Jharkhand:बीजेपी लीडर के दावे से सनसनी, कहा- गोविंदपुर CO का गैंगस्टर प्रिंस खान से संबंध
वासेपुर के गैंगस्टर प्रिंस खान के सहयोग से गोविंदपुर सीओ शशिभूषण सिंह ने अकूत संपत्ति अर्जित की है। यह दावा झारखंड बीजेपी के प्रवक्ता विनय कुमार सिंह ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर किया है।
- धनबाद-दुबई के अंडरवर्ल्ड नेटवर्क से संबंध होने का दावा
- गोविंदपुर अंचल कार्यालय के कई कर्मी प्रिंस से मिल कर रहे काम
- प्रिंस खान की मदद से गोविंदपुर सीओ ने बनाई अकूत संपत्ति
रांची। झारखंड में जमीन हड़पने, धमकाने, बालू तस्करी सहित करीब आधा दर्जन मामलों में दो दिनों तक चली रेड में ईडी को कुल 35 लाख रुपये कैश मिले हैं। इनमें 15 लाख रुपये हजारीबाग के एक्स सीओ शशिभूषण सिंह के रांची स्थित ठिकानों से मिले। शेष राशि अन्य ठिकानों से मिली है। शशिभूषण अभी धनबाद के गोविंदपुर में बतौर सीओ पोस्टेड हैं।
गोविन्दपुर, धनबाद सीओ और गैंगस्टर प्रिंस खान का संबंध,
— Binay Kumar Singh (Modi Ka Parivar) (@BinayBharat) March 13, 2024
प्रेस विज्ञप्ति
दिनांक: March 13, 2024
बिनय कुमार सिंह
प्रदेश प्रवक्ता, भाजपा, झारखंड pic.twitter.com/OldJZBZR3O
कांग्रेस एमएलए अंबा प्रसाद व करीबियों के ठिकाने पर रेड
ईडी ने कांग्रेस की बड़कागांव एमएलए अंबा प्रसाद व उनके करीबियों के ठिकानों पर रेड की है। कहा जा रहा है कि वासेपुर के गैंगस्टर प्रिंस खान के सहयोग से गोविंदपुर सीओ शशिभूषण सिंह ने अकूत संपत्ति अर्जित की है। यह दावा झारखंड बीजेपी के प्रवक्ता विनय कुमार सिंह ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर किया है। विनय के अनुसार, सीओ ने रांची के विभिन्न इलाकों में अपने पत्नी, बच्चे, रिश्तेदार व दोस्तों के नाम पर काफी जमीन खरीदी है। ईडी ने सीओ के घर से 15 लाख रुपये बरामद किये थे।
प्रिंस के लिए दलाली करते हैं सीओ
विनय ने इसे लेकर बुधवार को प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की। जिसमें कहा कि सीओ के आवास से बरामद पांच लाख रुपये 2000 के नोट थे। उन्होंने नोट को बदलवाने की जरूरत नहीं समझी। उनका आरोप है कि सीओ प्रिंस खान और उसके गैंग के लिए काम कर रहे थे। प्रवक्ता ने सीओ ऑफिस के कर्मचारियों का धनबाद-दुबई के अंडरवर्ल्ड नेटवर्क से संबंध होने का दावा किया है। विनय सिंह ने कहा कि गोविंदपुर अंचल कार्यालय में काम करने वाले गुलरेज, सोनू, अदनान सुमित और मेंहदी जैसे कुछ कर्मचारियों का प्रिंस खान से संबंध रहा है। ये प्रिंस के लिए जमीन की दलाली करते हैं। कार्यालय में जो भी लोग जमीन खरीदते हैं, उसे प्रिंस नेटवर्क के नाम पर धमकाते हैं और पैसे वसूलकर प्रिंस तक पहुंचाते हैं। इसका एक हिस्सा गोविंदपुर सीओ को भी मिलता है। यह काम गोविंदपुर अंचल कार्यालय में कई वर्षों से चल रहा है।
20 स्थानों पर रेड में 35 लाख कैश बरामद,अवैध बालू खनन से जुड़े दस्तावेज जब्त
जबरन वसूली, लेवी वसूली, अवैध बालू खनन, जमीन पर अवैध कब्जा और जमीन हड़पने की कोशिश मामले में झारखंड पुलिस में दर्ज लगभग 15 अलग-अलग एफआइआर में मनी लॉन्ड्रिंग के बिंदु पर ईडी ने दो दिनों तक लगातार लगातार रेड की है। यह रेड एक्स मिमिस्टर योगेंद्र साव, एमएलए अंबा प्रसाद, उनके परिवार के अन्य सदस्यों व सहयोगियों से संबंधित झारखंड के रांची व हजारीबाग में 20 स्थानों पर चली। रेड में ईडी को 35 लाख रुपये कैशद, डिजिटल उपकरण, अंचल कार्यालयों, बैंकों आदि के नकली स्टांप, हाथ से लिखी रसीदें, डायरियां, विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज आदि मिले हैं। ईडी की ओर से गुरुवार को प्रेस बयान जारी कर छापेमारी में मिले तथ्यों व सबूतों से संबंधित सभी बिंदुओं पर जानकारी दी गई है। यह भी बताया गया है कि इस छापेमारी अभियान में झारखंड में अवैध बालू खनन से जुड़े साक्ष्य से संबंधित दस्तावेज भी जब्त किये गये हैं। रेड में यह भी सबूत मिले हैं कि आरोपितों ने आपराधिक गतिविधियों से अर्जित काले धन से आगे की व्यावसायिक गतिविधियों को संचालित किया, कई अचल संपत्तियों को खरीदा। उन सभी अचल संपत्तियों की ईडी ने पहचान कर ली है। आगे की जांच जारी है।
आर्म्स एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में दर्ज हैं मामले
एक्स मिनिस्टर योगेंद्र साव, विधायक अंबा प्रसाद, उनके पारिवारिक सदस्यों व सहयोगियों के विरुद्ध झारखंड पुलिस की विभिन्न थानों में आर्म्स एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में करीब 15 ऐसे केस दर्ज हैं, जिन्हें ईडी ने मनी लांड्रिंग के तहत अनुसंधान के लिए लिया है। प्राथमिकी में यह आरोप लगाया गया है कि पूर्व मंत्री योगेंद्र साव, विधायक अंबा प्रसाद ने अपने सहयोगियों के साथ विभिन्न प्रकार की आपराधिक गतिविधियों जैसे जबरन वसूली, लेवी की वसूली, अवैध रेत खनन, जमीन पर कब्जा आदि से अवैध धन अर्जित की।