जस्टिस धनंजय वाई चंद्रचूड़ ने इंडिया के 50वें चीफ जस्टिस के रूप में ली शपथ
जस्टिस धनंजय वाई चंद्रचूड़ ने इंडिया के 50वें चीफ जस्टिस के रूप में शपथ ली। प्रसिडेंट द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में पद की शपथ दिलाई।
नई दिल्ली। जस्टिस धनंजय वाई चंद्रचूड़ ने इंडिया के 50वें चीफ जस्टिस के रूप में शपथ ली। प्रसिडेंट द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में पद की शपथ दिलाई।
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Delhi | President Droupadi Murmu administered the oath of office to Justice DY Chandrachud as the 50th Chief Justice of India in succession to Justice Uday Umesh Lalit, in Rashtrapati Bhavan. pic.twitter.com/R4Z3e4cDMr
— ANI (@ANI) November 9, 2022
शपथ ग्रहण समारोह के बाद मीडिया को दिए अपने पहले बयान में, जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि आम नागरिक की सेवा करना मेरी प्राथमिकता है। उन्होंने रजिस्ट्री और न्यायिक प्रक्रियाओं में सुधार का भी वादा किया। उन्होंने कहा कि "मेरी बातों से ज्यादा मेरा काम बोलेगा।चीफ जस्टिस का पद संभालने के बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में महात्मा गांधी की प्रतिमा को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि "राष्ट्र की सेवा करना मेरी प्राथमिकता है। हम भारत के सभी नागरिकों की रक्षा करेंगे, चाहे वह टेक्नोलॉजी या रजिस्ट्री सुधारों, या न्यायिक सुधारों से जुड़े मामले में हो।"
जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़ अयोध्या विवाद, निजता का अधिकार जैसे अहम मुकदमों में फैसले देने वाली पीठ का हिस्सा रहे हैं। जस्टिस चंद्रचूड़ देश में सबसे लंबे समय तक सीजेआई रहे जस्टिस वाई. वी. चंद्रचूड़ के बेटे हैं। उनके पिता 22 फरवरी 1978 से 11 जुलाई 1985 तक भारतीय न्यायपालिका के प्रधान रहे थे। सुप्रीम कोर्ट के सात दशक से अधिक लंबे इतिहास में यह पहला मौका है जब एक एक्स चीफ जस्टिस के बेटे इस पद पर आसीन हुए।
जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर 2024 तक दो साल के लिए इस पद पर रहेंगे। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस 65 साल की उम्र में रिटायरहोते हैं। उन्होंने जस्टिसउदय उमेश ललित का स्थान लिया जिन्होंने 11 अक्टूबर को उन्हें अपना उत्तराधिकारी बनाए जाने की सिफारिश की थी। राष्ट्रपति ने उन्हें 17 अक्टूबर को अगला सीजेआई नियुक्त किया था। जस्टिस ललित का कार्यकाल आठ नवंबर को पूरा हो गया, वह केवल 74 दिन के लिए इस पद पर रहे।