CBI अफसरों से बोले PM नरेंद्र मोदी- हिचकने-रुकने की जरूरत नहीं,कोई भ्रष्टाचारी बचना नहीं चाहिए
पीएम नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को CBI की स्थापना के 60 साल पूरे होने के डायमंड जुबली प्रोग्राम का उद्घाटन किया। । पीएम ने अपने 25 मिनट के संबोधन में सीबीआइ के छह दशक के सफर और आगे आने वाली चुनौतियों पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला। पीएम ने शिलांग, पुणे और नागपुर में CBI के नवनिर्मित ऑफिस का भी उद्घाटन किया।
- जिन पर एक्शन ले रहे, वे बेहद ताकतवर
- काम से फोकस न हटने दें
नई दिल्ली। पीएम नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को CBI की स्थापना के 60 साल पूरे होने के डायमंड जुबली प्रोग्राम का उद्घाटन किया। । पीएम ने अपने 25 मिनट के संबोधन में सीबीआइ के छह दशक के सफर और आगे आने वाली चुनौतियों पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला। पीएम ने शिलांग, पुणे और नागपुर में CBI के नवनिर्मित ऑफिस का भी उद्घाटन किया।
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#WATCH आपको(CBI) कहीं पर भी रुकने की ज़रूरत नहीं है। मैं जानता हूं आप जिनके खिलाफ एक्शन ले रहे हैं वे बेहद ताकतवर लोग हैं, बरसों तक वे सरकार और सिस्टम का हिस्सा रहे हैं। आज भी वे कई जगह किसी राज्य में सत्ता का हिस्सा हैं लेकिन आपको अपने काम पर फोकस रखना है कोई भी भ्रष्टाचारी बचना… pic.twitter.com/SwzVOp8Y2P
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 3, 2023
पीएम ने कहा कि आज नये ऑफिस का शुभारंभ CBI को कार्य करने में और सहायता प्रदान करेगा। पीएम ने कार्यक्रम में पोस्टल स्टांप और डायमंड जुबली मार्क वाला सिक्का लॉन्च किया।सीबीआइ इंडिया की प्राथमिक जांच एजेंसी है, जिसे एक अप्रैल 1963 को होम मिनिस्टरी सेंट्रल गवर्नमेंट के एक संकल्प द्वारा स्थापित किया गया था।पीएम ने सीबीआइअफसरों से कहा कि आपको कहीं पर भी रुकने की जरूरत नहीं है। मैं जानता हूं आप जिनके खिलाफ एक्शन ले रहे हैं वे बेहद ताकतवर लोग हैं, बरसों तक वे सरकार और सिस्टम का हिस्सा रहे हैं। आज भी वे कई जगह किसी राज्य में सत्ता का हिस्सा हैं, लेकिन आपको अपने काम पर फोकस रखना है कोई भी भ्रष्टाचारी बचना नहीं चाहिए।'
न्याय का ब्रांड है CBI
उन्होंने कहा कि देश की प्रीमियम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के रूप में CBI ने 60 वर्ष का सफर पूरा किया है। इन छह दशक में CBI ने बहुआयामी और बहुअनुशासनात्मक जांच एजेंसी के तौर पर अपनी पहचान बनाई है। आज CBI का दायरा बहुत बड़ा हो चुका है। महानगर से लेकर जंगल तक CBI को दौड़ना पड़ रहा है। CBI ने अपने काम से लोगों के मन में विश्वास जगाया है। लोग आंदोलन करते हैं कि केस बाकी एजेंसियों से लेकर CBI को दे दो। यहां तक कि पंचायत स्तर पर भी कोई मामला आता है तो लोग कहते हैं कि इसे CBI को दे देना चाहिए। न्याय के, इंसाफ के एक ब्रांड के रूप में CBI का नाम हर जुबान पर है।
CBI जांच की मांग के लिए होते हैं आंदोलन
पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा कि CBI की जांच की मांग के लिए तो आंदोलन तक किये जाते हैं। लोग कहते हैं कि मामले को CBI को दे दें। न्याय, इंसाफ के ब्रैंड के तौर CBI का नाम सबकी जुबान पर है। जिन्होंने भी CBI में योगदान दिया वे बधाई के पात्र हैं।पीएम ने कहा आज देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति में कोई कमी नहीं है। आपको कहीं भी हिचकने, कहीं रुकने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से CBI की जिम्मेदारी भ्रष्टाचार से देश को मुक्त करने की है। भ्रष्टाचार कोई सामान्य अपराध नहीं होता। भ्रष्टाचार, गरीब से उसका हक छीनता है, अनेक अपराधों को जन्म देता है। भ्रष्टाचार, लोकतंत्र और न्याय के रास्ते में सबसे बड़ा रोड़ा होता है।
10 साल पहले लगी थी भ्रष्टाचार करने की होड़
पीएम ने कहा कि 10 साल पहले ज्यादा से ज्यादा भ्रष्टाचार करने की होड़ लगी थी। उस दौरान बड़े-बड़े घोटाले हुए, लेकिन आरोपी डरे नहीं क्योंकि सिस्टम उनके साथ खड़ा था। 2014 के बाद हमने भ्रष्टाचार, कालेधन के खिलाफ मिशन मोड में काम किया है। भ्रष्टाचारियों ने देश का खजाना लूटने का एक और तरीका बना रखा था जो दशकों से चला आ रहा था। ये सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से लूट थी। आज जनधन, आधार, मोबाइल की ट्रिनिटी से हर लाभार्थी को उसका पूरा हक मिल रहा है।
भाई-भतीजावाद से कम होता है राष्ट्र का सामर्थ्य
पीएम मोदी ने कहा कि जहां भ्रष्टाचार होता है, वहां युवाओं को उचित अवसर नहीं मिलते। वहां सिर्फ एक विशेष ही फलता-फूलता है। भ्रष्टाचार प्रतिभा का सबसे बड़ा दुश्मन होता है और यहीं से भाई-भतीजावाद, परिवारवाद को बल मिलता है। उन्होंने कहा जब भाई-भतीजावाद और परिवारवाद बढ़ता है, तो समाज का, राष्ट्र का सामर्थ्य कम होता है। जब राष्ट्र का सामर्थ्य कम होता है तो विकास प्रभावित होता है।
भ्रष्टाचार पर नकेल कसना बड़ी जिम्मेदारी
पीएम मोदी ने कहा कि मुख्य रूप से CBI की जिम्मेदारी भ्रष्टाचार से देश को मुक्त करने की है। भ्रष्टाचार कोई सामान्य अपराध नहीं होता। भ्रष्टाचार, गरीब से उसका हक छीनता है, अनेक अपराधों को जन्म देता है। भ्रष्टाचार, लोकतंत्र और न्याय के रास्ते में सबसे बड़ा रोड़ा होता है। जहां भ्रष्टाचार होता है, वहां युवाओं को उचित अवसर नहीं मिलते। वहां सिर्फ एक विशेष ईकोसिस्टम ही फलता-फूलता है। भ्रष्टाचार प्रतिभा का सबसे बड़ा दुश्मन होता है और यहीं से भाई-भतीजावाद, परिवारवाद को बल मिलता है।
2014 से पहले फोन पर लोगों को करोड़ों रुपए का लोन मिलता था
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार ने हमारी अर्थव्यवस्था के आधार यानी हमारे बैंकिंग सिस्टम को बर्बाद कर दिया था। बीते वर्षों में हम बहुत मेहनत करके अपने बैकिंग सेक्टर को मुश्किलों से बाहर निकाल कर लाये हैं। आज हम इंटरनेट बैंकिंग की बात करते हैं, UPI से रिकॉर्ड ट्रांजैक्शन की बात करते हैं, लेकिन हमने 2014 से पहले बैंकिंग वाला दौर भी देखा है, जब दिल्ली में प्रभावशाली राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों के फोन पर हजारों करोड़ रुपए के लोन मिला करते थे। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे भारत की आर्थिक शक्ति बढ़ रही है, अड़चनें पैदा करने वाले भी बढ़ रहे हैं। भारत के सामाजिक ताने-बाने पर, हमारी एकता और भाई-चारे पर, हमारे आर्थिक हितों पर और हमारे संस्थानों पर भी लगातार हमले बढ़ते चले जा रहे है... और इसमें जाहिर तौर पर भ्रष्टाचार का पैसा लगता है। पीएम ने कहा कि आज देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति में कोई कमी नहीं है। CBI को कहीं भी हिचकने, कहीं रुकने की जरूरत नहीं है। इसलिए हमें क्राइम और करप्शन के मल्टी नेचर को समझना होगा और उसकी जड़ तक पहुंचना होगा।