पाकिस्तान: बलूचिस्तान में हिंदू महिला स्कूल टीचर को जबरदस्ती कबूल करवाया इस्लाम
पाकिस्तान के हिंसाग्रस्त सूबे बलूचिस्तान से आया है। जहां, कट्टरपंथियों ने एक हिंदू महिला टीचर एकता का किडनैप कर उसे जबरदस्ती इस्लाम कबूल करवाया है। कट्टरपंथियों ने महिला का नाम आयशा रखा है।
- कट्टरपंथियों ने किडनैप कर एकता नाम रखा आयशा
पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू,सिख और ईसाई अल्पसंख्यकों पर धार्मिक अत्याचार की घटनाएं बढ़ी
लॉकडाउन के दौरान पाक में अल्पसंख्यक लड़कियों के धर्म परिवर्तन की घटनाओं में बढ़ोतरी
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के हिंसाग्रस्त सूबे बलूचिस्तान से आया है। जहां, कट्टरपंथियों ने एक हिंदू महिला टीचर एकता का किडनैप कर उसे जबरदस्ती इस्लाम कबूल करवाया है। कट्टरपंथियों ने महिला का नाम आयशा रखा है। पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू, सिख और ईसाई अल्पसंख्यकों पर धार्मिक अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं।
वर्ल्ड में इस्लाम के पैरोकार पाक पीएम इमरान ने साधी चुप्पी
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं, सिखों और ईसाइयों के लिए काम करने वाली संस्था वायस ऑफ मॉइनारिटी ने उक्त घटना पर चिंता जताई है। वर्ल्ड में इस्लाम के पैरोकार बनने की कोशिश में जुटे पाकिस्तानी पीएम इमरान खान भी जबरन धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर चुप्पी साध जाते हैं। पाकिस्तानी पुलिस और स्थानीय प्रशासन भी इस मामले की लीपापोती करने में जुटा हुआ है।
लॉकडाउन में पाक में बढ़े धर्मांतरण के मामले
कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान पाकिस्तान में हिंदू और ईसाई लड़कियों का बड़े पैमाने पर धर्मांतरण कराया गया है। पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने कहा है कि इस कारण अल्पसंख्यकों के मन में असुरक्षा की भावना भी तेजी से बढ़ी है। इमरान खान की सरकार में पुलिस के ढुलमुल रवैये और सख्त कानून न होने के कारण कट्टरपंथियों के हौसले और बुलंद हुए हैं।
अमेरिका ने भी जताई चिंता
अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने इस माह पाकिस्तान को धार्मिक आजादी के उल्लंघन को लेकर खास चिंता वाला देश घोषित किया। हालांकि, अमेरिका के इस फैसले को पाकिस्तान ने खारिज किया है। पाकिस्तान में एक स्वतंत्र मानवाधिकार आयोग के अनुसार इन लड़कियों को आम तौर पर अगवा किया जाता है। फिर इनका निकाह करवाया जाता है। ऐसी लड़कियों में अधिकतर सिंध प्रांत से गरीब हिंदू लड़कियां होती हैं।
13 साल की ईसाई लड़की का किडनैप कर निकाह
धर्म परिवर्तन के लिए बदनाम सिंध सूबे की राजधानी कराची में अक्टूबर के लास्ट वीक 13 साल की एक ईसाई लड़की आरजू राजा का 44 साल के एक अधेड़ ने किडनैप कर लिया था। जबरदस्ती लड़की का धर्म परिवर्तन करवाया और उससे निकाह रचाई। जिस शख्स से आरजू का निकाह हुआ है, उसके बच्चों की उम्र भी उससे दोगुनी है। आरजू का पति बाल विवाह और रेप के आरोप में फिलहाल जेल में है।
सिंध में होता है सबसे ज्यादा धर्म परिवर्तन
अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के लिए बदनाम सिंध में जून के लास्ट वीक में बड़े स्तर पर हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें मुस्लिम बनाए जाने का मामला सामने आया था। सिंध के बादिन में 102 हिंदुओं को जबरन इस्लाम कबूल कराया गया।
प्रत्येक साल 1000 से ज्यादा लड़कियों का धर्म परिवर्तन
मानवाधिकार संस्था मूवमेंट फॉर सॉलिडैरिटी एंड पीस (MSP) के अनुसार, पाकिस्तान में हर साल 1000 से ज्यादा ईसाई और हिंदू महिलाओं या लड़कियों का किडनैप किया जाता है। इसके बाद उनका धर्म परिवर्तन करवा कर इस्लामिक रीति रिवाज से निकाह करवा दिया जाता है। पीड़ितों में ज्यादातर की उम्र 12 साल से 25 साल के बीच में होती है।मानवाधिकार संस्था ने कहा कि आंकड़े इससे ज्यादा भी हो सकते हैं क्योंकि ज्यादातर मामलों को पुलिस दर्ज नहीं करती है। अगवा होने वाली लड़कियों में से अधिकतर गरीब तबसे से जुड़ी होती हैं। इनकी कोई खोज-खबर लेने वाला नहीं होता है। इस कारण प्रशासनिक स्तर पर भी लापरवाही दिखाई जाती है।
उल्लेखनीय है कि पंजाब के डेरा गाजी खान से 14 साल की एक ईसाई लड़की हुमा यूसूफ का किडनैप कर धर्म परिवर्तन करवा कर एक मुस्लिम लड़के से निकाह करवा दिया गया था। इसके अलावा सना जॉन, महविश, फरजाना और सेहरिश नाम की लड़कियों के साथ भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं।