नोएडा का गालीबाज लीडर श्रीकांत त्यागी गया जेल, स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया था यूपी सचिवालय का स्टिकर

नोएडा की ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में एक महिला के साथ गाली-गलौज और हाथापाई करने के मामले में फरार चले आरोपी गालीबाज लीडर श्रीकांत त्यागी को पुलिस ने मंगलवार को मेरठ में दबोच लिया। पुलिस ने श्रीकांत को कोर्ट में पेश किया जहां पुलिस ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। 

नोएडा का गालीबाज लीडर श्रीकांत त्यागी गया जेल, स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया था यूपी सचिवालय का स्टिकर
  • पुलिस पूछताछ में किया दावा

नई दिल्ली। नोएडा की ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में एक महिला के साथ गाली-गलौज और हाथापाई करने के मामले में फरार चले आरोपी गालीबाज लीडर श्रीकांत त्यागी को पुलिस ने मंगलवार को मेरठ में दबोच लिया। पुलिस ने श्रीकांत को कोर्ट में पेश किया जहां पुलिस ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। 

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पुलिस की पूछताछ में श्रीकांत त्यागी ने दावा किया है कि उसकी कार पर लगाने के लिए यूपी सचिवालय का स्टिकर उसे स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया था। नोएडा पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि पुलिस की 12 टीमों ने लगातार पीछा कर आरोपी को धर दबोचा। आलोक सिंह ने बताया कि एक सूचना के आधार पर नोएडा पुलिस ने त्यागी को मेरठ से तड़के अरेस्ट किया। उसके साथ मौजूद चार अन्य लोगों को भी पकड़ा गया है।

पुलिस कमिश्नर ने बताया कि श्रीकांत त्यागी के एक गाड़ी पर 'विधायक' का स्टिकर लगा है। उसका कहना है कि यह स्टिकर उसे उसके पुराने राजनीतिक सहयोगी स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया था। हम इस जानकारी की पुष्टि कर रहे हैं। उसके ड्राइवर ने कार की नंबर प्लेट पर यूपी गवर्नेंट का चिन्ह पेंट कर दिया था। गैंगस्टर एक्ट के तहत जांच जारी है।पुलिस कमिश्नर ने बताया कि घटना के बाद खुद को बचाने के लिए वह उत्तर प्रदेश से बाहर भी भाग गया था, लेकिन पुलिस टीमें ह्यूमन इंटेलिजेंस, टेक्निकल सर्विलांस और अन्य माध्यमों से उसका पीछा करती रहीं।  सुबह उसे मेरठ में पकड़ लिया गया। उन्होंने बताया कि श्रीकांत त्यागी से गहनता से पूछताछ की जा रही है। उसे फरार रहने के दौरान किस-किस ने शरण दी इस बात की भी जानकारी हासिल की जा रही है।

श्रीकांत ने अपने बर्ताव पर खेद जताया
श्रीकांत त्यागी को पुलिस कोर्ट से बाहर ले जा रही थी, उस समय जब मीडिया ने उससे घटना के बारे में पूछा तो श्रीकांत ने कहा, मैं घटना पर खेद व्यक्त करता हूं। वह मेरी बहन की तरह हैं।

स्वामी प्रसाद मौर्य गालीबाज श्रीकांत त्यागी के गॉडफादर !

गालीबाज श्रीकांत त्यागी की फोटो बीजेपी के अलावा अन्य दलों के नेताओं के साथ भी सामने आई है। अब एक चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में त्यागी को लेकर बीजेपी एमएलए अतुल गर्ग ने कहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ही त्यागी को 'दहेज' में लाए थे। वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य ने त्यागी के साथ संबंधों से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि वह त्यागी से अकेले नहीं मिले हैं। हालांकि, दोनों की कई फोटो सामने आई हैं जिनमें दोनों अकेले में मिलते और बातचीत करते दिख रहे हैं।

