झारखंड: कोडरमा के पंचखेरो डैम में नाव पलटने से नौ लोग डूबे, एक सुरक्षित निकला, देवघर से पहुंची NDRF टीम

कोडरमा जिले के मरकच्चो ब्लॉक स्थित पंचखेरो डैम में नौका पलटने से नौ लोगों में आठ लोग डूब गये। एक शख्स तैरकर सुरक्षित बाहर निकला। देवघर से पहुंची NDRF टीम राहत व बचाव कार्य में लगी हुई है।  केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सह कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी ने हादसे को लेकर डीसी से बात कर राहत-बचाव कार्य तेजी से चलाने को कहा है।

झारखंड: कोडरमा के पंचखेरो डैम में नाव पलटने से नौ लोग डूबे, एक सुरक्षित निकला, देवघर से पहुंची NDRF टीम
  • अन्नपूर्णा देवी ने की डीसी से बात
कोडरमा। कोडरमा जिले के मरकच्चो ब्लॉक स्थित पंचखेरो डैम में नौका पलटने से नौ लोगों में आठ लोग डूब गये। एक शख्स तैरकर सुरक्षित बाहर निकला। देवघर से पहुंची NDRF टीम राहत व बचाव कार्य में लगी हुई है।  केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सह कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी ने हादसे को लेकर डीसी से बात कर राहत-बचाव कार्य तेजी से चलाने को कहा है।

कोडरमा जिले के मरकच्चो ब्लॉक मुख्यालय स्थित पंचखेरो में सभी लोग गिरिडीह जिले से यहां घूमने आये थे। डूबने वालों में शिवम सिंह 17 वर्ष, पलक कुमारी 14 वर्ष दोनों के पिता (प्रदीप सिंह), सिताराम यादव (40 वर्ष) व उसके तीन बच्चे शेजल कुमारी (16 वर्ष), हर्षल कुमार (08 वर्ष), बऊवा (05 वर्ष) तथा राहुल कुमार (16 वर्ष) व अमित (14 वर्ष) पिता प्रफुल सिंह के नाम शामिल हैं। देवघर से NDRF की टीमें घटनास्थल पहुंची है। राहत-बचाव कार्य जारी है।

सभी लोग गिरिडीह जिले के राजधनवार पुलिस स्टेशन एरिया के खेतो के हैं। वे लोग पंचखेरो डैम घूमने आये थे। इसी क्रम में वे लोग एक नाव से डैम घूमने लगे। जैसे ही नाव डैम के बीच पहुंची और नाव डूबने लगी। नाव डूबने के बाद ये नौ लोगों में सिर्फ एक प्रदीप सिंह ही तैर कर बाहर निकल पाये, बाकी सभी लोग डूब गये। सभी लापता लोग प्रदीप सिंह, प्रफुल सिंह और सीताराम यादव के परिवार के हैं। यह हादसा डैम के बीच में हुआ। लकड़ी की नाव अचानक डूब गई। हादसे के बाद प्रदीप सिंह नामक एक व्यक्ति तैरकर डैम से बाहर निकल आया। उसने लोगों को घटना की जानकारी दी। नाविक और अन्य लोगों का पता नहीं चला है। 
सूचना के मिलते ही कोडरमा के डीसी आदित्य रंजन व एसपी कुमार गौरव मौके पर पहुंचे। गिरिडीह के अफसर भी पहुंचे थे। डैम की गहराई अधिक होने और पानी लबालब भरे होने के कारण लोकल लोगों द्वारा रेस्रेक्यू का कार्य संभव नहीं हो पा रहा है। डैम में डूबे लोगों के परिजन का रो-रो कर बुरा हाल है।पांच वर्ष पूर्व मरकचो के पंचखेरो नदी में यह डैम बनकर तैयार हुआ था। डैम की सुंदरता व इसके आसपास की वादियां सैलानियों को आकर्षित करती हैं। बड़ी तादाद में लोकल व आसपास के जिलों के लोग यहां घूमने आते हैं।