झारखंड: हमारी सरकार को कोई हिला नहीं सकता, किसी को डरने की जरूरत नहीं: हेमंत सोरेन
झारखंड कैबिनेट की बैठक के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने झारखंड मंत्रालय कैंपस में उपस्थित सचिवालय कर्मचारियों व आम जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस सरकार को कोई हिला नहीं सकता, कोई डिगा नहीं सकता। राज्य सरकार को सभी ने जो काम की जिम्मेवारी दी है, उसे सरकार पूरी निष्ठा के साथ पूरा करेगी।
रांची। झारखंड कैबिनेट की बैठक के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने झारखंड मंत्रालय कैंपस में उपस्थित सचिवालय कर्मचारियों व आम जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस सरकार को कोई हिला नहीं सकता, कोई डिगा नहीं सकता। राज्य सरकार को सभी ने जो काम की जिम्मेवारी दी है, उसे सरकार पूरी निष्ठा के साथ पूरा करेगी।
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दिनाँक -14.09.22
— Jagarnath Mahto (@Jagarnathji_mla) September 14, 2022
मुख्यमंत्री महोदय श्री हेमन्त सोरेन जी...!
एक झारखण्डी के रूप में मैं ,सदा के लिए आपका आभारी रहूँगा। जय झारखण्ड।@HemantSorenJMM @JmmJharkhand pic.twitter.com/u95uZ2Gast
सीएम ने कहा कि कुछ लोग इस कार्य में लगे हैं, खासकर विपक्ष के साथी वातावरण में हवाओं को इस कदर दूषित कर रहे हैं कि सरकार के कर्मी डरे-सहमे हैं। उन्हें डर है कि सरकार चली गई तो उनसे किया गया वादा कैसे पूरा होगा। सीएम ने कहा कि डरने की जरूरत नहीं है। सरकार को सबकी चिंता है। वे आश्वस्त रहें।
जनता के चेहरे की खुशी ही सरकार की ताकत
हेमंत सोरेन ने कहा कि समय के अनुरूप सबकुछ आगे बढ़ रहा है। सभी विभागों को निर्देशित किया गया है कि जो भी लंबित मामले हैं, उसके अनुरूप अपना काम करें, ताकि राज्य में विकास की गति में तेजी आ सके। सीएम ने कहा कि राज्य के कर्मचारी राज्य की जनता से पूछें। आज हर वर्ग के लोग, कर्मचारी, आंगनबाड़ी सेविका, शिक्षक, पुलिस के साथ सरकार संवेदनशील है और उनकी मांगों पर संवेदनशील होकर निर्णय ले रही है। राज्य के बेरोजगारों, नौजवानों के प्रति जो सरकार की संवेदनाएं हैं, वह उनके चेहरे पर दिख रही हैं। आम जनता के चेहरे की खुशी से सरकार को काम करने की ताकत मिल रही है।
कैबिनेट का यह ऐतिहासिक निर्णय
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में 1932 का खतियान लागू किया गया है, नौकरियों में ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण का लाभ दिया जा रहा है। यह कैबिनेट का ऐतिहासिक निर्णय है। कर्मचारियों को उनका अधिकार मिले, इसपर सरकार का पूरा जोर है। कैबिनेट के निर्णय के रूप में सामने दिख रहा है। कैबिनेट के निर्णय की जानकारी पहले नहीं थी, लेकिन जैसे ही कैबिनेट की बैठक समाप्त हुई, क्षणभर में ही सचिवालय परिसर में इतनी भीड़ जुट गई, यह इस बात का साक्ष्य है कि लोगों को इस सरकार में विश्वास है कि उनकी मांगों पर कोई सोच सकता है, कोई काम कर सकता है तो यही सरकार कर सकती है।