Naxal Encounter Jharkhand: पलामू में टीएसपीसी नक्सली मुखदेव यादव एनकाउंटर में मारा गया, पांच लाख का था इनाम

झारखंड के पलामू जिले के मनातू जंगल में सुरक्षाबलों और टीएसपीसी नक्सलियों के बीच एनकाउंटर हुई। इस एनकाउंटर में पांच लाख का इनामी कमांडर मुखदेव यादव मारा गया। वह चार जवानों की हत्या और 26 मामलों में वांछित था।

Naxal Encounter Jharkhand: पलामू में टीएसपीसी नक्सली मुखदेव यादव एनकाउंटर में मारा गया, पांच लाख का था इनाम
मुखदेव यादव (फाइल फोटो)।
  • दो जवानों के बलिदान का बदला
  • चार जवानों की हत्या में शामिल था नक्सली मुखदेव यादव,
  • 26 मामलों में था आरोपी

पलामू। झारखंड के पलामू जिले में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षाबलों और प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसपीसी के बीच मनातू जंगल में रविवार सुबह भीषण एनकाउंटर हुई। इस एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने पांच लाख रुपये का इनामी कमांडर मुखदेव यादव को मार गिराया। एसपी रीष्मा रमेशन ने मामले की पुष्टि की है। समाचार लिखे जाने तक दोनों ओर से रुक-रुक कर फायरिंग जारी थी।
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प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसपीसी के साथ तीन सितंबर की रात हुई एनकाउंटर में पलामू पुलिस के दो जवान शहीद हो गये थे। इस एनकाउंटरमें टीपीसी के दस्ते के साथ मुखदेव भी शामिल था। हालांकि बाद में टीपीसी ने एक प्रेस बयान जारी कर एनकाउंटर घटना को गलत बताया था। 
बताया जाता है कि रविवार को सुरक्षाबलों ने 10 लाख के इनामी कमांडर शशिकांत को निशाना बनाकर एक बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। यह ऑपरेशन टीपीसी के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा अभियान है। इस ऑपरेशन में 200 से भी ज़्यादा जवानों को लगाया गया है। इस ऑपरेशन में कोबरा, झारखंड जगुआर, मारा गया मुखदेव,एक इंसास राइफल समेत कई सामग्री बरामद
सुरक्षाबलों की टीम मनातू के जंगलों में कांबिंग ऑपरेशन कर रही थी, तभी टीपीसी के उग्रवादियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की। इसमें मुखदेव यादव मारा गया। पुलिस को भारी पड़ता देख अन्य नक्सली जंगल की ओर भाग निकले। पुलिस टीम ने एनकाउंटर स्थल से एक इंसास राइफल समेत कई आपत्तिजनक सामग्रियां बरामद की है। मुखदेव टीएसपीसी सुप्रीमो शशिकांत गंझू का सबसे करीबी और भरोसेमंद कमांडर माना जाता था। लेवी वसूली का काम करता था। एनकाउंटर उसके गढ़ में ही हुई।
पुलिस का मानना है कि इस ऑपरेशन से टीएसपीसी संगठन को बड़ा झटका लगा है। एसपी रीष्मा रमेशन ने कहा कि इलाके में सघन सर्च ऑपरेशन जारी है।किसी भी कीमत पर नक्सली गतिविधियों को पनपने नहीं दिया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि पलामू के मनातू, तरहसी और चतरा के सीमावर्ती इलाकों को टीपीसी ने अपना गढ़ बना रखा है। शशिकांत के दस्ते में 8 से 10 सदस्य शामिल हैं।जिनमें इनामी नक्सली मुखदेव यादव और नगीना भी शामिल था।
माओवादी से बना टीएसपीसी का कमांडर बना था मुखदेव
मुखदेव यादव पहले भाकपा (माओवादी) संगठन से जुड़ा था। बाद में टीएसपीसी में शामिल होकर उसने तेजी से संगठन में स्थान बनाया। उसे हाल ही में बड़ी जिम्मेदारी दी गयी थी। वह शशिकांत के लिए लेवी वसूली और आर्म्स सप्लाई का काम करता था। पुलिस के अनुसार, मुखदेव अक्सर इंसास राइफल के साथ चलता था।
अपने ही गढ़ में मारा गया मुखदेव
मुखदेव यादव पलामू जिले के मनातू पुलिस स्टेशन एरिया के मिटार गांव का रहने वाला था। जिस इलाके में एनकाउंटर हुई, वह उसका गढ़ माना जाता है। यही इलाका उसकी सक्रियता का केंद्र था।और घर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर ही उसका खात्मा हुआ।
झारखंड - बिहार में कई मामलों में वांछित था आरोपित था मुखदेव
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार मुखदेव पर झारखंड और बिहार में 26 से भी अधिक नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप था। वह आधा दर्जन से अधिक एनकाउंटर में पुलिस से भिड़ चुका था। इन घटनाओं में अब तक चार जवान शहीद हो चुके थे, वहीं एक हमले में आदि जनजाति परिवार के पिता-पुत्र की भी मौत हुई थी।