बिहार के गैंगस्टर अमित सिंह की मर्डर केस में झारखंड पुलिस का बड़ा एक्शन, पटना पुलिस का ASI व कांस्टेबल अरेस्ट
बिहार के बिहटा के कुख्यात अमित सिंह उर्फ निशांत (31) की झारखंड के देवघर कोर्ट में हुए मर्डर मामले में झारखंड पुलिस ने पटना पुलिस के ए ASI व कांस्टेबल को अरेस्ट किया है। देवघर पुलिस द्वारा अरेस्ट किये गये एएसआइ राम अवतार राम और कांस्टेबल ताबिश खान है। इन दोनों पुलिसकर्मियों ने लाइनर की रोल निभायी थी।
- तीन कांस्टेबल देवघर पुलिस की कस्टडी में
पटना। बिहार के बिहटा के कुख्यात अमित सिंह उर्फ निशांत (31) की झारखंड के देवघर कोर्ट में हुए मर्डर मामले में झारखंड पुलिस ने पटना पुलिस के ए ASI व कांस्टेबल को अरेस्ट किया है। देवघर पुलिस द्वारा अरेस्ट किये गये एएसआइ राम अवतार राम और कांस्टेबल ताबिश खान है। इन दोनों पुलिसकर्मियों ने लाइनर की रोल निभायी थी।
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अमित मर्डर मामले में पटना पुलिस के तीन कांस्टेबल देवघर टाउन पुलिस के कस्टडी में है। उन्हें पटना पुलिस के आने पर सौंपा जायेगा। देवघर पुलिस ने अमित की गर्लफ्रेंड और उसके छह गुर्गों को पीआर बांड पर छोड़ दिया है। पटना एसएसपी डा. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने झारखंड पुलिस द्वारा अरेस्ट किये गये एएसआइ और कांस्टेबल को सस्पेंड कर दि या है। दोनों के खिलाफ डिपार्टमेंट प्रोसिडिंग शुरु कर दी गयी है। अन्य तीन पुलिस कांस्टेबल के खिलाफ भी अनुशासनिक कार्रवार्र की जायेगी।
बाप-बेटा गैंग ने करायी अमित की मर्डर
पटना पुलिस के कांस्टेबल ताबिश खान के मोबाइल की काल रिकार्ड ने अमित मर्डर की गुत्थी सुलझा दी। ताबिश लगातार बेउर जेल से हाल मेंबेल पर छूटे आर्म्स एक्ट एक्ट के आरोपि त सोनू के संपर्क में था। सोनू भी बिहटा के मसौढ़ी का रहने वाला है। देवघर पुलिस की छानबीन में पता चला है कि सोनू बाप-बेटा गैंग का गुर्गा है। मर्डर से एक दिन पहले ही पहले ही बेउर जेल में बंद माणिक सिंह का पिता मनोज सिंह देवघर में ही था। माणिक ने जेल से मर्डर की साजिश रची थी। देवघर पुलिस पटना पहुं मनोज व सोनू की खोज में कई जगह रेड की है।
अमित के शूटरों ने की थी एक्स एमएलए के भाइयों की मर्डर
देवघर पुलिस को छानबीन में पता चला है कि अरवल से बीजेपी के अरवल के एक्स एमएलए के चितरंजन शर्मा के भाई शंभू शरण शर्मा और गौतम सिंह की मर्डर के लिए अमित ने ही शूटरों की व्यवस्था की थी। इसके लिए उसने डबल मर्डर केस के मुख्य आरोपित व पांडव सेना के सरगना संजय सिंह से 30 लाख रुपये लिए थे। हालांकि उसने एक सीनीयर पुलिस अफसर को माणिक के बारे में गलत सूचना दी थी। कहा था कि माणिक ने ही एमएलए के भाईयों की मर्डर करवायी है। ऐसा कर अमित ने चितरंजन शर्मा और माणिक विवाद कराने के लिए किया था। इसके बाद माणिक सिंह के पिता मनोज ने ऑडियो वायरल कर संजय सिंह से दुश्मनी का दावा किया था। वह पता लगा रहा था कि पुलिस को गलत जानकारी किसने दी थी ? इस बीच पुलिस कांस्टेबल ताबिश खान ने उसे अमित के बारे में जानकारी दी।इसके बाद अमित के मर्डक कहाना बेउर जेल में लिख दी गई।