Jharkhand: लातेहार में पांच लाख का इनामी TSPC सबजोनल कमांडर दशरथ उरांव ने किया सरेंडर

झारखंड में लातेहार जिला पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ सोमवार को एक और सफलता हासिल की है।  स्टेट में चल रहे नई दिशा कार्यक्रम के तहत उग्रवादी संगठन टीएसपीसी के सबजोनल कमांडर दशरथ उरांव उर्फ रौशन जी ने सोमवार को लातेहार पुलिस ऑफिस में पलामू आईजी राजकुमार लकड़ा व एसपी अंजन के समक्ष के समक्ष सरेंडर किया। पांच लाख का इनामी सबजोनल कमांडर दशरथ उरांव उर्फ रौशन जी चतरा जिले के टंडवा पुलिस स्टेशन एरिया के सुइयाटांड़ का रहनेवाला है।

Jharkhand: लातेहार में पांच लाख का इनामी TSPC सबजोनल कमांडर दशरथ उरांव ने किया सरेंडर

लातेहार। झारखंड में लातेहार जिला पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ सोमवार को एक और सफलता हासिल की है। स्टेट में चल रहे नई दिशा कार्यक्रम के तहत उग्रवादी संगठन टीएसपीसी के सबजोनल कमांडर दशरथ उरांव उर्फ रौशन जी ने सोमवार को लातेहार पुलिस ऑफिस में पलामू आईजी राजकुमार लकड़ा व एसपी अंजन के समक्ष के समक्ष सरेंडर किया। पांच लाख का इनामी सबजोनल कमांडर दशरथ उरांव उर्फ रौशन जी चतरा जिले के टंडवा पुलिस स्टेशन एरिया के सुइयाटांड़ का रहनेवाला है।

यह भी पढ़ें:Bihar: सीतामढ़ी में पुलिस और इलिगल शराब कारोबारियों के बीच एनकाउंटर, एक मारा गया

मौक पर सबजोनल कमांडर दशरथ उरांव के परिजन भी उपस्थित थे। आईजी राजकुमार लकड़ा ने टीएसपीसी के सबजोनल कमांडर को शाल भेंट कर चेक प्रदान किया। ईजी व एसपी ने बताया कि एक साल से दशरथ उरांव उर्फ रौशन के परिजनों को पुलिस अफसरों द्वारा सरकार की सरकार की सरेंडर पॉलिसी के बारे में बताया जा रहा था। सरकार के सरेंडर पॉलिसी से प्रेरित होकर दशरथ उरांव ने सरेंडर किया है। सरेंडर करने के बाद अब नक्सली को सरकार द्वारा घोषित इनाम की राशि तथा अन्य लाभ दिया जायेगा। आईजी श्री लकड़ा ने कहा कि सरकार की सरेंडर पॉलिसी का लाभ लेने के लिए अन्य नक्सली व उग्रवादियों को लगातार प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरेंडर नहीं करनेवाले कोई भी नक्सली या उग्रवादी बख्शे नहीं जायेंगे। आईजी ने कहा कि झारखंड में नक्सली कमजोर होते जा रहे हैं। झारखंड सरकार के नई दिशा कार्यक्रम के तहत उग्रवादी सरेंडर कर रहे हैं। सब जोनल कमांडर टीएसपीसी के रीजनल कमांडर आक्रमण जी के दस्ता में रहकर नक्सली घटना को अंजाम दे रहे थे। इसके खिलाफ बालूमाथ, लातेहार, चंदवा, हेरहंज, मनिका, टंडवा एवं कुंडा पुलिस स्टेशन में 59 केस दर्ज हैं।

एसपी अंजनी अंजन ने कहा कि झारखंड सरकार की उग्रवादी सरेंडर एवं पुनर्वास नीति के तहत पुलिस निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि मुख्य धारा से भटक गये नक्सली संगठन के लोग मुख्य धारा में लौट आएं। पुलिस की ओर से नक्सलियों के विरोध बड़ी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यधारा से भटके हुए नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने के लिए पुलिस व सरकार कटिबद्ध है। एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि दशरथ उरांव ने टीएसपीसी के रिजनल कमांडर आक्रमण के दस्ता में रहकर जिलेके विभिन्न पुलिस स्टेशन एरिया में कई घटनाओं को अंजाम दिया था। उन्होंने बताया कि इसके पहले दशरथ भाकपा माओवादी में सक्रिय था और बड़ा विकास तथा नितिश जी के दस्ता के बाद टीएसपीसी में शामिल हो गया था। दशरथ के खिलाफ चतरा जिले के टंडवा तथा लातेहार जिले के चंदवा, हेरहंज, मनिका, बालुमाथ व लातेहार पुलिस स्टेशन में कई मामले दर्ज हैं।  उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ 11 व सीआरपीएफ 214 बटालियन के द्वारा एरिया में लगातार ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इस ऑपरेशन द्वारा कई नक्सलियों व उग्रवादियों को अरेस्ट कर लिया गया है। जबकि कई पुलिस के हाथों मारे भी गये हैं।


