महाराष्ट्र: सेंट्रल मिनिस्टर नारायण राणे को आठ घंटे की कस्टडी के बाद मिली बेल
सेंट्रल मिनिस्टर नारायण राणे को आठ घंटे की कस्टडी के बाद मंगलवार की देर रात बेल मिल गयी। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे पर टिप्पणी को लेकर उन्हें अरेस्ट किया गया था।
मुंबई। सेंट्रल मिनिस्टर नारायण राणे को आठ घंटे की कस्टडी के बाद मंगलवार की देर रात बेल मिल गयी। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे पर टिप्पणी को लेकर उन्हें अरेस्ट किया गया था।
महाराष्ट्र पुलिस ने ने सेंट्रल सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मिनिस्टर नारायण राणे को मंगलवार दोपहर 2.25 बजे गिरफ्तार किया था। राणे को महाड कोर्ट में पेश किया गया। जज ने उन्हें ज्यूडिशिय कस्टडी में भेजे जाने का आदेश दिया था। इसके बाद राणे के वकीलों ने तुरंत जमानत अर्जी दाखिल कर दी। नारायण राणे के वकीलों ने उनके स्वास्थ्य का हवाला देते हुए बेल की अपील की थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। कोर्ट ने उन्हें 15000 रुपए के निजी मुचलके पर रिहा कर दिया। वहीं कोर्ट ने उन्हें 31 अगस्त और 13 सितंबर को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशनको पहुंचने कहा है। कोर्ट ने उन्हें ताकीद की है कि वह भविष्य में फिर इस तरह का अपराध न दोहराएं। नारायण राणे के वकील संग्राम देसाई ने इस बारे में जानकारी दी।
कोर्ट में सुनवाई के दौरान पत्नी और बेटा भी थे मौजूद
नारायण राणे को दिन में गिरफ्तारी के बाद रिमांड के लिए महाड मजिस्ट्रेट कोर्ट में ले जाया गया था। मजिस्ट्रेट बाबासाहेब शेख पाटिल की बेंच में राणे की पेशी हुई। मामले की सुनवाई के दौरान नारायण राणे के बेटे एमएलए नितेश राणे और नारायण राणे की पत्नी नीलिमा भी कोर्ट में मौजूद थीं। कोर्ट ने पहले उन्हें ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजने का आदेश दिया था। लेकिन नारायण राणे के वकील ने तुरंत बेल की अर्जी दाखिल कर दी। इसके बाद कोर्ट की ओर से उन्हें बेल दे दी गई। इससे पूर्व प्रोटोकॉल के अनुसार राज्यसभा सभापति कार्यालय को नारायण राणे की गिरफ्तारी की आधिकारिक सूचना दे दी गई थी।
बयान को लेकर है विवाद
सेंट्रल मिनिस्टर राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान कथित तौर पर कहा, 'यह शर्मनाक है कि सीएम को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हो गए हैं। भाषण के दौरान वह पीछे मुड़ कर इस बारे में पूछते नजर आए थे। अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता।' राणे ने दावा किया कि 15 अगस्त को जनता को संबोधित करते समय ठाकरे यह भूल गयेथे कि आजादी को कितने साल पूरे हो गये हैं। उन्होंने कहा कि भाषण के बीच में वह अपने सहयोगियों से पूछ रहे थे कि स्वतंत्रता दिवस को कितने साल हुए हैं। मामले में राणे नके खिलाफ अलग-अलग पुलिस स्टेशन में चार एफआईआर हुई है।