मुंबई: टाटा ग्रुप के एक्स चेयरमैन साइरस मिस्त्री का निधन,मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर डिवाइडर से टकराई मर्सिडीज कार

टाटा ग्रुप के एक्स चेयरमैन साइरस मिस्त्री (54)का रोड एक्सीडेंट में निधन हो गया है। मुंबई से सटे पालघर में मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर डिवाइडर से मर्सिडीज कार टकरा गई। पुलिस के अनुसार दुर्घटना के बाद साइरस मिस्त्री को आनन फानन में हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

मुंबई: टाटा ग्रुप के एक्स चेयरमैन साइरस मिस्त्री का निधन,मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर डिवाइडर से टकराई मर्सिडीज कार
  • हादसे में दो लोगों की मौत, दो घायल
मुंबई। टाटा ग्रुप के एक्स चेयरमैन साइरस मिस्त्री (54)का रोड एक्सीडेंट में निधन हो गया है। मुंबई से सटे पालघर में मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर डिवाइडर से मर्सिडीज कार टकरा गई। पुलिस के अनुसार दुर्घटना के बाद साइरस मिस्त्री को आनन फानन में हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

टाटा संस के एक्स चेयरमैन साइरस मिस्त्री अहमदाबाद से मुंबई लौट रहे थे। कार में चार लोग मौजूद थे। इनमें से साइरस मिस्त्री समेत दो की मौके पर ही मौत हो गई। दो अन्य लोगों को हॉस्पिटल ले जाया गया है। यह हादसा कासा पुलिस स्टेशन के सूर्या नदी पुल पर दिन के लगभग  3.15 बजे हुआ। मिस्त्री के साथ उनके ड्राइवर की भी मौत हो गई है। पुलिस के मुताबिक, इस हादसे में सायरस और उनके ड्राइवर की मौत हुई जबकि दो लोग घायल हो गये हैं। टक्कर के बाद मर्सिडीज के एयरबैग भी खुले, लेकिन मिस्त्री समेत दो लोगों की मौत हो गई। कार में कुल चार लोग सवार थे। पुलिस ने मर्सिडीज कार में सवार लोगों की डीटेल जारी की है। इसके अनुसार एक्सीडेंट में साइरस मिस्त्री के साथ जहांगीर दिनशा पंडोले की भी जान चली गई है। वहीं, अनायता पंडोले (महिला) और दरीयस पंडोले घायल हुए हैं। कहा जा रहा है कि हादसे का शिकार हुई मर्सिडीज कार को महिला ड्राइव कर रही थी, लेकिन पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की। इसी साल 28 जून को साइरस के, पिता और बड़े उद्योगपति पालोनजी मिस्त्री का 93 साल की उम्र में निधन हो गया था। 

टाटा ग्रुप के छठे चेयरमैन थे सायरस

सायरस टाटा ग्रुप के छठे चेयरमैन थे। कुछ विवादों के चलते चार साल के अंदर ही उन्हें चेयरमैन पद से हटा दिया गया था। इसके बाद खुद रतन टाटा ने अंतरिम चेयरमैन का पद संभाला था। बाद में 2017 में एन चंद्रशेखरन को यह पद दिया गया।  दिसंबर 2012 में रतन टाटा ने टाटा सन्स का चैयरमैन पद छोड़ दिया था। रतन टाटा के बाद साइरस मिस्त्री को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी। हालांकि चार साल के भीतर ही 24 अक्टूबर 2016 में उन्हें भी टाटा सन्स के चेयरमैन का पद छोड़ना पड़ा था। इसके बाद नये चैयरमैन के रूप में एन चंद्रशेखरन को जिम्मेदारी दी गई। 
साइरस मिस्त्री के निधन पर सियासी और उद्योग जगत की हस्तियों ने शोक संवेदना प्रकट की है। साइरस मिस्त्री के निधन पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, सेंट्रल नितिन गडकरी समेत कई लोगों ने श्रद्धांजलि दी है। गडकरी ने लिखा- महाराष्ट्र के पालघर के पास एक सड़क दुर्घटना में टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष साइरस मिस्त्री जी के दुर्भाग्यपूर्ण निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ। उनके परिवार के सदस्यों के प्रति हार्दिक संवेदना। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें। ओम शांति।एनसीपी एमपी सुप्रिया सुले ने कहा कि दुखद समाचार... मेरे भाई साइरस मिस्त्री का निधन हो गया है। इस आकस्मिक घटना पर विश्वास नहीं हो रहा।
लंदन से की इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट की पढ़ाई
साइरस पालोनजी मिस्त्री का जन्म चार जुलाई 1968 को हुआ था। वो शापूरजी पालोनजी ग्रुप के प्रमुख पालोनजी मिस्त्री के छोटे बेटे थे। साइरस ने मुंबई के कैथेड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल से शुरुआती पढ़ाई की। इसके बाद वे सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए लंदन चले गए। उनके पास लंदन बिजनेस स्कूल से मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री भी थी।साइरस ने 1991 में अपना फैमिली बिजनेस जॉइन किया था। उन्हें 1994 में शापूरजी पालोनजी ग्रुप का डायरेक्टर नियुक्त किया गया। उनके नेतृत्व में कंपनी ने भारत का सबसे ऊंचा रेसिडेंशियल टावर, सबसे लंबा रेलवे पुल और सबसे बड़े पोर्ट का निर्माण किया। पालोनजी ग्रुप का कारोबार कपड़े से लेकर रियल एस्टेट, हॉस्पिटेलिटी और बिजनेस ऑटोमेशन तक फैला हुआ है।
मिस्त्री फैमिली की टाटा सन्स में 18% हिस्सेदारी
साइरस के पिता पालोनजी मिस्त्री 2006 में टाटा ग्रुप के बोर्ड से रिटायर हुए थे, इसके बाद साइरस मिस्त्री ने उनकी जगह ली थी। पालोनजी मिस्त्री टाटा ग्रुप के सबसे बड़े शेयर होल्डर थे। अब भी मिस्त्री परिवार की टाटा सन्स में 18.4% की हिस्सेदारी है। वे टाटा ट्रस्ट के बाद टाटा सन्स में दूसरे बड़े शेयर होल्डर्स हैं।
24 अक्टूबर 2016 को हटाये गये
हालांकि चार साल के अंदर ही 24 अक्टूबर 2016 को टाटा सन्स ने उन्हें चेयरमैन पद से हटा दिया था। उनकी जगह रतन टाटा को अंतरिम चेयरमैन बनाया गया था। इसके बाद 12 जनवरी 2017 को एन चंद्रशेखरन टाटा सन्स के चेयरमैन बनाये गये थे।  इस विवाद को लेकर टाटा सन्स का कहना था कि मिस्त्री के कामकाज का तरीका टाटा सन्स के काम करने के तरीके से मेल नहीं खा रहा था। इसी वजह से बोर्ड के सदस्यों का मिस्त्री पर से भरोसा उठ गया था।