नई दिल्ली: नौ मई से राजधानी, शताब्दी जैसी 28 ट्रेनें अगले आदेश तक बंद
कोरोना की दूसरी लहर व कई स्टेट में जारी लॉकडाउन के बीच उत्तरी रेलवे ने नौ मई से राजधानी, शताब्दी, और दुरंतों एक्सप्रेस समेत 28 ट्रेनों के परिचालन पर अस्थायी रूप से रोक लगा दिया गया दिया है। उत्तरी रेलवे ने कम पैसेंजर्स और कोविड केसों में हो रही बढ़तोतरी की के कारण इन ट्रेनों को अगले आदेश तक बंद रखने का फैसला किया है।
नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर व कई स्टेट में जारी लॉकडाउन के बीच उत्तरी रेलवे ने नौ मई से राजधानी, शताब्दी, और दुरंतों एक्सप्रेस समेत 28 ट्रेनों के परिचालन पर अस्थायी रूप से रोक लगा दिया गया दिया है। उत्तरी रेलवे ने कम पैसेंजर्स और कोविड केसों में हो रही बढ़तोतरी की के कारण इन ट्रेनों को अगले आदेश तक बंद रखने का फैसला किया है।
आठ जोड़ी (अप एंड डाउन) शताब्दी स्पेशल, दो जोड़ी जन शताब्दी, चार जोड़ी दुरंतो, चार राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों को बंद कि गया गया है।कई स्पेशल, फेस्टिवल स्पेशल और वंदे भारत ट्रेनों को भी रद्द किया गया है। नई दिल्ली-कालका शताब्दी स्पेशल (02005,02006), नई दिल्ली-अमृतसर शताब्दी स्पेशल (02013,02014), नई दिल्ली-देहरादून शताब्दी स्पेशल (02018,02029), नई दिल्ली देहरादून जनशताब्दी स्पेशल (02055,02056), पुणे निजामुद्दीन दुरंतो स्पेशल (02263,02264), दिल्ली सराय रोहिल्ला-जम्मू दुरंतो स्पेशल (02265,02266), कोटा देहरादून स्पेशल (02401,02402), चेन्नई सेंट्रल-निजामुद्दीन (02433,02434) राजधानी स्पेशल ट्रेनों को कैंसिल किया गया है।श्री माता वैष्णो देवी वंदे भारत एक्सप्रेस, हबीबगंज शताब्दी, नई दिल्ली से कालका के बीच चलने वाली दोनों शताब्दी, चंडीगढ़ शताब्द, नई दिल्ली से अमृतसर के बीच चलने वाली दोनों शताब्दी, देहरादून शताब्दी, काठगोदाम शताब्दी, चेन्नई राजधानी, बिलासपुर राजधानी, देहरादून जनशताब्दी, ऊना जनशताब्दी, पुणे दुरंतो, जम्मूतवी दुरंतो, कोटा-देहारदून एक्सप्रेस, श्री शक्ति एक्सप्रेस, उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, दिल्ली-बीकानेर एक्सप्रेस, सैनिक एक्सप्रेस, देहरादून त्योहार विशेष, सिद्धबलि एक्सप्रेस, हिमाचल एक्सप्रेस को बंद किया गया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल भी कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लागू लॉकडाउन के बाद पैसेंजर ट्रेनों को बंद कर दिया गया था। इस बार भी कोरोना केसों में तेजी के बाद ट्रेन सर्विस बंद होने की अटकलें लग रही हैं। हालांकि, रेलवे ने इन आशंकाओं को कई बार खारिज किया है।