केरल: तिरुवनंतपुरम में 25 करोड़ की लॉटरी विजेता के पीछे पड़े लोग, घर में रहना भी हुआ दूभर

25 करोड़ रुपये की लॉटरी जीतकर रातोंरात अमीर बने केरल के तिरुवनंतपुरम के रहने वाले ऑटोरिक्शा ड्राइवर अनूप के लिए अलादीन का यह चिराग अब गले की फांस बन गया है। पीछे पड़े लोगोंके कारण अनूप को घर में रहना भी दूभर हो गया है। 

केरल: तिरुवनंतपुरम में 25 करोड़ की लॉटरी विजेता के पीछे पड़े लोग, घर में रहना भी हुआ दूभर

तिरुवनंतपुरम। 25 करोड़ रुपये की लॉटरी जीतकर रातोंरात अमीर बने केरल के तिरुवनंतपुरम के रहने वाले ऑटोरिक्शा ड्राइवर अनूप के लिए अलादीन का यह चिराग अब गले की फांस बन गया है। पीछे पड़े लोगोंके कारण अनूप को घर में रहना भी दूभर हो गया है। 

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केरल में तिरुवनंतपुरम के समीप श्रीवरहम के रहने वाले अनूप ने 17 सितंबर को विजयी टिकट 'टीजे 750605' खरीदा था।अनूप को टैक्स कटौती के बाद संभवत लगभग 15 करोड़ रुपये मिलेंगे। इससे पहले उनकी मलेशिया जाकर रसोइए के तौर पर काम करने की योजना थी।अनूप ने हाल में फेसबुक पर एक वीडियो अपलोड कर कहा कि उन्हें अपना घर छोड़ना पड़ा है क्योंकि दूरदराज के इलाकों से भी लोग उनसे वित्तीय मदद मांगने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग उनके पीछे पड़ गये हैं जबकि वे उन्हें बता चुके हैं कि उन्हें अभी लॉटरी की रकम नहीं मिली है।
परेशान अनूप को वीडियो में यह कहते हुए सुना गया, 'मुझे घर बदलते रहना होगा। मैं अपने रिश्तेदार के घर जाकर ठहरा था। लेकिन किसी तरह लोगों ने वह जगह भी ढूंढ निकाली और वहां धमक गये। अब मैं अपने घर आ गया हूं क्योंकि मेरे बच्चे की तबीयत ठीक नहीं है। मैं अपने बच्चे को हॉस्पिटल नहीं ले जा सकता हूं क्योंकि लोग आकर मुझसे मदद मांग रहे हैं। मुझे कोई पैसा भी नहीं मिला है।' अनूप ने कहा कि जब उन्हें लॉटरी के बारे में पता चला था तो वह बहुत खुश थे लेकिन अब हालात बदल गये हैं। वह अपने घर में भी नहीं रह पा रहे हैं।

अनूप ने कहा कि उनके पड़ोसी भी अब परेशान हो गये हैं क्योंकि मदद मांगने के लिए विभिन्न स्थानों से आ रहे लोग आसपास के मकानों या इलाकों के पास घूम रहे हैं।उन्होंने कहा कि मैं अपने बच्चे से मिलने भी नहीं आ सकता। अभी मुझे लग रहा है कि मुझे प्रथम पुरस्कार नहीं जीतना चाहिए था। दूसरा या तीसरा पुरस्कार ही काफी होता।'