर यह मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस में दिये गये कंपलेन में श्री झा ने कहा है कि 28 जुलाई को झारखंड मुक्ति मोर्चा के ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट हुआ, जिसमें निशिकांत दुबे पर दिल्ली यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री लेने संबंधी बातों का उल्लेख है। जेएमएम की ओर से कहा गया है कि उनकी डिग्री फर्जी है। दिल्ली यूनिवर्सिटी ने इसकी पुष्टि किया है। कंपलेन में आरोप है कि एमपी निशिकांत दुबे अपनी चुनावी सभाओं में दिल्ली यूनिवर्सिटी से पासआउट बताते हैं। वो लोगों को रोजगार दिला सकते हैं। ऐसा कहना एक भ्रामक चुनावी घोषणा है, जिससे जनता ठगी जाती है।
एमपी और उनपर अब तक चार एफआइआर
एमपी निशिकांत दुबे और उनकी पत्नी अनामिका गौतम पर अलग-अलग मामलों में अभी तक चार एफआइआर दर्ज की जा चुकी है। इनमें से तीन एफआइआर के कंपलेनेंट विष्णुकांत झा हैं। एक एफआइआर देवघर निवासी शशि सिंह की पत्नी किरण सिंह ने दर्ज करायी है। एमपी की वाइफ अनामिका पर दो मामले दर्ज हैं। एक मामला देवघर के एलओकेसी धाम में पैसे को लेकर गड़बड़ी का है। दूसरा मामला देवघर में शिवधाम नाम की प्रॉपर्टी को लेकर हुआ है। इस प्रॉपर्टी में जमीन खरीद-बिक्री को लेकर आरोप लगाये गये हैं। वहीं चौथा एफआइआर एमपी निशिकांत दुबे पर फर्जी सर्टिफिकेट के मामले को लेकर हुआ है।
जेएमएम का आरोप निशिकांत ने चुनाव आयोग को हलफनामे में एमबीए से संबंधित गलत जानकारी दी
जेएमएम प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने ने कहा था कि गोड्डा एमपी निशिकांत दुबे ने लोकसभा का चुनाव के दौरान चुनाव आयोग को दिये हलफनामे में खुद के एमबीए पास होने की जानकारी दी है। जबकि एक आरटीआइ से खुलासा हुआ है कि उन्होंने जो जानकारी दी है वह गलत है।देवघर टाउन पुलिस स्टेशन में विष्णुकांत झा ने एमपी निशिकांत दूबे के खिलाफ कंपलेन किया था। एमपी पर आरोप लगाया कि उन्होंने तीन बार लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए चुनाव आयोग को गुमराह किया है। वर्ष 2009, 2014 और 2019 में जो हलफनामा निशिकांत दुबे की तरफ से चुनाव आयोग को दिया गया है, उसमें उन्होंने अपनी शैक्षणिक जानकारी गलत दी है।
दिल्ली युनिवर्सिटी ने कहा- निशिकांत ने नहीं किया यहां से एमबीए
गोरखपुर के निवासी बिजेंद्र कुमार पांडेय का एक दिल्ली युनिवर्सिटी को आरटीआइ में बिजेंद्र कुमार पांडेय ने दिल्ली युनिवर्सिटी से पूछा है कि क्या निशिकांत दुबे ने उनके यहां से वर्ष 1993 में पार्ट टाइम एमबीए किया है। आरटीआइ के जवाब में युनिवर्सिटी का कहना है कि दिल्ली युनिवर्सिटी के पार्ट टाइम एमबीए डिपार्टमेंट के रिकार्ड में निशिकांत दुबे नाम के किसी व्यक्ति ने 1993 में युनिवर्सिटी से पार्ट टाइम एमबीए नहीं किया है। जबकि निशिकांत दुबे ने 2009, 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए जो हलफनामा दिया था, उसमें उन्होंने कहा है कि उन्होंने 1993 में दिल्ली युनिवर्सिटी से पार्ट टाइम एमबीए किया है। दिल्ली युनिवर्सिटी ने झारखंड सीआइडी के पत्र के जबाव में कहा है कि निशिकांत दूबे ने उनके यहां से एमबीए नहीं किया है।