भाकपा माओवादी से टीएसपीसी में शामिल हुआ था दशरथ
सरेंडर करने के बाद दशरथ उरांव ने कहा कि 2021 में टीएसपीसी के एरिया कमांडर अनिल उरांव से प्रेरित होकर पुलिस के समक्ष सरेंडर किया। उन्होंने मुख्यधारा से भटके हुए लोगों से सरकार की योजना का लाभ उठाते हुए सरेंडर करने की अपील की। मौके पर सीआरपीएफ 11 कमांडेट वेद प्रकाश त्रिपाठी, सीआरपीएफ 214 बटालियन के कमांडेट केडी जोशी, बालूमाथ एसडीपीओ अजीत कुमार, लातेहार पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी चंद्रशेखर चौधरी, मनिका थाना प्रभारी राणा भानू प्रताप सिंह, बबलू कुमार, सार्जेंट मेजर सुशांत कुमार समेत कई अन्य अफसर उपस्थित थे।

लातेहार पुलिस की प्रेस विज्ञप्ति

विगत एक वर्ष से झारखड पुलिस द्वारा नक्सली/उग्रवाद के खिलाफ लगातार सघन अभिय़ान व रेड की जा रही है, जिसमें लातेहार पुलिस को झारखं जगुआर, कोबरा, CRPFऔर जिला के SAT बल के सराहनीय योगदान से लातेहार जिला को अलग – अलग क्षेत्रों में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल हई है। नक्सल अभियान के दौरान कई शीर्ष नक्सली पकड़े गये तथा कई नक्सली मारे गये  इसके साथ ही लातेहार पुलिस के द्वारा नक्सली के परिजनों एवं उसके हित-नातो से सम्पर्क कर सरकार द्वारा अपनायी गई नक्सलियों का आत्मसमर्पण पूणर्वास नीति के बारे समझा बूझाकर उसे प्रेरित किया जा रहा था। इसी परिपेक्ष में टीएसपीसी के रीजनल कमांडर आक्रमण गंझू के दस्ता में रहकर नक्सली घटना को अंजाम दे रहे सबजोनल कमांडर दशरथ उरांव उर्फ रौशन जी पिता- धनु उरांव सा0- सुईयाटाड़ थाना- चंदवा जिला- चतरा को पुलिस लम्बे समय से तलाश रही थी। उनके परिजनो को पिछले एक साल से नक्सलियों का आत्मसमर्पण पूणर्वास नीति से प्रेरित भी किया जा रहा था। लातेहार जिला बल के साथ लातेहार मे तैनात CRPF की 11वी बटालियन एवं 214 वी बटालियन के द्वारा सघन अभियान निकला जाता रहा, जिससे उग्रवादियों पर लगातार दवाव बना रहा।

 प्रतिबंधित भा0क0पा0 माओवादी एवं टीएसपीसी के सबजोनल कमांडर दशरथ उरांव उर्फ रौशन जी पूर्व में भा0क0पा0 माओवादी संगठन के सुप्रिमों बड़ा विकाश, तथा नितिश जी के दस्ते तथा बाद में टी0एस0पी0सी0 संगठन के सुप्रिमों आक्रमण गंझू के दस्ते में रह कर बालूमाथ, लातेहार, चंदवा, हेरहंज मनिका तथा टंडवा एवं कुन्दा थाना क्षेत्र में कई बड़ी नक्सली घटनाओं को अंजाम दिये थे। उसके खिलाफ विभिन्न पुलिस स्टेशन में 59 केस दर्ज है।टीएसपीसी0 उग्रवादी संगठन के एरिया कमांडर अनिल उरांव जो इन्ही के दस्ते का सदस्य हुआ करता था। वह वर्ष 2021 में लातेहार पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किये थे।और आज भयमुक्त वातावरण में अपने परिवार एवं बाल-बच्चो के साथ जीवन व्यतीत कर रहे हैं। पारिवारिक जीवन-यापन को देखकर और एसपी लातेहार द्वारा लगातार समझाने पर सरकार द्वारा अपनायी गई नक्सलियों के आत्मसमर्पण एवं पूणर्वास नीति से प्रेरित होकर टीएसपीसी के सबजोनल कमांडर दशरथ उरांव उर्फ रौशन जी अपने परिवार भाई एवं बच्चों की उपस्थिति में समाज के मुख्य धारा से जुड़ने के लिए लातेहार पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर रहे है।