नई दिल्ली: सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह से मिले झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन

प्रसिडेंट पोस्ट के इलेक्शन में एनडीए या संयुक्‍त विपक्ष केकैंडिडेट को समर्थन देने के मसले पर झारखंड का सत्तारूढ़ जेएमएम पसोपेश में है। झारखंड के सीएम सह जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने सोमवार को नई दिल्ली में केंद्री य गृहमंत्री अमि त शा सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की।

नई दिल्ली: सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह से मिले झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन
  • प्रसिडेंट चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को समर्थन पर कहा - जो हुआ आपने देखा, बाकी ब्रेक के बाद...
  • राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से भी मिले हेमंत

रांची। प्रसिडेंट पोस्ट के इलेक्शन में एनडीए या संयुक्‍त विपक्ष केकैंडिडेट को समर्थन देने के मसले पर झारखंड का सत्तारूढ़ जेएमएम पसोपेश में है। झारखंड के सीएम सह जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने सोमवार को नई दिल्ली में केंद्री य गृहमंत्री अमि त शा सेंट्रल होम मिनिस्टर अमित शाह और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की।

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हेमंत का अमित शाह संग मुलाकात को प्रसिडेंट इलेक्शन में एनडीए कैंडिडेट द्रौपदी मुर्मू के साथ झुकाव प्रदर्शित करने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। आदिवासी केंद्रित राजनीति के कारण जेएमएम ने द्रौपदी मुर्मू के नाम की घोषणा के बाद ही उन्हें समर्थन के संकेत दिए थे। इस संबंध में पिछले शनिवार को हेमंत सोरेन के सरकारी आवास पर हुई जेएमएम एमएलए और वरीय नेताओं की बैठक में सहमित नहीं बन पायी थी। इस बैठक में निर्णय हुआ था कि हेमंत सोरेन नई दिल्ली जाकर अमित शाह व कांग्रेस प्रसिडेंट सोनिया गांधी से मिलेगा।

हालांकि कांग्रेस प्रसिडेंट की बजाय उनकी मुलाकात मल्लिकार्जुन खड़गे से हुई। राजनीतिक गलियारे में इसे प्रसिडेंट इलेक्शन को लेकर जेएमएम के ऑफिसियल फैसले से पूर्व की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है। इन मुलाकातों के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने मीडिया से बस इतना ही कहा कि अभी मुलाकात हुई है, बाकी ब्रेक के बाद। ऑफिसियल तौर पर इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया जा रहा है, लेकिन इसके पीछे कई प्रकार की राजनीतिक अटकलें भी लगाई जा रही हैं।

द्रौपदी मुर्मू को समर्थन से बढ़ेगी बीजेपी संग नजदीकी

सेंट्रल होम मिनिस्टर और हेमंत सोरेन की मुलाकात को प्रसिडेंट इलेक्शन में एनडीए कैंडिडेट द्रौपदी मुर्मू को समर्थन के लिए झा मुमो के अगले कदम के तौर पर देखा जा रहा है। अगर इस दिशा में निर्णय हुआ तो जेएमएम के कई हित सधेंगे। इससे बीजेपी के साथ जेएंमएम की नजदीकी बढ़ सकती है। कांग्रेस के साथ सरकार गठन के बाद से बीजेपी संग रिश्तेमें तल्खी आई है। बीजेपी ने उनकी चौतरफा घेराबंदी कर रखी है।

निर्वाचन आयोग के साथ-साथ झारखंड हाई कोर्ट में सीएम के खिलाफ मामले चल रहे हैं। ऐसे में बीजेपी के संग निर्वाचन आयोग के साथ साथ झारखंड हाई कोर्ट में उनके खिलाफ मामले चल रहे हैं। ऐसे में बीजेपी संग बेहतर रिश्ते से उन्हें राजकाज चलाने में आसानी हो सकती है। हेमंत सोरेन की कवायद को इसी नजरिये से देखा जा रहा है। द्रौपदी मुर्मू को समर्थन से आदिवासी केंद्रित राजनीति करने वाली झामुमो को दूरगामी फायदा होगा। इससे पूर्व राज्य में 2009 के विधानसभा चुनाव के बीजेपी व जेएमएम ने मिलकर सरकारी बनायी थी।

उस समय हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन सीएम बनाये गये थे। हालांकि एटामिक डील पर तत्कालीन यूपीए सरकार को लोकसभा में समर्थन देने के कारण बीजेपी ने झारखंड गवर्नमेंट ने समर्थन वापस ले लिया था। बावजूद बीजेपी व जेएमएम के बीच समन्वय बना रहा। जेएमएम के समर्थन से  स्टेट में अर्जुन मुंडा के नेतृत्व में सरकार बनी।सरकार में हेमंत सोरेन डिप्टी सीएम बनाये गये। लगभग 28 माह सरकार चली इसके बाद हेमंत सोरेन  ने अपने लीडरशीप में सरकारी बनाने की मांग की गयी।  लेकिन बीजेपी द्वारा समर्थन वापस ले लिया गया।

बीजेपी के साथ नजदीकी से जेएमएम को खतरा

हेमंत सोरेन अगर बीजेपी के साथ नजदीकी बढ़ायेंगे तो नफा के साथ इसका नुकसान भी हो सकता है। इससे कांग्रेस बिदक सकती है। स्टेट में  अभी हेमंत सोरेन की गवर्नमेंट कांग्रेस के समर्थन से चल रही है।  कांग्रेस ने  बीजेपी के विरोध के नाम पर जेएमएम को समर्थन दे रखा है

सरना धर्म को ड और रायल्टी पर हुई बात

सेंट्रल होम मिनिस्टर के साथ हेमंत सोरेन की मुलाकात में सरना धर्म कोड और राज्य की केंद्र से मि लने वाली रायल्टी पर बातचीत हुई है। झामुमो के सूत्रों के मुताबिक सीएम ने अपनी भावना सेंट्रल होम मिनिस्टर को अवगत कराया है। झारखंड में विधानसभा का विशेष सत्र आहूत कर सरना आदिवासी धर्म कोड को जनगणना में शामि ल करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया था।