झारखंड : TSPC उग्रवादियों के पास से आर्मी के ग्रेनेड और आर्म्स मिलने से हड़कंप

झारखंड में पहली बार आर्मी में इस्तेमाल किया जाने वाला ग्रेनेड उग्रवादियों के पास से बरामद किया गया है। लातेहार पुलिस द्वारा 23 जुलाई को टीएसपीसी के हार्डकोर उग्रवादी और सबजोनल कमांडर आदेश गंझू की अरेस्टिंग के बाद उसकी निशानदेही पर अत्याधुनिक 40 मिमी एचई ग्रेनेड शक्तिशाली विस्फोटक है। इसका उपयोग सुरक्षाबलों, संवेदनशील प्रतिष्ठानों और लक्षित वाहनों को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जा सकता है। 

झारखंड : TSPC उग्रवादियों के पास से आर्मी के ग्रेनेड और आर्म्स मिलने से हड़कंप
  • इंडियन आर्मी में उग्रवादियों की सेंधमारी
  • सिक्युरिटी एजेंसियों की चिंता बढ़ी
  • लातेहार पुलिस ने आर्मी में इस्तेमाल होने वाले 30 ग्रेनेड के साथ दबोचे थे उग्रवादी

रांची। झारखंड में पहली बार आर्मी में इस्तेमाल किया जाने वाला ग्रेनेड उग्रवादियों के पास से बरामद किया गया है। लातेहार पुलिस द्वारा 23 जुलाई को टीएसपीसी के हार्डकोर उग्रवादी और सबजोनल कमांडर आदेश गंझू की अरेस्टिंग के बाद उसकी निशानदेही पर अत्याधुनिक 40 मिमी एचई ग्रेनेड शक्तिशाली विस्फोटक है। इसका उपयोग सुरक्षाबलों, संवेदनशील प्रतिष्ठानों और लक्षित वाहनों को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जा सकता है। 

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पुलिस पता लगाने में जुटी है कि उग्रवादियों तक ये ग्रेनेड कैसे पहुंचे।उग्रवादियों के पास मिले एचई ग्रेनेड ने स्टेट पुलिस हेडक्वार्टर और सिक्युरिटी एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। बालूमाथ पुलिस स्टेशन एरिया स्थित सीरम जंगल में दामोदर नदी के किनारे तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) के उग्रवादियों के खिलाफ रेड में बरामद 40 एमएम एचई ग्रेनेड सिर्फ व सिर्फ इंडियन आर्मी के लिए सप्लाई होता है। इसका प्रयोग सिर्फ इंडियन आर्मी करती है। सिर्फ आर्मी को सप्लाई होने वाला 40 एमएम एचई ग्रिनेड व इससे संबंधित अत्याधुनिक आर्म्स की झारखंड में पहली बार बरामदगी हुई है।यह झारखंड पुलिस ही नहीं, सेंट्रल इन्विस्टीगेशन एजेंसियों के भी कान खड़े कर दिये हैं।आदेश गंझू उर्फ मंगरा  गंझू  बालूमाथ में जेएमएम लीडर सह कोल बिजनमैन दिलशेर मर्डर केस का भी एक्युज्ड है। बालूमाथ स्थित कोयला साइडिंग का इंचार्ज दिलशेर की मर्डर 24 अप्रैल को दिनदहाड़े कर दी गई थी।
पुलिस कार्रवाई में मिले
लातेहार पुलिस की सर्च ऑपरेशन में एक 7.65 एमएम पिस्टल, 7.65 एमएम की पांच गोलियां, 9 एमएम की 56 गोलियां, 7.62 एमएम की 120 गोली, एसएलआर 7.62 एमएम की 680 व 1230 गोलियां, 40 मिमी एचई ग्रेनेड 30 के 30 टुकड़े, इंसास 5.56 मिमी की 823 राउंड गोलियां, वॉकी-टॉकी के आठ सेट व एके -47, एसएलआर, इंसास राइफल के अलग-अलग हिस्से मिले हैं। 
सेंट्रल सिक्युरिटी फोर्सेस के कारतूस पहुंच रहे नक्सलियों तक
सेंट्रस फोर्सेस के कारतूस की नक्सलियों तक सप्लाई के खुलासे के बाद अब आर्मी में भी सेंधमारी ने पुलिस व जांच एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। अब ऐसी संभावना है कि इस मामले की इन्विस्टीगेशन बहुत जल्द एनआइए अपने हाथ में ले सकती है। झारखंड पुलिस के अनुसार बालूमाथ पुलिस स्टेशन एरिया में बरामद 30 पीस 40 एमएम एचई ग्रिनेड एक शक्तिशाली विस्फोटक है। इसका प्रयोग कर सुरक्षा बलों, संवेदनशील प्रतिष्ठानों व टारगेटेड वाहन को भारी क्षति पहुंचाई जा सकती है। इतने अत्याधुनिक हथियार उग्रवादियों के पास कहां से आये एवं उग्रवादी इसका क्या प्रयोग करने वाले थे, इस बारे में झारखंड पुलिस भी अपने लेवल से सघन जांच कर रही है।
BSF व CRPF में सेंधमारी का खुलासा

झारखंड पुलिस की एटीएस ने विगत 10 माह के भीतर बीएसएफ व सीआरपीएफ में सेंधमारी का खुलासा किया था। इसमें सीआरपीएफ के पुलवामा स्थित 182 बटालियन का भगोड़ा जवान अविनाश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा, बीएसएफ के पंजाब के फिरोजपुर स्थित 116 बटालियन के वीआरएस लेनेवाला जवान अरुण कुमार सिंह उर्फ फौजी और बीएसएफ के उसी 116 बटालियन के हवलदार कार्तिक बेहरा की भी अरेस्टिंग हो चुकी है। कार्तिक बेहरा बीएसएफ के फिरोजपुर स्थित बीएसएफ के 116 बटालियन का कोत प्रभारी भी था। कार्तिक निशानदेही पर बटालियन से चुराये गये 8304 कारतूस की बरामदगी हुई थी। इन सभी मामले का इन्विस्टीगेशन बाद में एनआइए ने अपनी हाथों में ले लिया था। इस पूरे प्रकरण की इनि्वीस्टीगेशन एनआइए कर रही है।