WhatsApp का साथ छोड़ Signal के पीछे 'भाग रहे' यूजर्स, नई मैसेजिंग ऐप का बढ़ा क्रेज़
पोपुलर मैसेजिंग एप WhatsApp को छोड़ लोग अचानक प्राइवेसी-फोकस्ड मेसेजिंग ऐप Signal से जुड़ रहे हैं। signal massenger को वर्ल्ड में लोग पसंद कर रहे हैं।
- अब नहीं चलेगी WhatsApp की दादागीरी
नई दिल्ली। पोपुलर मैसेजिंग एप WhatsApp को छोड़ लोग अचानक प्राइवेसी-फोकस्ड मेसेजिंग ऐप Signal से जुड़ रहे हैं। signal massenger को वर्ल्ड में लोग पसंद कर रहे हैं।
पिछले दो दिन से यूजर्स की संख्या बढ़ने से signal massenger पर verification कोड लेट आ रहे हैं। इस messaging platform ने यूजर्स को जुड़ने के लिए एक गाइडलाइन जारी की है। यह दूसरे massenger app से सिग्नल पर move करने के स्टेप्स बता रही थी।हाल में दुनिया के सबसे अमीर आदमी बने टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने Signal को लेकर एक ट्वीट किया है। उन्होंने लोगों से सिग्नल इस्तेमाल करने की बात कही है। मस्क केसात जनवरी को किए गए इस ट्वीट के बाद बड़ी संख्या में लोग Signal ऐप डाउनलोड कर रहे हैं।
टेस्ला के सीईओ ने सिग्नल से जुड़ने की अपील की
टेस्ला के सीईओ और दुनिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन एलोन मस्क ने गुरुवार को नए यूजर्स को सिग्नल से जुड़ने की अपील की। सिग्नल ने दिसंबर 2020 में अपने लेटेस्ट वर्जन्स के साथ ग्रुप कॉल लॉन्च किया है। एन्क्रिप्टेड दिया है। सिग्नल पर्सनल डेटा के तौर पर सिर्फ यूजर्स का फोन नंबर स्टोर करता है। ऐप इसे यूजर पहचान से जोड़ने की कोई कोशिश नहीं करता है। जबकि टेलीग्राम आपसे पर्सनल इनफॉर्मेशन के तौर पर कॉन्टैक्ट इंफो, कॉन्टैक्ट्स और यूजर ID मांगता है।
सिग्नल ने नये लोगों के लिए जारी की गाइडलाइन
सिग्नल ने गुरुवार को ट्वीट किया कि कई प्रोवाइडर्स के पास वैरीफिकेशन कोड लेट आये क्योंकि नये लोग मैसेजिंग प्लेटफॉर्म से जुड़ने की कोशिश कर रहे थे। कंपनी ने एक गाइडलाइन भी शेयर की है। यह यूजर्स को अन्य मैसेंजर ऐप से सिग्नल जॉइन करने के बारे में बताती है। सिग्नल ने गाइडलाइन में अन्य मैसेंजर ऐप के संबंध में वॉट्सएप का नाम नहीं लिया। हालांकि, वॉट्सऐप की नई पॉलिसी और कस्टमर के बीच परेशानी को देखते हुए सिग्नल की गाइडलाइन और ट्वीट फोटो को काफी हद तक साफ करते हैं।
दो ऐप्स के बीच नहीं हो पायेगी चैट ट्रांसफर
सिग्नल की नई गाइडलाइन में सिर्फ एक मैसेंजर ऐप से दूसरे मैसेंजर पर कस्टमर को मूव करना बताया गया। यूजर्स दो ऐप्स के बीच अपनी चैट को ट्रांस्फर नहीं कर सकते हैं। सिग्नल ने ट्वीट किया है कि बहुत से लोग पूछ रहे हैं कि अन्य ऐप से अपने ग्रुप चैट को कैसे ट्रांसफर किया जाए। सिग्नल ग्रुप लिंक शुरू करने के लिए एक शानदार हैं। यह वैसा ही है, जैसे आप माइक को बाहर जाने पर छोड़ रहे हैं।
इंडिया समेत कई देशों में टॉप फ्री ऐप बना Signal
Signal इंडिया समेत कई देशों में ऐपल के ऐप स्टोर में अब टॉप फ्री ऐप बन गया है। सिग्नल ने टॉप फ्री ऐप्स का ऐप स्टोर चार्ट्स ट्वीट किया है। इसमें बताया गया है कि वह किन मार्केट्स में अभी नंबर 1 की पोजिशन पर पहुंच गया है। सिग्नल ने इंडिया, जर्मनी, फ्रांस, आस्ट्रिया, फिनलैंड, हांगकांग और स्विट्जरलैंड में नंबर 1 की पोजिशन के लिए वॉट्सऐप को पीछे छोड़ दिया है। इसके अलावा, जर्मनी और हंगरी में Signal गूगल प्ले स्टोर में भी टॉप फ्री ऐप्स बन गया है।
