झारखंड: स्टेट में नौवीं और 11वीं के स्टूडेंट्स अगली क्लास में हुए प्रमोट, स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने जारी किया आदेश
झारखंड स्टेट गवर्नमेंट के स्कूलों में नौंवी और 11वीं के स्टूडेंट्स को अगली क्लास में प्रमोट कर दिया गया है। स्टूडेंट्स बिना किसी मूल्यांकन के ही 10वीं और 12वीं में चले गये हैं। नौवीं कक्षा के लगभग 4.30 लाख तथा ग्यारहवीं के 3.20 लाख बच्चे क्रमश: 10 वीं तथा 12 वीं क्लास में प्रमोट किये गये हैं।
- झारखंड अभिभावक संघ धनबाद ने किया स्वागत
रांची। झारखंड स्टेट गवर्नमेंट के स्कूलों में नौंवी और 11वीं के स्टूडेंट्स को अगली क्लास में प्रमोट कर दिया गया है। स्टूडेंट्स बिना किसी मूल्यांकन के ही 10वीं और 12वीं में चले गये हैं। नौवीं कक्षा के लगभग 4.30 लाख तथा ग्यारहवीं के 3.20 लाख बच्चे क्रमश: 10 वीं तथा 12 वीं क्लास में प्रमोट किये गये हैं।
प्रमोट हुए स्टूडेंट्स 2022 में होने वाली मैट्रिक और इंटरमीडिएट की एग्जाम में शामिल हो सकेंगे। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशक हर्ष मंगला ने इस संबंध में गुरुवार को निर्देश जारी कर दिया है। उन्होंने सभी जिलों के डीसी और जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश भेज दिया है। सभी स्टूडेंट्स को सरकारी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित कराने को कहा गया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने कहा है कि कोविड-19 की वजह से पिछले एजुकेशनल सेशन में भी 17 मार्च 2020 से कुछ समय को छोड़कर स्कूल बंद है। स्कूलों में क्लास का संचालन नहीं किया जा सका है। इस परिस्थिति को देखते हुए झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से 2020-21 में नौवी और 11 वीं में नामांकित छात्र छात्राओं की प्रोमोट करने के लिए एग्जाम का आयोजन नहीं किया जा सका। इससे पहले क्लास एक से आठ के सभी बच्चे बिना समेटिव असेसमेंट के अगली क्लास में प्रमोट किये गये जा चुके हैं। पिछले साल आठवीं में रहे स्टूडेंट्स इस शैक्षणिक सत्र में नौंवी क्लास में प्रमोट हो होकर एडमिशन ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान एजुकेशन सेशन 2021-22 एक अप्रैल से शुरू हो चुकी है। सेशन शुरू हुए लगभग दो माह बीत चुके हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण स्टेट गवर्नमेंट तीन जून तक स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह को बढ़ाया है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए अगले कुछ महीने तक स्कूल खुलने की संभावना नहीं दिख रही है। ऐसे में नौंवी और 11वीं के स्टूडेंट्स को अगली क्लास में प्रमोट नहीं करने पर मैट्रिक और इंटरमीडिएट के पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिलता।इसलिए नौवीं और 11वीं के स्टूडेंट्स को 10 वीं और 12वीं में प्रोमोट करने का निर्णय लिया गया है, जो वर्तमान एजुकेशनल सेशन में प्रभावी होगा।उन्होंने निर्देश दिया है कि सभी जिले के सरकारी स्कूलों के हेडमास्टर को इसकी जानकारी दे दी जाए। प्रमोट किये गये अगली क्लास में स्टूडेंट्स का आगली क्लास में एडमिशन लेकर उन्हें पठन-पाठन और डिजिटल कंटेंट उपलब्ध कराया जा सके।
10 वीं और 12 वीं क्लास के लिए वेट एंड वाच
झारखंड गवर्नमेंट 10 वीं तथा 12 वीं बोर्ड एग्जामस के लिए वेट एंड वाच की स्थिति में है। सीबीएसई बोर्ड के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट के निर्णय का भी इंतजार किया जा रहा है। इससे पहले स्टेट गवर्नमेंट ने सेंट्रल गवर्नमेंट की ओर से दिये गये अपने सुझाव में कहा है कि वर्तमान परिस्थिति में अभी एग्जाम लेना उचित नहीं होगा। राज्य सरकार ने संक्रमण कम होने के बाद एग्जाम लेने का सुझाव दिया है। 10 वीं व 12 वीं बोर्ड की परीक्षा के संबंध में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव राजेश शर्मा ने कहा कि सरकार सेंट्रल के निर्णय का इंतजार कर रही है।दसवीं बोर्ड की बात है तो इंटरनल असेसमेंट के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट अंतिम विकल्प होगा। जब सारे रास्ते बंद हो जाएंगे, तभी इस आधार पर अगली कक्षा में प्रोमोट करने का निर्णय लिया जाएगा। झारखंड के सरकारी स्कूलों में इंटरनल असेसमेंट सही ढंग से नहीं हो पाया है। वहीं, 30 परसेंट बच्चे ही ऑनलाइन क्लास से जुड़े थे।
झारखंड अभिभावक संघ धनबाद ने किया स्वागत
झारखंड अभिभावक संघ, धनबाद ने स्टेट गवर्नमेंट द्वारा नौवीं व 11 वीं क्लास के स्टूडेंट्स को बिना एग्जाम दिये अगली क्लास में प्रमोट किये जाने का स्वागत किया है। संघ के जिला अध्यक्ष कैप्टन प्रदीप मोहन सहाय, ने कहा है कि लगातार इसकी मांग की जा रही है। गेर से सही लेकिन ठोस निर्णय है। शिक्षा विभाग के इस कदम से स्टूडेंट्स को मानसिक तनाव से छुटकारा मिलेगी। स्टूडेंट्स को आगे की पढ़ाई करने को बल मिलेगा।