Jharkhand : पुलिस को मिली बड़ी सफलता, एनकाउंटर में मारा गया तीन लाख का इनामी नक्सली राजेश उरांव
झारखंड के गुमला जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुए एनकाउंटर में भाकपा माओवादी संगठन का नक्सली राजेश उरांव मारा गया है। राजेश पर तीन लाख का इनाम घोषित था।
- NIA और झारखंड पुलिस को थी तलाश
गुमला। झारखंड के गुमला जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुए एनकाउंटर में प्रतिबंधित नक्सली सगंठन भाकपा माओवादी सब जोनल कमांडर राजेश उरांव मारा गया है। एनकाउंटर में मारे गये राजेश पर झारखंड पुलिस ने दो लाख और एनआईए ने एक लाख का इनाम घोषित कर रखा था।
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पुलिस ने गुमला पुलिस स्टेशन एरिया अंतर्गत आंजन और मरवा जंगल में दो लाख के इनामी भाकपा माओवादी सब जोनल कमांडर राजेश उरांव को एनकाउंटर में मार गिराया। नक्सली राजेश उरांव जिले घाघरा पुलिस स्टेशन एरिया के हुटार गांव रहने वाला था। पुलिस को पिछले कई सालों से राजेश उरांव की तलाश थी। जिले में राजेश रंथू उरांव और लाज़िम अंसारी के दस्ता एक्टिव था। उसके खिलाफ गुमला और लातेहार जिला के पुलिस स्टेशन में कई मामले दर्ज है।
नक्सलियों को लगा बड़ा झटका
राजेश कुमार के मारे जाने के बाद नक्सलियों की कमर टूट गयी है। इस क्षेत्र में नक्सली कमांडर रंथु उरांव, लजीम अंसारी और राजेश उरांव तीन ही मुख्य रुप से कमान संभाले हुए थे। पुलिस की लगातार बढ़ रही गतिविधि के कारण यह जल्द स्थान बदलते थे।एक स्थान पर अधिक देर ठहराव नहीं होता था। एक साथ तीनों एकत्र भी नहीं रहते थे। मोबाइल का उपयोग भी नहीं करते थे। अत्यंत जरुरी होने पर किसी दूसरे के नंबर से दूसरे के नंबर पर कॉल वार्तालाप करते थे। इसके कारण भी पुलिस के हत्थे चढ़ने से ये बार बार बच रहे थे, लेकिन इस बार पुलिस ने कमर को कस लिया था। एसपी डा. ऐहतेशाम वकारिब ने कहा कि बाकी बचे दोनों नक्सली सरेंडर करें या गोली खाने के लिए तैयार रहें। पुलिस का ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा, जब तक नक्सली का पूर्ण रुप से सफाया नहीं हो जाता है।
ऐसे मिला जोनल कमांडर का पद
लातेहार जिले में राजेश सक्रियता अधिक थी। पिछले कई वर्षों से सक्रिय रुप से इस एरिया में काम कर रहा था। संगठन में उसकी पकड़ धीरे-धीरे मजबूत होने लगी थी। यही कारण था कि उसे सब जोनल कमांडर का पद दिया गया था। गुमला, लोहरदगा क्षेत्र में कमजोर हुए संगठन को मजबूत करने में जुटा था। उसकी सक्रियता बढ़ने लगी थी। पुलिस इससे पूर्व भी उसकी टोह ले चुकी थी, लेकिन किस्मत से वह पुलिस के चंगुल से बच निकला था।
NIA को भी थी राजेश उरांव की तलाश
NIA को भी नक्सली राजेश उरांव की तलाश थी। राजेश उरांव के खिलाफ लातेहार के चंदवा में हुए चार पुलिसकर्मियों की मर्डर के मामले में एनआईए ने भी केस दर्ज किया था। NIA के निर्देश पर . 17 जुलाई 2022 को राजेश उरांव के घर पर घाघरा पुलिस ने इश्तिहार चिपकाया था। चार पुलिसकर्मियों की मर्डर के मामले की जांच कर रही एनआईए ने झारखंड में एक करोड़ के इनामी पतिराम मांझी पर 10 लाख, अजीत उरांव उर्फ चार्लिस, सौरभ दा पर पांच लाख, नवीन, रवींद्र गंझू, छोटू खेरवार, अमन गंझू, नीरज सिंह खेरवार और मृत्युंजय भुईंया पर चार लाख, मनीष यादव, संटू भुईयां, नागेंद्र यादव, शीतल मोची, नेशनल गंझू, कुंदन खेरवार पर तीन-तीन लाख, खतेश गंझू, रंथू उरांव, अनिल तुरी, प्रदीप सिंह खेरवार पर दो-दो लाख, राजेश उरांव, लजीम अंसारी, जितेंद्र नागेशिया पर एक-एक लाख रुपये इनाम की घोषणा की है। एनआईए ने सभी को फरार घोषित करते हुए इनाम के राशि की घोषणा की है।