ऐसे करें सिग्नल जॉइन
सिग्नल पर सबसे पहले एक ग्रुप (Group) बनाएं।
ग्रुप सेटिंग्स पर जाएं और ग्रुप लिंक (Group link) पर टैप करें।
ग्रुप लिंक क्रिएट के लिए टॉगल (Toggle) ऑन करें और शेयर पर टैप करें।
इसके बाद अपने पसंद के पुराने मैसेंजर ऐप पर शेयर करें।
ग्रुप बनने के बाद ऐसा करें
जो लोग ग्रुप से जुड़ना चाहते हैं, उन लोगों के पास लिंक को शेयर किया जा सकता है।
ग्रुप में नये मेंबर्स को अप्रूव करने के लिए टॉगल ऑन/ ऑफ करना होगा। शेयर लिंक के जरिए नए मेंबर्स की इसमें रिक्वेस्ट आयेंगी।
नये मेंबर्स को एड करने से पहले आपको ग्रुप एडमिन से अप्रूवल लेना पड़ेगा।
यूजर्स है कि ग्रुप से जुड़ने के लिए लिंक को ज्यादा शेयर कर दिया गया है तो बदलने के लिए इसे रीसेट करना होगा।
माइग्रेट ग्रुप्स पर लिंक शेयर करना हमारी प्राइवेसी को लेकर मैसेंजर ऐप बड़ा सवाल हो जाते हैं। हालांकि, इस संबंध में सिग्नल ने कहा है कि लिंक ऑप्शनल हैं और आप किसी भी समय उन्हें रोटेट या या डिसेबल कर सकते हैं।
Whatsapp की नई पॉलिसी
WhatsApp ने पांच जनवरी से अपने यूजर्स को इन-ऐप नोटिफिकेशन भेजकर अपनी पॉलिसी में होने वाले बदलावों के बारे में बता रहा है। वॉट्सऐप की अपडेटेड पॉलिसी में आपके द्वारा कंपनी को दिये जा रहे लाइसेंस में कुछ बातें लिखी गईं हैं। इसमें लिखा है कि हमारी सर्विसेज को ऑपरेट करने के लिए आप वॉट्सऐप को जो कंटेंट आप अपलोड, सबमिट, स्टोर, सेंड या रिसीव करते हैं, उनको यूज, रिप्रोड्यूस, डिस्ट्रीब्यूट और डिस्प्ले करने के लिए दुनियाभर में, नॉन-एक्सक्लूसिव, रॉयल्टी फ्री, सब्लिसेंसेबल और ट्रांसफरेबल लाइसेंस देते हैं। WhatsApp के यूज के लिए इन नियम और शर्तों को accept करना होगा। इसे accept नहीं करने पर यूजर्स का अकाउंट डिलीट account delete कर दिया जायेगा।
Whatsapp यूजर्स के डिवाइस से जुटाता है ये डेटा
वॉट्सएप आईडी, यूजर आईडी, एडवरटाइजिंग डेटा, पसचेज हिस्ट्री, कोर्स लोकेशन, फोन नंबर, ईमेल एड्रेस, कॉन्टैक्ट्स, प्रोडक्ट इंटरैक्शन, क्रैश डेटा, परफॉर्मेंस डेटा, डायग्नॉस्टिक डेटा, पेमेंट इन्फो जैसी जानकारियां आपके फ़ोन से ले लेता है। WhatsApp की ओर से बुधवार को यूजर्स को pop-up मैसेज भेजे गये। इसमें यूजर्स को नियम और शर्तों के साथ नई private policy के बारे में बताया गया। नये नियम आठ फरवरी से लागू होंगे। मैसेज में बताया जा रहा है कि WhatsApp किस तरह से आपका डेटा यूज करेगा। WhatsApp के यूज के लिए इन नियम और शर्तों को accept करना होगा। इसे accept नहीं करने पर यूजर्स का account delete कर दिया जायेगा। यूजर्स सिग्नल और टेलीग्राम जैसे अन्य मैसेंजर ऐप्स पर जाने के लिए तैयार हो रहे हैं। ऐसे में वॉट्सऐप यूजर्स को अपने प्राइवेट डेटा की चिंता सता रही है। इस बीच,सिग्नल के बढ़ते डाउनलोड्स के बीच मेसेजिंग ऐप्स के बीच वॉट्सऐप की दादागीरी खतरे में नजर आ रही है। हलांकि वॉट्सऐप ने स्पष्ट किया है कि नये प्राइवेसी अपडेट का असर प्राइवेट चैट्स पर नहीं पडे़गा।