लोहरदगा: नक्सलियों ने बिछाई लैंडमाइन के चपेट में आने से ग्रामीण की मौत
लोहरदगा जिले के घोर नक्सल प्रभावित पेशरार ब्लॉक के सेरेंगदाग पुलिस स्टेशन एरिया के चपाल जंगल में माओवादियों द्वारा बिछाई गई लैंडमाइंस की चपेट में आने से सुपाल तुरी (50) की मौत हो गई। ग्रामीण सुपाल बांस के सामान बनाकर बाजार में बेचकर गुजारा करता था। वह जंगल से बांस लाने गया था।
लोहरदगा। जिले के घोर नक्सल प्रभावित पेशरार ब्लॉक के सेरेंगदाग पुलिस स्टेशन एरिया के चपाल जंगल में माओवादियों द्वारा बिछाई गई लैंडमाइंस की चपेट में आने से सुपाल तुरी (50) की मौत हो गई। ग्रामीण सुपाल बांस के सामान बनाकर बाजार में बेचकर गुजारा करता था। वह जंगल से बांस लाने गया था।
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गुमला और लातेहार की सीमा से एरिया में यह घटना बुधवार देर शाम की है। विस्फोट में सुपाल के बायें पैर के चिथड़े उड़ गये। सुपाल के साथ जंगल गया उसके गांव का संबंधी राजेश तुरी उससे कुछ कदम आगे चल रहा था। दूर जंगल से सुपाल को अकेले उठाकर लाना उसके बस की बात नहीं थी। वह उसे झरने के पास छोड़कर ग्रामीणों को ले जाने के लिए गांव लौटा।
ग्रामीण घायल सुपाल को लेकर रात लगभग दो बजे लौटे। गांव में पहुंचने के थोड़ी ही देर में उसकी मौत हो गई। उसका प्राथमिक उपचार भी नहीं हो सका।ग्रामीण दोपहर बाद सेरेंगदाग पुलिस स्टेशन ऑफिसर के इंचार्ज सनी कुमार द्वारा उपलब्ध कराये गये वाहन से बॉडी को लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर हॉस्पीटल पहुंचे। पुलिस अत्यंत नक्सल प्रभावित इलाका होने और क्षेत्र में लैंडमाइन बिछा होने की सूचना के कारण काफी सावधानी बरत रही है।
नक्सलियों के बिछाये IED ब्लास्ट में 11 महीने में पांच ग्रामीण की मौत
झारखंड के गुमला, लोहरदगा और लातेहार जिला से सटे जंगलों को अपना सुरक्षित जोन बनाने के लिए नक्सलियों ने IED बम लगा रखा है। पुलिस जब नक्सलियों को खोजने जंगल में घुसे तो IED की चपेट में आकर पुलिस को नुकसान पहुंचे। नक्सलियों के इस IED बम की चपेट में आने से गांव के बेकसूर ग्रामीण मारे जा रहे हैं। वर्ष 2021 में अबतक IED ब्लास्ट में पांच ग्रामीण मारे जा चुके हैं।एक दर्जन लोग घायल हैं। कई लोग बम से अपना पैर गंवाकर घर में दिव्यांग बने बैठे हैं। विस्फोट में दर्जनों पशुओं की भी मौत हो चुकी है। गुमला में दो पुलिसकर्मी भी IED की चपेट में आकर घायल हो चुके हैं। कोबरा बटालियन का एक स्नीफर डॉग भी शहीद हो गया है। कोबरा के जवानों को बचाने के लिए स्नीफर डॉग जंगल में बिछे IED बम में कूद गया था। इससे वह शहीद हो गया था।
दुंदरू जंगल में 10 दिन पहले हुई थी एनकाउंटर