एबीपी न्यूज की ओर से किये गये एक स्टिंग में बीजेपी एमएलए अतुल गर्ग कहते हैं कि त्यागी किसी पार्टी का नेता नहीं है, बल्कि वह सभी दलों के नेताओं के साथ फोटो खिंचवाता है। वह यह भी कहते हैं कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि उसे 18 बाउंसर कैसे चलते थे। किस हैसियत से गनर मिले, किसने दिलाए? अतुल खुफिया कैमेर पर कहते हैं, ''यह सपा का आदमी है, यह बसपा का आदमी है। इसकी शुरुआत हुई स्वामी प्रसाद मौर्य से, मौर्य के साथ दहेज में आया था। स्वामी प्रसाद मौर्य के घर का आदमी है। स्वामी प्रसाद मौर्या से डाइवोर्स के बाद दहेज रह गया, मौर्य चला गया।''अतुल आगे कहते हैं कि स्वामी चले गए तो इन्होंने भी तय किया जाने का फिर रणनीति बनाई की फरवरी तक इंतजार करते हैं। बीजेपी इसे अपना नहीं मानती है। यह बीजेपी को अपना मानता है।  
 
स्वामी प्रसाद मौर्य से जब चैनल ने अतुल गर्ग के आरोपों पर सफाई मांगी तो उन्होंने कहा कि वह पहले से ही बीजेपी में था। चार पांच साल पहले कभी मिला था। लेकिन किसी मंत्री के यहां बिना किसी भेदभाव के साथ सब जाते हैं मिलने के लिए। वह बीजेपी किसान मोर्चे का पदाधिकारी रहा है। कई आपराधिक मामलों में वांछित रहा है। मीडिया के जरिए मालूम हुआ कि जमीन घोटाले में भी उसका नाम है। बीजेपी का आदमी नहीं होता तो चार पांच गनर कैसे मिलते। आज जब भाजपा पर पाप के छीटें पर रहे हैं तो वह किसी और पर डालने की कोशिश है। जब भी मिला हूंगा तो भीड़ में मिला हूंगा। मैंने तो बीजेपी में उनको शामिल कराया जो बसपा छोड़कर आया था, वह तो बसपा में था नहीं, उसे बीजेपी में कैसे लेकर जाता?

यह है घटना
नोएडा की ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में एक महिला के साथ गाली-गलौज और हाथापाई व गुंडागर्दी करने वाले श्रीकांत त्यागी का घटना से संबंधित कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गये थे। इसमें से एक में त्यागी महिला के खिलाफ कथित तौर पर गंदी-गंदी गालियां देने के साथ अपशब्दों का इस्तेमाल करते और हाथापाई करते दिख रहा है। त्यागी ने महिला के हसूबैंड के लिए भी कथित तौर पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए अपमानजनक टिप्पणी की थी। मामले में आरोपी श्रीकांत त्यागी खुद को बीजेपी किसान मोर्चा का राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य और इसकी युवा समिति का राष्ट्रीय समन्वयक बताया है, जबकि पार्टी ने पहले ही इउसका खंडन कर दिया है।महिला के बतमीमीजे के मामले में पुलिस एफआइआर दर्ज की थी। इसके बादपुलिस ने कार्रवाई करते हुए श्रीकांत त्यागी की चार गाड़ियों को सीज किया था। उनमें से एक फॉर्च्यूनर गाड़ी पर एमएलए का स्टीकर लगा हुआ मिला था। वहीं एक अन्य गाड़ी की नंबर प्लेट पर यूपी गवर्नमेंट का लोगो लगा हुआ भी मिला था।इससे पहले नोएडा पुलिस ने त्यागी को फरार घोषित करते हुए उस पर 25 हजार रुपये के इनाम की भी घोषणा की थी। इसके बाद त्यागी ने गौतमबुद्ध नगर जिले की एक कोर्ट में सरेंडर करने के लिए एक याचिका दायर की थी।