लातेहार: PLFI सबजोनल कमांडर कृष्णा यादव की सूचना देने वालों को मिलेगा एक लाख का इनाम, बालूमाथ ऑफिसर इंचार्ज समेत पांच पुलिसकर्मी सस्पेंड  

प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के सबजोनल कमांडर कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान के बालूमाथ पुलिस स्टेशन से फरारी मामले में बालूमाथ पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इंचार्ज राणा भानु प्रताप सिंह, एसआइ दीप नारायण सिंह, ओडी ऑफिसर ठाकुर प्रसाद सिंह, एएसआई रामदेव मंडल एवं चौकीदार सुरेश गंझु को सस्पेंड कर दिया गया है। 

लातेहार: PLFI सबजोनल कमांडर कृष्णा यादव की सूचना देने वालों को मिलेगा एक लाख का इनाम, बालूमाथ ऑफिसर इंचार्ज समेत पांच पुलिसकर्मी सस्पेंड  
पीएलएफआइ सबजोनल कमांडर कृष्णा यादव।

लातेहार। प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के सबजोनल कमांडर कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान के बालूमाथ पुलिस स्टेशन से फरारी मामले में बड़ी कार्रवाई की गयी है। मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में बालूमाथ पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इंचार्ज राणा भानु प्रताप सिंह, एसआइ दीप नारायण सिंह, ओडी ऑफिसर ठाकुर प्रसाद सिंह, एएसआई रामदेव मंडल एवं चौकीदार सुरेश गंझु को सस्पेंड कर दिया गया है। 

डीआईजी राजकुमार लकड़ा, लातेहार एसपी प्रशांत आनंद और एसपी ऑपरेशन विपुल पांडे ने बुधवार को बालूमाथ पुलिस स्टेशन का दौरा किया। अफसरों ने पुलिस स्टेशन कैंपस में जिस जगह से उग्रवादी फरार हुआ था एवं जिस हाजत में रखा गया था, उसकी डिटेल जानकारी ली। डीआईजी राजकुमार लकड़ा ने मीडिया को बताया कि बालूमाथ पुलिस स्टेशन कैंपस के हाजत में शौचालय होने के बावजूद उसे बाहर के शौचालय में ले जाना बड़ी लापरवाही थी। उन्होंने कहा कि फरार उग्रवादी का पोस्टर जारी किया जायेगा। उसके बारे में पुलिस को सूचना देने वाले को एक लाख रुपये का इनाम दिया जायेगा। 
एसपी प्रशांत आनंद ने बताया कि सब जोनल कमांडर फरार होने की जांच के बाद इसमें बालूमाथ पुलिस की चूक को देखते हुए पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। चहारदीवारी पर लगे कंटीले तार को दुरुस्त किया जायेगा। 
शौच के बहाने निकलकर चौकीदार को चकमा देकर पीएलएफआई उग्रवादी हो गया फरार 
रांची समेत चार जिलों के कोयला क्षेत्र में सक्रिय रहा पीएलएफआई सबजोनल कमांडर कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान बालूमाथ पुलिस कस्टडी से मंगलवार की सुबह फरार हो गया। कृष्णा को बालूमाथ पुलिस ने दो दिनों के रिमांड पर लिया था। मंगलवार को रिमांड अवधि खत्म होने के बाद उसे रांची जेल भेजा जाना था, लेकिन इससे पहले ही वह फरार हो गया।

रांची पुलिस की स्पेशल टीम ने 30 नवंबर को कृष्णा यादव को लातेहार के सेन्हा के साकेगढ़ गांव से अरेस्ट किया था। कृष्णा की सक्रियता रांची के खलारी, बुढमू, चान्हों, चतरा के पिपरवार, टंडवा, लातेहार के चंदवा- बालूमाथ में रही है। कोयला कारोबारियों से लेवी वसूलने के लिए कई कांडों को कृष्णा ने अंजाम दिया था। कृष्णा उर्फ सुल्तान के खिलाफ 29 केस सिर्फ रांची में ही दर्ज हैं। तकरीबन 40 नक्सल व आपराधिक कांडों में उसकी भूमिका रही है।