Jharkhand : लातेहार में पुल निर्माण करा रही कंपनी के मुंशी की उग्रवादियों ने किया मर्डर

झारखंड के लातेहार जिले में सदर पुलिस स्टेशन एरिया के उलगाड़ा गांव के रहने वाले वार्ड पार्षद और पुलिस निर्माण कार्य में मुंशी का काम कर रहे बालगोविंद साव (55 ) की उग्रवादियों ने मर्डर कर दी है। बालगोविंद भाजपा के बूथ अध्यक्ष और भुसूर पंचायत की वार्ड नंबर नौ के सदस्य थे।

Jharkhand : लातेहार में पुल निर्माण करा रही कंपनी के मुंशी की उग्रवादियों ने किया मर्डर
मौके पर जमा लोकल लोगों की भीड़।
  • वार्ड पार्षद को पहले जमकर पीटा,कुल्हाड़ी से दोनों पैर व सिर काट दिया
  •  झारखंड संघर्ष जन मुक्ति मोर्चा के प्रदीप गंझू ने हस्तलिखित पर्चा जारी कर ली घटना की  जिम्मेवारी

लातेहार। झारखंड के लातेहार जिले में सदर पुलिस स्टेशन एरिया के उलगाड़ा गांव के रहने वाले वार्ड पार्षद और पुलिस निर्माण कार्य में मुंशी का काम कर रहे बालगोविंद साव (55 ) की उग्रवादियों ने मर्डर कर दी है। बालगोविंद भाजपा के बूथ अध्यक्ष और भुसूर पंचायत की वार्ड नंबर नौ के सदस्य थे। उग्रवादियों ने लेवी के लिए के वार्ड पार्षद की मर्डर किया है। झारखंड संघर्ष जन मुक्ति मोर्चा के प्रदीप गंझू ने हस्तलिखित पर्चा जारी कर घटना की जिम्मेवारी ली है। 

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बताया जाता है कि पुल निर्माण कार्य के साइडिंग पर गुरूवार की रात बालगोविंद साव और उनके साथ एक और मुंशी रूके हुए थे। झारखंड संघर्ष जन्म मुक्ति मोर्चा के उग्रवादी सात-आठ की संख्या में रात को साइड पर पहुंचे। उग्रवादियों ने बालगोविंद साव की जमकर पिटाई की। धारदार हथियार से उनकी मर्डर कर दी। उग्रवादियों ने घटनास्थल पर प्रदीप सिंह के नाम से एक पर्चा भी फेंका है। उग्रवादियों ने पर्चा में लिखा है कि ठेकेदार ने विवश किया इसलिए घटना को अंजाम दिया गया है। 
लातेहार के उलगड़ा गांव के पास 14 करोड़ की लागत से गुरुआ दोहर नदी पर बन रहे पुल  बन रहा है। पुल के ठेकेदार का नाम गणेश प्रसाद (नीलम इंटरप्राइजेज) चतरा जिले के गणेशपुर के रहनेवाले हैं। पुल निर्माण का काम बालगोविंद देख रहे थे।  बालगोविंद बीजेपी के बूथ अध्यक्ष और भुसूर पंचायत की वार्ड नौ के सदस्य थे। झारखंड संघर्ष जन मुक्ति मोर्चा के उग्रवादियों ने बालगोविंद का सिर व दोनों पैर काट मर्डर कर दिया। उसाइट पर मजदूर व मुंशी खान खाकर सो रहे थे। इसी दौरान आर्म्स से लैस पांच-छह लोग आये और दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गये। इसके बाद उग्रवादियों ने एक मजदूर का मोबाइल फोन छीन लिया।

शोरगुल सुनकर मुंशी बालगोविंद साव कमरे से बाहर निकले और टॉर्च जला कर देखने लगे। इसी दौरान उग्रवादियों ने उन्हें दौड़कर पकड़ लिया। मुंशी को कुछ दूर ले जाकर टांगी से काट कर मर्डर कर दी।साइट के एक अन्य मुंशी नागेंद्र उरांव ने बालगोविंद साव के परिजनों को घटना की जानकारी दी। परिजन पहुंचे तो देखा कि बालगोविंद साव जमीन पर मृत पड़े हैं। उनका हाथ बंधा था। सिर व दोनों टांग कटे थे। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी प्रमोद कुमार सिन्हा पुलिसबल के साथ रात में ही घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस को मृतक की बॉडी उठाने से रोक दिया। ग्रामीणों का कहना था कि मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी के साथ 10 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए। इसके बाद ही बॉडी को उठाने दिया जायेगा।