- संतोष सिंह उर्फ नामवर ने ही दिखाया था शूटरों को रास्ता
- 21 मार्च 2017 को की सरेशाम के सरायढेला स्टील गेट में नीरज सिंह समेत चार लोगों को हुई थी मर्डर
धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद की बहुचर्चित एक डिप्टी मेयर सह कांग्रेस लीडर नीरज सिंह मर्डर केस के 21 मार्च, 2022 को पांच साल हो गये हैं। सरायढेला स्टील गेट 21 मार्च की शाम नीरज सिंह सहित चार लोगों को गोलियों से भून दिया था। पुलिस अभी तक इस केस की अहम कड़ी संतोष सिंह उर्फ नामवर का पता नहीं लगा पायी है।
बिहार व यूपी में नामवर की खोज
पुलिस के पास संतोष सिंह उर्फ नामवर की फोटो तक नहीं है। हालांकि इस केस में नामवर नाम पंकज सिंह के साथ शूटरों को लाने में शामिल था। संतोष उर्फ नामवर की तलाश में पुलिस बिहार व यूपी में कई बार दबिश दे चुकी है। बलिया हुआ कैमूर के चक्कर लगा चुकी है। लेकिन पुलिस को संतोष नहीं मिला। पुलिस की जांच में पता चला था पंकज सिंह के आदेश पर संतोष ने सारे शूटरों को लाइनअप किया था। संतोष पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। उसके बाद आज तक पुलिस उसे ढूंढ नहीं पाई है।
संजीव समेत 12 आरोपित जेल में
पुलिस ने पहले नीरज मर्डर केस में राकेश मिश्रा उर्फ डब्लू मिश्रा उर्फ डब्लू गिरि, रणधीर धनंजय सिंह उर्फ धनजी, संजीव सिंह का प्राइवेट बॉडीगार्ड, संजय सिंह, स्वर्गीय रंजय सिंह का भाई व एमएलए संजीव के अनुसेवक व जैनेंद्र सिंह उर्फ पिंटू सिंह, सिंह मैंशन के करीबी को अरेस्ट कर जेल भेजी। इसके बाद पुलिस एमएलए संजीव सिंह को जेल भेजी। इसके बाद शूटर व मास्टरमाइंड तथा रेकी करने वाला पकड़ा गया। इनमें सोनू उर्फ कुर्बान अली, विजय उर्फ शिबू उर्फ सागर सिंह, रिंकू सिंह, सतीश सिंह,मोनू सिंह व पंकज सिंह(सभी यूपी) व बिनोद सिंह (झरिया घनुडीह)शामिल हैं। सभी 12 एक्युज्ड जेल में है। पुलिस इस मर्डर केस में तत्कालीन एमएलए समेत चारों शूटर, मास्टर माइंड, एमएलए के करीबी समेत 12 लोगों को अरेस्ट कर जेल भेज चुकी है। मामले में शामिल 13 वां आरोपी संतोष सिंह उर्फ नामवर अभी पुलिस गिरफ्त से दूर है।
फ्लैश बैक
फार्चूनर सवार नीरज सिंह झरिया से धनबाद अपने रघुकुल आवास लौट रहे थे।गाड़ी में आगे की सीट पर बैठे नीरज सिंह, ड्राइवर घोल्टू महतो, पीछे बैठे निजी सहायक अशोक यादव, प्राइवेट बॉडीगार्ड मुन्ना तिवारी की मौत हो गयी थी। सबसे पीछे की सीट पर बैठा आदित्य राज बाल-बाल बच गया था।नीरज के अनुज अभिषेक सिंह उर्फ गुड्डू सिंह ने झरिया के तत्कालीन एमएलए अपने चचेरे बाई संजीव सिंह, उनके छोटे भाई मनीष सिंह, पिंटू सिंह, गया सिंह, महंथ पांडेय के खिलाफ षडयंत्र रचकर मर्डर करने का आरोप लगाते हुए सरायढेला पुलिस स्टेशन में कांड संख्या 48-17 के तहत सेक्शन 302/307/120बी आइपीसी व 27 आर्म्स एक्ट FIR दर्ज कराया था। इसमें गया सिंह की मौत हो चुकी है। पुलिस इन्विस्टीगेशन में मनीष सिंह व महंथ पांडेय के खिलाफ कोई एवीडेंस नहीं मिली है।