नई दिल्ली: रेलवे फेस्टिव सीजन में रेलवे 200 अतिरिक्त ट्रेन चलाने का फैसला लिया
डियन रेलवे अक्तूबर-नवंबर महीने के फेस्टिव सीजन में पैसेंजर्स की संभावित संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए लगभग 200 अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन करेगी। जिन ट्रेनों की क्लोन ट्रेन चल रही है उनकी और ज्यादा क्लोन ट्रेन चलाई जा सकती हैं।
नई दिल्ली। इंडियन रेलवे अक्तूबर-नवंबर महीने के फेस्टिव सीजन में पैसेंजर्स की संभावित संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए लगभग 200 अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन करेगी। जिन ट्रेनों की क्लोन ट्रेन चल रही है उनकी और ज्यादा क्लोन ट्रेन चलाई जा सकती हैं।
रेल बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ विनोद कुमार यादव ने गुरुवार को वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आगामी फेस्टिव सीजन को देखते हुए रेलवे स्थिति की लगातार निगरानी कर रहा है। 15 अक्तूबर से 30 नवंबर के बीच लगभग 200 अतिरिक्त ट्रेन चलाई चलाई जा सकती हैं। जरूरत हुई तो इनकी संख्या और बढ़ाई जायेगी। उन्होंने कहा कि बुधवार को ही रेलवे बोर्ड ने सभी जोन के जीएम के साथ बैठक कर उन्हें निर्देश दिये हैं कि पिछले और इस साल के पैसेंजर ट्रैफिक पैटर्न और कोरोना काल की स्थितियों का विश्लेषण कर सभी ट्रेनों के चलाये जाने के बारे में अपनी अनुमानित संख्या बतायें।
जरूरत से चलेगी नई ट्रेनें
चेयरमैन ने कहा कि स्टेट गवर्नमेंट के साथ भी कोआर्डिनेशन बना हुआ है। रेल बोर्ड एक साथ बहुत सारी ट्रेनों की घोषणा करने के बजाए जरूरत के अनुसार हर रोज दो चार ट्रेनें शुरू कर रहा है। क्योंकि कोरोना काल में बहुत सारे चीजों का ध्यान रखना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इस दौरान इंडियन रेल पैसेंजर्स की सुरक्षित सफर के लिए भी अभियान चला रही है। स्टेशनों और ट्रेनों में जरूरी जानकारी दी जा रही है। रेलवे स्टेशन के आसपास के गांव के लोगों को भी इस बारे में बताया जा रहा है।
सितंबर में 102.12 मिलियन टन माल लदान, किसी भी साल के मुकाबले अब तक का सबसे बेहतर प्रदर्शन
उन्होंने बताया कि इंडियन रेलवे ने सितंबर में 102.12 मिलियन टन माल भाड़ा लदान कर नया रिकॉर्ड कायम किया है। किसी भी साल के सितंबर माह में यह आंकड़ा सबसे ज्यादा है। पिछले साल के साल के 88.5 मिलियन टन के मुकाबले यह 13.59 मिलीयन टन ज्यादा है। यानी 15.35 परसेंट ज्यादा है। रेलवे ने इससे 9896.86 करोड़ रुपये का रेवन्यू अर्जित किया है। यह पिछले साल के 8716.29 करोड़ रुपये के मुकाबले अठारह 1180. 57 करोड़ रुपये ज्यादा है। यानी इसमें भी 13. 54 परसेंट की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।