गुमला व लोहरदगा से सीमावर्ती दुंदरू जंगल में 14 दिसंबर को कोबरा बटालियन और नक्सलियों के बीच एनकाउंटर हुई थी। मौके से नक्सली वहां से बच भाग निकले थे। इसके बाद जंगल से सुरक्षा बल की टीम भी वापस लौट गयी थी। इसके बाद दुबारा इस इलाके में पुलिस नहीं घुसी। बताया जाता है कि सुरक्षा बलों को दुंदरू जंगल में घुसने से रोकने के लिए नक्सलियों ने जंगल में आइइडी बम बिछा रखा था। लेकिन, उस IED की चपेट में आने से बेकसूर ग्रामीण की मौत हो गयी।
IED ब्लास्ट से अबतक मृत व घायल ग्रामीण
23 जनवरी, 2019: गुमला व लोहरदगा से सटे दूधमटिया टांगीडीह जंगल में बारुदी सुरंग में पैर पड़ने से ग्रामीण मंगलेश्वर नगेशिया की मौत हो गयी थी। उसकी वाइफ सुगइन नागेशिया और पुत्र पुनीत नगेशिया घायल हुए थे। बॉडी को 24 घंटे बाद जंगल से निकाला गया था।
14 जनवरी, 2021: बिशुनपुर व गारू पुलिस स्टेशन के बॉडर इलाके में पंडरा गांव के गोताक बंदर लेटा जंगल में IED विस्फोट होने से गोपखाड़ गांव की सांझो देवी की मौत हो गयी थी। एक महिला घायल हुई थी। पांच महिला बाल-बल बच गयी थी। बॉडी को 24 घंटे बाद जंगल से निकाला गया था।
27 फरवरी, 2021: चैनपुर ब्लॉक के मड़वा गांव से सटे जंगल में IED बम ब्लास्ट होने से गांव के किसान महेंद्र महतो का एक पैर उड़ गया। फैमिवी के लोगों ने घायल को जंगल से निकाल हॉस्पीटल में एडमिट करया था।
14 जुलाई, 2021: केरागानी जंगल में IED ब्लास्ट में ग्रामीण रामदेव मुंडा की मौत हो गयी थी। दो ग्रामीण घायल हो गये थे। ये लोग पुलिस को रास्ता दिखाने का काम कर रहे थे।
19 अगस्त, 2021: बिशुनपुर पुलिस स्टेशन एरिया के जुड़वानी जंगल में IED ब्लास्ट में पशु चराने जंगल घुसे किसान बुद्धेश्वर नगेसिया की मौत हो गयी।
23 दिसंबर, 2021:लोहरदगा जिला के दुंदरू चौपाल जंगल में IED ब्लास्ट में ग्रामीण सुपाल नगेसिया की मौत हो गयी। इसी जंगल में 14 दिसंबर को कोबरा बटालियन व नक्सलियों के बीच एनकाउंटर हुई थी।
25 फरवरी, 2021: चैनपुर ब्लॉक के कुरूमगढ़ पुलिस स्टेशन के रोरेद गांव के जंगल में भाकपा माओवादियों ने IED बम ब्लास्ट में सीआरपीएफ-218 बटालियन के जवान रॉबिन्स कुमार के दोनों पैर उड़ गया था।
13 जुलाई, 2021: कुरूमगढ़ पुलिस स्टेशन ए्रिया के केरागानी जंगल में IED ब्लास्ट में जवान विश्वजीत कुंभकार घायल हो गया था।कोबरा बटालियन का खोजी कुत्ता शहीद हो गया था। यहां नक्सलियों से एनकाउंटर भी हुई थी।
दर्जनों पशुओं की मौत
चैनपुर प्रखंड के कुरूमगढ़ थाना क्षेत्र से सटे जंगलों में बारडीह पंचायत के केरागानी, कोचागानी, रोरेद, मरवा सहित आसपास के गांव में IED ब्लास्ट होने से दो दर्जन से अधिक पशुओं की मौत हो गयी थी। कई पशु घायल भी हुए हैं। इन जंगलों में नक्सलियों ने IED बिछा रखा था. ऐसे नक्सलियों ने ग्रामीणों को पशुओं को जंगल ले जाने पर रोक लगा रखा था। कई पशु भोजन की तलाश में जंगल में घुसकर बम की चपेट में आकर मर चुके हैं।